Election 2023: निक्कर, चड्डी और पनौती जैसे अपशब्दों के सहारे खेला गया सियासी खेल, चुनाव में नेताओं ने लांघी मर्यादा
चार राज्यों के चुनाव परिणाम आने के बाद अब विजयी दलों में जश्न का माहौल बना हुआ है। हालिया चुनाव के दौरान सियासी दलों ने जोर-शोर से अपना प्रचार किया। रैलियों के दौरान एक-दूसरे दलों के नेताओं ने एक दूसरे पर कई तरह की टिप्पणी की जिसे विवादित माना गया। सबसे चर्चित शब्द ‘पनौती’ और ‘मूर्खों का सरदार’ बने जिससे कहीं न कहीं सियासत की मर्यादा को ठेस पहुंची।
By Jagran NewsEdited By: Shivam YadavUpdated: Sun, 03 Dec 2023 07:49 PM (IST)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चार राज्यों के चुनाव परिणाम आने के बाद अब विजयी दलों में जश्न का माहौल बना हुआ है। हालिया चुनाव के दौरान सियासी दलों ने जोर-शोर से अपना प्रचार किया। रैलियों के दौरान एक-दूसरे दलों के नेताओं ने एक दूसरे पर कई तरह की टिप्पणी की, जिसे विवादित माना गया। सबसे चर्चित शब्द ‘पनौती’ और ‘मूर्खों का सरदार’ बने, जिससे कहीं न कहीं सियासत की मर्यादा को ठेस पहुंची।
आइए जानते हैं चुनाव के दौरान होने वाली बयानबाजी में कब और कौन से अपशब्दों का प्रयोग किया गया।
राहुल गांधी ने इस्तेमाल किया पनौती शब्द
चुनावी माहौल में पनौती शब्द तब हाईलाइट हुआ, जब क्रिकेट वर्ल्ड कप का फाइनल मैच भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अहमदाबाद स्थित नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया। इस दौरान पीएम मोदी भी स्टेडियम पहुंचे थे। वर्ल्ड कप में भारत को मिली हार के बाद इस संबंध में राहुल गांधी ने अपने भाषण में पनौती शब्द का इस्तेमाल किया था।इसके अलावा, भाजपा की ओर से ‘पप्पू’, ‘राहुकाल’ और ‘मूर्खों का सरदार’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया। राहुल गांधी के ‘पनौती’ वाले बयान पर कांग्रेस की किरकिरी हुई तो कांग्रेस ने भाजपा की ओर से होने वाली बयानबाजी पर सवाल उठाया।