50 Years of Namak Haraam: वो फिल्म जिसने पलटी बिग बी की किस्मत, मगर इस सीन ने खत्म किया राजेश खन्ना के साथ रिश्ता
Namak Haraam Movie 70 का दशक वह दौर था जब समय करवट बदल रहा था और दर्शक एक बदलाव चाहते थे। किसी भी सुपरस्टार के लिए यह मनाना कठिन हो सकता है कि उसका समय अब जा रहा है। ऐसा ही राजेश खन्ना के साथ भी हो रहा था। नमक हराम वह फिल्म है जिससे अमिताभ और राजेश खन्ना दोनों के ग्रह और रिश्ते बदल गए।
By Karishma LalwaniEdited By: Karishma LalwaniUpdated: Tue, 21 Nov 2023 05:18 PM (IST)
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। 50 Years of Namak Haraam: सिनेमाई दुनिया में तमाम किस्से हैं, जिनका असल में असर पर्दे पर दिखाई गई कहानियों के उलट रहा है। यूं तो आपने कई फिल्मों और सितारों से जुड़ी बातें सुनी या पढ़ी होंगी। मगर आज के 'हिट फिल्में, सुपरहिट किस्से' में हम आपको आज से 50 साल पहले रिलीज हुई फिल्म 'नमक हराम' के उस मशहूर किस्से के बारे में बताएंगे, जो फिल्म की रिलीज के साथ ही हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में सिमट कर रह गया।
'नमक हराम' राजेश खन्ना-अमिताभ बच्चन की आखिरी फिल्म
70 का दशक वह दौर था, जब फिल्म इंडस्ट्री में राजेश खन्ना की तूती बोलती थी। डायरेक्टर्स उन्हें अपनी फिल्म में कास्ट करने के लिए बेताब रहते थे। यही वह समय अमिताभ बच्चन के लिए था, जब इंडस्ट्री में कदम रखने के बाद भी उन्हें मनचाही सफलता नहीं मिली थी। हालांकि, 'नमक हराम' के बाद दोनों सितारों की किस्मत पलटी और यह उनकी एक दूसरे के साथ आखिरी फिल्म बन गई।
डिस्ट्रीब्यूटर्स ने की थी फिल्म खरीदने में आनाकानी
23 नवंबर, 1976 को रिलीज हुई 'नमक हराम' की शूटिंग के वक्त राजेश खन्ना बड़े सुपरस्टार थे और अमिताभ बच्चन संघर्षशील एक्टर। इसके पहले उनकी फिल्म 'जंजीर' रिलीज हुई, जिसने अमिताभ करियर की गाढ़ी कुछ आगे जरूर बढ़ाई थी। जब ऋषिकेश मुखर्जी ने 'नमक हराम' बनाने का फैसला किया, तो राजेश खन्ना के पास डेट्स नहीं थी और अमिताभ बच्चन के पास समय ही समय था। ऐसे में डायरेक्टर ने अमिताभ बच्चन के काफी सीन को शूट कर लिया था। मगर फिल्म के कुछ क्लिप्स जब डिस्ट्रीब्यूटर्स को दिखाए गए, तो राजेश खन्ना की तुलना में अमिताभ बच्चन की ज्यादा सीन देख वह फिल्म को खरीदने से हिचकिचाने लगे।