'72 Hoorain' करती है आतंकवाद पर बात, किसी विशेष समुदाय से जोड़ने की जरूरत नहीं: निर्देशक संजय पूरन सिंह चौहान
72 Hoorain Trailer News फिल्म 72 हूरें के निर्देशक संजय पूरन सिंह चौहान ने यह भी कहा कि इस फिल्म को देखने के बाद आतंकवाद को लेकर एक सार्थक बातचीत देश में होगी। वहीं उन्होंने इसे एक प्रोपेगेंडा फिल्म बताने का विरोध किया है। उन्होंने फैंस से अपील की है कि वे सिनेमाघरों में जाकर यह फिल्म देखें और फिर अपनी राय दें।
72 हूरें के निर्देशक का क्या कहना है?
72 हूरें फिल्म को सीबीएफसी ने प्रमाणित करने से क्यों इनकार कर दिया है?
जब निर्देशक से पूछा गया कि क्या यह फिल्म किसी विशेष धर्म के लोगों को टारगेट करती है। इस पर उन्होंने कहा,"आपको यह फिल्म 7 जुलाई को देखनी चाहिए। इसके बाद, हम इस विषय पर बात करेंगे। हम इस फिल्म के रिलीज से पहले कुछ भी ज्यादा नहीं बता पाएंगे। हमें पता है कि लोग बहुत ज्यादा कयास लगाने वाले हैं। 72 हूरें आतंकवाद पर बात करती है और आतंकवाद देश के ताने-बाने को नुकसान पहुंचाता है। यह लोगों में भेदभाव भी लाता है। यह फिल्म उसी पर बात करती है। मुझे लगता है, जब तक आप यह फिल्म नहीं देखेंगे, तब तक आपको इस फिल्म का कांटेक्स्ट समझ में नहीं आएगा।"
"मैं फिर वही बात दोहरा रहा हूं। आप पहले फिल्म देखिए। इसके बाद प्रतिक्रिया दीजिए अगर आप, समाज में कुछ गलत घटित हो रहा है और उसे रोकना चाहते हैं, तो उस समय वहां से आप पीछे नहीं हट सकते। हम इस पर चर्चा क्यों नहीं कर रहे हैं। यह फिल्म आतंकवाद पर बात करती है। इसके साथ, उससे जुड़ी चीजों को भी उजागर करती है। इसके पहले भी कई फिल्में आतंकवाद पर बनाई गई है। 72 हूरें भी उनमें से ही एक है।"