Adipurush Controversy: ' 'खिलजी और रावण दोनों एक जैसे', मनोज मुंतशिर ने आदिपुरुष में सैफ का किया सपोर्ट
Adipurush Controversy आदिपुरुष के टीजर के साथ शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। अब इसमें मशहूर गीतकार मनोज मुंतशिर भी कूद पड़े हैं। उन्होंने खुलकर सैफ अली खान को सोपर्ट किया है और कहा कि खिलजी और रावण दोनों एक जैसे हैं।
By Jagran NewsEdited By: Ruchi VajpayeeUpdated: Fri, 07 Oct 2022 04:31 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। प्रभास और सैफ अली खान की मोस्ट अवेटेड फिल्म 'आदिपुरुष' पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में रिलीज हुए टीजर के बाद तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। वो सोशल मीडिया पर खुलकर फिल्म का विरोध कर रहे हैं। इसी बीच आदिपुरुष का डायलॉग लिखने वाले मशहूर गीतकार मनोज मुंतशिर अब फिल्म के बचाव में उतर आए हैं। उनका कहना है कि फिल्म में कुछ भी गलत नहीं है फिर यह हंगामा क्यों?
अदिपुरुष पर बढ़ा विवाद
दरअसल, आदिपुरुष के टीजर में राम बने प्रभास से ज्यादा चर्चा रावण बने सैफ अली खान की हो रही है। फिल्म में ओम राउत ने जिस तरह से रावण से लेकर हनुमान तक के किरदार को मॉर्डर्न अंदाज में पेश किया गया, उसे लेकर दर्शक जबरदस्त नाराज हैं। लोगों का कहना है कि सैफ का लुक रावण से ज्यादा खिलजी जैसा है।
अदिपुरुष के बचाव में उतरे मनोज मुंतशिर
मनोज मुंतशिर ने अब आजतक को दिए एक इंटरव्यू में इन आरोपों पर खुलकर अपना पक्ष रखा है। उन्होंने कहा, 'हमने जो 1 मिनट 35 सेकंड का टीजर देखा है, उसमें साफ दिख रहा है कि रावण ने त्रिपुंड लगाया है। मैंने जितना देखा है उतने की बात कर रहा हूं, बाकी इसके अलावा भी मेरे पास दिखाने को बहुत कुछ है। मनोज ने पूछा, 'कौन सा खिलजी त्रिपुंड लगाता है, तिलक, जनेऊ और रुद्राक्ष धारण करता है। जो हमारे रावण ने टीजर में किया है'।रावण और ख़िलजी की तुलना पर,
मेरा पक्ष सुन लीजिये!
@omraut @aajtak #ADIPURUSH pic.twitter.com/xBMQXZixOz
— Manoj Muntashir Shukla (@manojmuntashir) October 6, 2022
सैफ के लुक में क्या बुराई है?
मनोज ने आगे कहा, 'दूसरी बात कि हर युग की बुराई का अपना चेहरा होता है। रावण मेरे लिए बुराई का चेहरा है, अलाउद्दीन खिलजी इस दौर की बुराई का चेहरा है और अगर वो मिलता-जुलता भी है, हमने उनके इंटेंशनली ऐसा नहीं किया है, लेकिन अगर मिल भी गया तो मुझे लगता नहीं कि इसमें कोई ऐतराज की बात है। अलाउद्दीन खिलजी तो कोई नायक ही नहीं है, तो अगर रावण का चेहरा उससे मिलता है तो इसमें कोई बुराई नहीं है।'
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