'संजय दत्त' के लिए साथ आये रणबीर-राजकुमार, रेमो के लिए सलमान ने किया ये काम पहली बार
ये सिनेमा तब और दिलचस्प हो जाता है, जब दो अलग-अलग मिज़ाज के फ़िल्मकार और कलाकार साथ आते हैं। 2018 में ऐसी फ़िल्में आ रही हैं...
By Manoj VashisthEdited By: Updated: Tue, 24 Apr 2018 12:34 PM (IST)
मुंबई। फ़िल्म बनाने का हर डायरेक्टर का अपना एक स्टाइल होता है, जिसके लिए वो मशहूर होते हैं। अगर आप फ़िल्मों के शौक़ीन हैं तो उस डायरेक्टर का नाम सुनते ही समझ जाते हैं कि किस तरह का सिनेमा देखने वाले हैं। ये सिनेमा तब और दिलचस्प हो जाता है, जब दो अलग-अलग मिज़ाज के फ़िल्मकार और कलाकार साथ आते हैं। 2018 में ऐसी फ़िल्में आ रही हैं, जिनमें ऐसे एक्टर और डायरेक्टर्स पहली बार साथ काम कर रहे हैं और जिनकी फ़िल्मों का चुनाव हमेशा से अलग रहा है।
मुन्नाभाई फ्रेंचाइजी, 3 ईडियट्स और पीके जैसी फ़िल्में देने वाले राजकुमार हिरानी और रणबीर कपूर की एक ऐसी ही दिलचस्प पेयरिंग इस साल हो रही है। संजय दत्त की बायोपिक फ़िल्म को हिरानी ने डायरेक्ट किया है, जबकि रणबीर फ़िल्म में संजय का रोल निभा रहे हैं। रणबीर पहली बार हिरानी के निर्देशन में काम कर रहे हैं। अलबत्ता उन्होंने पीके के क्लाइमैक्स में ज़रूर कैमियो किया था, मगर मुख्य किरदार में पहली बार दिखेंगे। बायोपिक का टीज़र 24 अप्रैल को आईपीएल मैच के दौरान 80 चैनलों पर रिलीज़ किया जा रहा है। फ़िल्म इसी साल जून में रिलीज़ हो रही है। राजकुमार हिरानी और रणबीर, दोनों की ये पहली बायोपिक फ़िल्म है। सुभाष घई ने फ़िल्म की काफ़ी तारीफ़ भी की है। हालांकि इसी क्रम में उन्होंने फ़िल्म का शीर्षक भी लीक कर दिया है। अगर उनके ट्वीट की मानें तो संजय दत्त की बायोपिक का नाम संजू है।
फ़िल्म में दिया मिर्ज़ा मान्यता के रोल में हैं, जबकि परेश रावल सुनील दत्त और मनीषा कोईराला नर्गिस के किरदार में दिखेंगी। इनके अलावा सोनम कपूर, विक्की कौशल भी संजय की ज़िंदगी से जुड़े अहम लोगों के अंदाज़ में दिखेंगे।I can’t stop praising the teaser of film #Sanju directed by my favourite director @RajkumarHirani and acted by @RanbirKapoorFC in a biopic of @SanjayDutt_ what HIRANI showed me yesterday @Whistling_Woods @5thVeda cultural hub before he shared his experiences with students 👍
— Subhash Ghai (@SubhashGhai1) April 21, 2018
रेमो फ़र्नांडिस ने वैसे तो 'फालतू' से बतौर डायरेक्टर डेब्यू किया था, मगर वो डांस फ़िल्में 'एबीसीडी' और 'एबीसीडी2' के लिए जाने जाते हैं। इसीलिए जब उन्हें 'रेस3' जैसी तेज़ रफ़्तार एक्शन-थ्रिलर फ़िल्म बनाने की ज़िम्मेदारी दी गयी तो हैरानी होना स्वाभाविक थी। इसमें सलमान ख़ान लीड रोल निभा रहे हैं। रेमो और सलमान की जुगलबंदी उत्सुकता जगाने के लिए काफ़ी है।
रोहित शेट्टी की अधिकांश फ़िल्में एक्शन-कॉमेडी के इर्द-गिर्द घूमती हैं। फ़िल्म भले ही अजय देवगन के साथ हो या शाह रुख़ ख़ान के संग, रोहित का अंदाज़ नहीं बदलता। अंदाज़े-रोहित 'सिम्बा' में भी नहीं बदलेगा, मगर हीरो ज़रूर बदल गया है। 'सिम्बा' में रोहित पहली बार रणवीर सिंह का डायरेक्ट करेंगे। इस फ़िल्म के इंतज़ार की सबसे बड़ी वजह यही है। रणवीर की ऊर्जा और रोहित की ह्यूमर क्या गुल खिलाता है, इसका इंतज़ार रहेगा।2018 की सबसे चौंकाने वाली जोड़ी शाह रुख़ ख़ान और आनंद एल राय की है। 'रांझणा' और 'तनु वेड्स मनु' जैसी फ़िल्में बनाने वाले आनंद और रोमांस के किंग शाह रुख़ की फ़िल्में बिल्कुल अलग होती हैं। इन दो अलग मिज़ाज वाले निर्देशक-एक्टर के साथ आने का नतीजा आप देख ही रहे हैं, आनंद ने शाह रुख़ को 'ज़ीरो' बना दिया है और ये ज़ीरो लोगों को काफ़ी पसंद आ रहा है, उत्सुकता भी जगा रहा है। अक्षय कुमार और आर बाल्की का नाम भी इन जोड़ियों में लिया जा सकता है। बाल्की ऑफ़बीट विषयों पर फ़िल्में बनाने के लिए जाने जाते हैं, जो भले ही लोकप्रिय ना हों, पर सोचने के लिए विवश करती हैं। 'चीनी कम', 'पा', 'शमिताभ' और 'की एंड का' जैसी फ़िल्में बाल्की के सिनेमा को परिभाषित करती हैं। वहीं अक्षय कुमार विशुद्ध मसाला फ़िल्मों के नायक रहे हैं। 'जॉली एलएलबी2' और 'टॉयलेट- एक प्रेम कथा' भले ही आम आदमी की कहानी कहती हों, मगर उनमें मसालों की कमी नहीं होती। 'पैड मैन' में बाल्की ने अक्षय को डायरेक्ट किया है, जो सस्ते सेनेटरी नैपकीन बनाने वाले अरुणाचलम मुरुगनाथम की बायोपिक है। बाल्की के निर्देशन में अक्षय को लोगों ने पसंद किया।'बदलापुर' को छोड़ दें तो वरुण धवन के करियर में मसाला एंटरटेनर फ़िल्मों के अलावा कुछ नहीं है। रोमांस और कॉमेडी के इर्द-गिर्द उनकी फ़िल्में घूमती रहती हैं। वहीं, शुजित कंटेंट प्रधान फ़िल्मों के लिए जाने जाते हैं। 'विकी डोनर' और 'पीकू' शुजित स्टाइल फ़िल्में हैं। हालांकि वरुण और शुजित की जोड़ी वो कमाल नहीं दिखा सकी, जिसकी उम्मीद थी। दर्शकों की तरफ़ से फ़िल्म को मिला-जुला रिस्पांस मिला है।