Telangana: मतदाता भाजपा को चुनेंगे... वोटिंग से 5 दिन पहले अमित शाह की तेलंगाना के वोटर्स से अपील; BRS के घोषणा पत्र पर बोला हमला
30 नवंबर को होने वाले तेलंगाना में विधानसभा चुनाव ( Telangana Assembly Election 2023 ) से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हैदराबाद के सोमाजीगुडा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने मतदाताओं से वोट की अपील करते हुए कहा कि किसान दलित और पिछड़े निराश हैं और हर कोई तेलंगाना के भविष्य को लेकर सशंकित है। सभी दलों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के बाद वोट करें।
एएनआई, हैदराबाद। Telangana Assembly Election 2023: तेलंगाना में विधानसभा चुनाव 30 नवंबर को होने वाले है और वोटों की गिनती तीन दिसंबर को चार अन्य राज्यों के वोटों के साथ होगी।
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को हैदराबाद के सोमाजीगुडा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। यहां उन्होंने कहा कि ये चुनाव तेलंगाना के लोगों और तेलंगाना राज्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। ये चुनाव मार्ग प्रशस्त करने जा रहे हैं क्योंकि तेलंगाना का गठन एक लंबे संघर्ष की पृष्ठभूमि में हुआ था। उन्होंने आगे कहा कि 10 साल बाद जब हम पीछे मुड़कर देखते हैं तो पाते हैं कि कभी रेवेन्यू सरप्लस राज्य होने के कारण अब इस पर लाखों-करोड़ों रुपये का कर्ज है। आज युवा निराश है।
मतदाताओं से अमित शाह की अपील
मतदाताओं से वोट की अपील करते हुए अमित शाह ने कहा, 'किसान, दलित और पिछड़े निराश हैं और हर कोई तेलंगाना के भविष्य को लेकर सशंकित है। सभी दलों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के बाद वोट करें और मुझे विश्वास है कि जब राज्य के मतदाता ऐसा करेंगे तो वे भाजपा को चुनेंगे।'
#WATCH | Telangana Elections | In Somajiguda, Hyderabad, Union Home Minister Amit Shah says, "These elections are very important for the people of Telangana and the state of Telangana. These elections are going to pave the way because Telangana was formed in the backdrop of a… pic.twitter.com/HueAeXEg2v
BRS सरकार पर साधा निशाना
संवाददाता सम्मेलन में अमित शाह ने तेलंगाना की बीआरएस सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, BRS ने अपने घोषणा पत्र में 1 लाख नौकरियां देने का वादा किया था। 8 से ज्यादा पेपर लीक हुए, भर्तियां हो नहीं पाई। 40 लाख बच्चों को मुफ्त शिक्षा देनी थी, वो भी नहीं हुआ। 7 लाख गरीबों को घर देने का वादा उन्होंने पूरा नहीं किया, प्रधानमंत्री मोदी ने इसका प्रयास किया।'