'40-50 साल पुराना है BRS और कांग्रेस का रिश्ता', PM मोदी ने पूछा- तेलंगाना बनने पर किस पार्टी के पास गए KCR?
तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। चुनाव प्रचार भी अपने अंतिम दौर पर है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस और भारत राष्ट्र समिति (BRS) पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीआरएस और कांग्रेस एक-दूसरे पर आरोप लगाते हैं लेकिन दोनों भीतर-भीतर मिले हुए हैं।
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। चुनाव प्रचार भी अपने अंतिम दौर पर है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस और भारत राष्ट्र समिति (BRS) पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि वो काशी से सांसद हैं, जिसे शिव और गंगा की नगरी कहा जाता है। महेश्वरम की पुण्यभूमि पर आकर मुझे बेहद खुशी हो रही है। आप सभी ने इतनी बड़ी संख्या में यहां आकर राजनीति के ज्ञानियों को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि तेलंगाना में भाजपा के लिए विश्वास लगातार बढ़ रहा है। तेलंगाना भाजपा को मौका देने के लिए यहां की जनता-जनार्दन तत्पर दिख रही है।
BRS-कांग्रेस पर जमकर बरसे PM मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने मतदाताओं को कांग्रेस और बीआरएस से सतर्क रहने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि बीआरएस और कांग्रेस एक-दूसरे पर आरोप लगाते हैं, लेकिन दोनों भीतर-भीतर मिले हुए हैं। इतिहास खोलकर देखेंगे तो पता चलेगा कि इनका रिश्ता 40-50 साल पुराना है। केसीआर ने कांग्रेस से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। 2004 में कांग्रेस ने केसीआर को कैबिनेट मिनिस्टर बनाया था। जब तेलंगाना बना तब केसीआर किस पार्टी के पास गए थे? कांग्रेस।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मु जी के खिलाफ बीआरएस ने कांग्रेस का समर्थन किया। उपराष्ट्रपति के चुनाव में भी बीआरएस ने कांग्रेस का साथ दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी सरकार के खिलाफ कुछ समय पहले संसद में आए अविश्वास प्रस्ताव पर बीआरएस ने कांग्रेस का साथ दिया। बीआरएस का असली दोस्ती कांग्रेस से है।