अपने उसूल की वजह से Aamir Khan को छोड़नी पड़ी थी यश चोपड़ा की Darr, कहानी आई थी बेहद पसंद
डर फिल्म ने शाह रुख खान (Shah Rukh Khan Darr) और सनी देओल के बीच आपसी अनबन की खबरों को जोर दे दिया। यश चोपड़ा की इस मूवी में शाह रुख वाला रोल कई अभिनेताओं को ऑफर कर दिया गया था जिनमें आमिर खान (Aamir Khan) भी नाम शामिल था। लेकिन आमिर ने इस फिल्म को मना क्यों कर दिया था। आइए इसके बारे में जानते हैं।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। 24 दिसंबर 1993 को निर्देशक यश चोपड़ा की फिल्म डर (Darr) को रिलीज किया जाता है। अभी बाजीगर में शाह रुख खान (Shah Rukh Khan) के नेगेटिव रोल की चर्चा खत्म नहीं हुई थी कि डर के राहुल मेहता बनकर उन्होंनेफिर से सुर्खियां बटोरनी शुरू कर दीं। डर में शाह रुख के अलावा सनी देओल (Sunny Deol), दिलीप ताहिल, जूही चावला, और अनुपम खेर जैसे सुपरस्टार्स भी मौजूद रहे, लेकिन यश चोपड़ा ने पूरी फिल्म में राहुल मेहता के किरदार को सेंट्रल में रखा, जिसकी वजह से डर के सुनील मल्होत्रा (सनी देओल) खफा हो गए।
डर में शाह रुख वाले रोल के लिए कई फिल्म कलाकारों को ऑफर दिया गया। जिनमें आमिर खान भी शामिल रहे और उन्होंने अपने एक उसूल की वजह से इस ऑफर को ठुकरा दिया था, जानिए क्यों?
आमिर ने क्यों ठुकराई डर
फिल्म डर को करने में हर अभिनेता को डर इस वजह से भी लग रहा था कि करियर के शुरुआत दौर में 90 के दशक का कोई कलाकार खलनायक की भूमिका निभाने का रिस्क नहीं उठाना चाहता था। लेकिन शाह रुख खान ने ये जोखिम उठाया और सफलता अर्जित की। उनसे पहले आमिर खान को यश चोपड़ा ने डर ऑफर की थी।ये भी पढ़ें- फ्रांस के सबसे पुराने म्यूजियम में चलता है Shah Rukh Khan के नाम का 'सिक्का', सम्मान पाने वाले अकेले बॉलीवुड एक्टर
आईएमटीबी (IMTB) को दिए इंटरव्यू में आमिर ने डर को ठुकराने के मामले को लेकर प्रकाश डाला और कहा-
इस तरह से आमिर डर के राहुल मेहता नहीं बने और शाह रुख खान ने इस किरदार को निभाकर अमर कर दिया। हालांकि, इस बात में कोई दोहराए नहीं हैं कि आमिर का फैसला व्यक्तिगत आधार पर कहीं न कहीं सही साबित हुआ।क्योंकि डर की रिलीज के बाद सनी देओल और शाह रुख खान के बीच आपसी मतभेद की स्थिति पैदा हो गई और फिर कभी सनी ने अपने करियर में दोबारा यश चोपड़ा की फिल्म में काम नहीं किया। सनी का मानना था कि डर में उनके रोल से ज्यादा अहमियत शाह रुख के किरदार को दी गई।हां मुझे डर का ऑफर मिला था। फिल्म की कहानी मुझे बहुत पसंद आई थी। लेकिन मेरा एक उसूल है कि अगर मैं एक से ज्यादा अभिनेताओं के साथ फिल्म करता हूं तो मेरी सोच होती है कि फिल्ममेकर हम सभी को साथ बैठाकर पूरी कहानी को विस्तार से समझाएं, जो मुझे डर के मामले में खल रहा था। यही कारण था जो मैंने डर को नहीं किया।