Telangana Polls: 'अयोग्य लोगों के हाथों में नहीं जाना चाहिए तेलंगाना', सिरपुर में KCR ने कांग्रेस पर किए कई कटाक्ष
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने सिरपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर कई कटाक्ष किए। उन्होंने दावा किया कि लोगों के अनिश्चितकालीन अनशन के बाद तत्कालीन यूपीए सरकार ने तेलंगाना राज्य के गठन का एलान किया था लेकिन वह फिर अपनी बात से मुकर गई। केसीआर ने मुस्लिमों से अपने अनुरोध को दोहराया कि उनके जीवित रहते हुए तेलंगाना एक धर्मनिरपेक्ष राज्य बना रहेगा।
पीटीआई, हैदराबाद। अगर तेलंगाना अयोग्य लोगों के हाथों में चला गया तो राज्य में विकास की गति प्रभावित होगी। तेलंगाना के मुख्यमंत्री और बीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव (KCR) ने बुधवार को सिरपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की।
केसीआर ने आरोप लगाया कि जब 2014 में तेलंगाना राज्य का गठन हुआ था तब पानी और बिजली आपूर्ति, किसानों की आत्महत्या, भूख के चलते मौत और उद्योगों का बंद होना आम बात थी। हालांकि, बीआरएस सरकार ने सभी समस्याओं का समाधान किया और अब लोगों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
क्या कुछ बोले KCR?
केसीआर ने दावा किया कि तेलंगाना हर घर में नल से पाने का पानी पहुंचाने वाला देश का एकमात्र राज्य है। इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार के कल्याणकारी कार्यक्रमों का जिक्र किया। साथ ही कांग्रेस की जमकर निंदा भी की।
तेलंगाना गठन का मुद्दा उठाते हुए बीआरएस प्रमुख ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने पिछली यूपीए सरकार के दौरान राज्य के गठन में देरी की थी। उन्होंने कांग्रेस को 'धोखेबाज' पार्टी करार देते हुए कहा कि उसने 2004 में तेलंगाना के गठन के वादे पर बीआरएस (तब टीआरएस) के साथ गठबंधन किया था।
'अपनी बात से मुकर गई थी UPA सरकार'
उन्होंने दावा किया कि लोगों के अनिश्चितकालीन अनशन के बाद तत्कालीन यूपीए सरकार ने तेलंगाना राज्य के गठन का एलान किया था, लेकिन वह फिर अपनी बात से मुकर गई। इस दौरान केसीआर ने मुस्लिमों से अपने अनुरोध को दोहराया कि उनके जीवित रहते हुए तेलंगाना एक धर्मनिरपेक्ष राज्य बना रहेगा।
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सनद रहे कि तेलंगाना में 30 नवंबर को मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे, जबकि तीन दिसंबर को वोटों की गिनती होगी।