Rajasthan Polls: दो दर्जन सीटों पर कांग्रेस-भाजपा की परेशानी बढ़ा रहे बागी, I.N.D.I.A के दलों ने भी नहीं छोड़ी कसर
राजस्थान में गुरुवार शाम चुनाव प्रचार बंद होने के बाद भी राजनीतिक दल शुक्रवार को मतदाताओं को लुभाने में जुटे रहे। प्रत्याशी और उनके समर्थकों ने जमकर जनसंपर्क किया। आईएनडीआईए में शामिल कांग्रेस आम आदमी पार्टी माकपा सहित अन्य दलों ने राजस्थान में कई सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ प्रत्याशी खड़े किए हैं। आप 88 और माकपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में गुरुवार शाम चुनाव प्रचार बंद होने के बाद भी राजनीतिक दल शुक्रवार को मतदाताओं को लुभाने में जुटे रहे। प्रत्याशी और उनके समर्थकों ने जमकर जनसंपर्क किया। घर-घर जाकर लोगों से वोट मांगे। नाराज लोगों को मनाने को सिलसिला भी दिनभर चलता रहा।
राजनीतिक पार्टियों ने अधिकाधिक मतदाताओं को बूथ तक पहुंचाने की रणनीति को अंतिम रूप दिया। मतदान के एक दिन पूर्व चुनावी परिदृश्य काफी रोचक हो गया है। लगभग दो दर्जन सीटों पर बागी प्रत्याशी राष्ट्रीय पार्टियों कांग्रेस और भाजपा की परेशानी बढ़ाए हुए हैं। चित्तौड़गढ़, डीडवाना, शिव, खंडेला, बाड़मेर, कोटपुतली, सुमेरपुर, सांचौर व सवाईमाधोपुर सीट पर भाजपा के बागी ही उसके प्रत्याशियों को टक्कर दे रहे हैं।
राष्ट्रीय पार्टियों के लिए सिरदर्द बने हैं बेनीवाल
इसी तरह बसेड़ी, राजगढ़, छबड़ा, सादुलशहर, पुष्कर, सिवाना, शाहपुर व लूणकरणसर में कांग्रेस से बागी होकर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों ने मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। भरतपुर में बसपा प्रत्याशी गिरीश चौधरी, खींवसर में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के हनुमान बेनीवाल भी राष्ट्रीय पार्टियों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं।
केंद्र में भाजपा के खिलाफ एकजुट हो रही पार्टियों ने राजस्थान में एक-दूसरे के सामने प्रत्याशी खड़े किए हैं। आईएनडीआईए में शामिल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, माकपा सहित अन्य दलों ने राजस्थान में कई सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ प्रत्याशी खड़े किए हैं। आप 88 और माकपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। जनसंपर्क के दौरान भाजपा नेताओं ने मतदाताओं के बीच यह मुद्दा भी उठाया।
भाजपा के साथ हरियाणा में सरकार चला रही जननायक जनता पार्टी (JJP) ने राजस्थान में 20 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए हैं। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) व आजाद समाज पार्टी (ASP) के बीच 150 सीटों पर गठबंधन है। संकट में गहलोत सरकार का साथ देने वाली भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) ने आदिवासी इलाके में कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ रही है। आप और जेजेपी का खास असर नजर नहीं आ रहा है।
कांग्रेस नेता रघु शर्मा पर लगाए आरोप
गुजरात के कांग्रेस नेता तेजस पटेल ने गुजरात कांग्रेस के पूर्व प्रभारी रघु शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए। रघु शर्मा केकडी सीट से कांग्रेस प्रत्याशी हैं। पटेल ने कहा कि रघु शर्मा ने गुजरात में कांग्रेस को खत्म करने के लिए 400 करोड़ रुपये भाजपा से लिए थे। ऐसे में उनका नार्को टेस्ट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मानसा सीट से टिकट देने के लिए शर्मा ने मुझसे दस करोड़ रुपये मांगे और पैसे नहीं दिए तो टिकट काट दिया। पक्ष जानने के लिए रघु से संपर्क नहीं हो सका।
गहलोत ने शेयर किया पायलट का वीडियो
मतदान से एक दिन पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पांच घंटे में पांच पोस्ट एक्स पर शेयर कर लोगों से मतदान की अपील की। उन्होंने एकजुटता दिखाने के लिए एक्स पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के वीडियो को पोस्ट किया, जिसमें पायलट ने कांग्रेस को वोट देने की अपील की है।
इस पर गहलोत ने लिखा युवा नेता पायलट की कांग्रेस को वोट देने की अपील। गहलोत ने दूसरी पोस्ट में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का वीडियो शेयर किया। तीसरी पोस्ट में कांग्रेस का जलवा नाम से एक वीडियो, चौथी पोस्ट में 25 यानी 2+5= 7 गारंटीज् और पांचवें पोस्ट में आपके एक वोट से- 40 हजार रुपये का कामधेनु बीमा, दूध खरीदी जारी रहेगी, अब गोबर खरीदी भी इसलिए वोट की कीमत पहचानें। वोट देने जरूर जाएं।
पाक सीमा के निकट एक परिवार के लिए बना मतदान केंद्र
पाकिस्तान सीमा से सटे बाड़मेर जिले के पार गांव में एक परिवार के लिए अलग से मतदान केंद्र बनाया गया है। यह राज्य का सबसे छोटा मतदान केंद्र है, जहां एक परिवार के 35 सदस्य (17 महिलाएं और 18 पुरुष) मतदान करेंगे। दरअसल, ये लोग पिछले चुनाव तक मतदान के लिए 20 किलोमीटर दूर जाते थे। रेगिस्तान में सड़क नहीं होने के कारण पैदल या ऊंट पर बैठकर मतदान केंद्र तक जाना होता था। इस बार गांव में अलग से मतदान केंद्र बनाने का निर्णय लिया गया।
राज्य के मुख्य निर्वाचन आयुक्त प्रवीण गुप्ता ने बताया कि सिरोही जिले के आबू-पिंडवाडा विधानसभा क्षेत्र में 4,921 मीटर की ऊंचाई पर स्थित शेरगांव के लोग पहली बार अपने ही गांव में मतदान कर सकेंगे। शेरगांव के 117 मतदाताओं के लिए अलग से मतदान केंद्र बनाया गया है। मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए घने जंगल में लगभग 18 किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा। धौलपुर जिले के काली तीर गांव में पहली बार मतदान केंद्र बना है, जहां 682 लोग मतदान करेंगे।