Bobby Deol काम न मिलने की वजह से हर समय बैठे रहते थे घर पर, बच्चे भी सोचने लगे थे ऐसा, एक्टर का हो गया था ये हाल
बॉबी देओल एक बार फिर से अपने करियर के अच्छे मुकाम पर हैं। उन्हें हाल ही में बहुचर्चित वेब सीरीज आश्रम के लिए दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। एक समय ऐसा था जब बॉबी देओल को अपने करियर में काफी असफलता का सामना करना पड़ा था।
By Anand KashyapEdited By: Updated: Thu, 04 Mar 2021 09:36 AM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता बॉबी देओल एक बार फिर से अपने करियर के अच्छे मुकाम पर हैं। उन्हें हाल ही में बहुचर्चित वेब सीरीज 'आश्रम' के लिए 'दादा साहब फाल्के' पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। एक समय ऐसा था जब बॉबी देओल को अपने करियर में काफी असफलता का सामना करना पड़ा था। उन समय उनके पास बॉलीवुड में काम भी कम था। उनका वह खराब दौर था।
अब बॉबी देओल ने अपने करियर के खराब दौर को लेकर ढेर सारी बातें कीं। उन्होंने बताया कि जब वह हर टाइम घर पर रहते थे तो उनके बच्चे यह सोचने लगे थे कि उनके पिता कुछ नहीं करते हैं। यह बात बॉबी देओल ने अंग्रेजी वेबसाइट बॉलीवुड लाइफ को दिए अपने एक वीडियो इंटरव्यू में कही है। उन्होंने अपनी जिंदगी के अहम मोड़ को लेकर भी बात की और बताया कौन सा समय उनकी जिंदगी के काफी अहम था।बॉबी देओल ने कहा, 'मेरी लाइफ का टर्निंग प्वाइंट वह था जब मैं घर पर खाली बैठा हुआ था और मेरे बच्चे भी हैरान थे कि पापा हमेशा घर पर ही क्यों रहते हैं। यह वह पल था जब मुझे महसूस हुआ कि मुझे वास्तव में कड़ी मेहनत करनी है। इस इंडस्ट्री में आने वाले सभी युवा लड़कों और लड़कियों को कहना चाहता हूं कि इस इंडस्ट्री में टिके रहना बहुत आसान नही है। कभी भी हार नहीं माननी चाहिए खुद पर भरोसा रखना चाहिए। अगर आपके अंदर वह बात है तो यकीन मानिए सफलता जरूर मिलेगी। बॉबी कहते हैं कि यही सब उन्होंने सीखा है'।
'दादा साहब फाल्के' पुरस्कार हासिल करने पर बॉबी देओल ने अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने आगे कहा, 'यह सब मेरे फैंस की वजह से है जिन्होंने मुझे इतना प्यार दिया और उन्हीं की वजह से यह संभव हो सका। उन्होंने मेरी मेहनत देखी 'आश्रम' में मेरा काम देखा। मैं सोचता हूं कि एक कलाकार के तौर पर मेरे काम में वेरिएशन है। आश्रम को यूनिवर्सली प्यार मिला है। मुझे पुरस्कार से सम्मानित किया गया है उसका मैं बहुत आभारी हूं। मैं जब 'आश्रम' कर रहा था तो मैंने कभी नही सोचा था कि मुझे पुरस्कार मिलेगा या मैं पुरस्कार के लिए काम कर रहा हूं'।
बॉबी देओल ने आगे कहा, 'मैंने बस यही चाहता था कि लोग मेरे काम को पसंद करें और मैं ये सोचता हूं कि आगे जाकर भी मैं बस अच्छा काम करता जाऊं। पुरस्कार मिले या न मिले लेकिन लोग मेरे काम को पसंद करते जाएं। मैं अपने काम से सबको मनोरंजन करता जाऊं।' इसके अलावा बॉबी देओल ने अपने करियर को लेकर और भी ढेर सारी बातें कीं। आपको बता दें कि बॉबी देओल ने अपने करियर की शुरुआत साल 1995 में फिल्म बरसात से की थी।
इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड की कई शानदार और हिट फिल्में कीं, लेकिन एक समय ऐसे आया जब उनके करियर की रफ्तार धीमी पड़ गई थी। हालांकि पिछले साल बॉबी देओल ने अपने करियर में धमाकेदार वापसी की। उनकी वेब फिल्म क्लास ऑफ 83 और 2019 में आई फिल्म हाउसफुल 4 को दर्शकों ने खूब पसंद किया था। इसके बाद वेब सीरीज आश्रम ने उनके करियर में और जान फूंकी।