Adipurush Row: 'गलतफहमी है कि युवा पीढ़ी इसे पसंद करेगी', 'रामायण' से तुलना पर भड़के रामानंद सागर के बेटे
Adipurush Controversy प्रभास और कृति सेनन स्टारर फिल्म आदिपुरुष को लगातार विवादों का सामना करना पड़ रहा है। अरुण गोविल और सुनील लहरी के बाद अब रामायण के मेकर रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर ने आदिपुरुष के डायलॉग्स पर निराशा व्यक्त की है।
नई दिल्ली, जेएनएन। Adipurush Controversy: रामानंद सागर की रामायण ने लोगों के दिलों में अपनी एक अलग जगह बनाई है। 1987 में आए इस माइथोलॉजिकल शो के भगवान राम से लेकर माता सीता और अलग-अलग किरदार निभाने वाले एक्टर्स को आज भी फैंस का भरपूर प्यार मिलता है।
हाल ही में 'आदिपुरुष' की रिलीज के बाद सुनील लहरी से लेकर अरुण गोविल सहित 'रामायण' से जुड़े एक्टर्स ने प्रभास-कृति की फिल्म पर अपनी निराशा व्यक्त की थी।
अब इनके बाद हाल ही मनोज मुंतशिर द्वारा लिखे गए डायलॉग्स पर रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर का गुस्सा फूटा है। 'रामायण' से तुलना करने पर भी उन्होंने मेकर्स को खूब खरी-खोटी सुनाई है।
मनोज मुंतशिर ऐसे संवादों की कल्पना कैसे कर सकते हैं - प्रेम सागर
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए 'आदिपुरुष' पर चल रहे विवाद पर रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। उन्होंने बातचीत में कहा, "मनोज मुंतशिर हिंदू धर्म के बारे में अच्छी जानकारी है।
मुझे ये समझ नहीं आता कि वह इस तरह के संवादो की कल्पना भी कैसे कर सकते हैं। ये शायद उनकी गलतफहमी है कि आज कि युवा पीढ़ी इसे पसंद करेगी, आप दर्शकों के साथ ऐसा नहीं कर सकते। ऐसा मत कहिये कि ये फिल्म वाल्मीकि की रामायण पर आधारित है।
आप इसे काल्पनिक फिल्म कह सकते थे, कोई दूसरा नाम दे सकते थे। अगर आप रामायण बना रहे हैं, तो किसी की भावनाओं को आप ठेस नहीं पहुंचा सकते। लोग इसे पूरी श्रद्धा से देखते हैं"।
मैं आदिपुरुष देखना ही नहीं चाहता-प्रेम सागर
रामानंद सागर के बेटे ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, "मैंने फिल्म की कुछ क्लिप्स देखी हैं और सुनील लहरी(रामायण के लक्ष्मण) सहित कुछ लोगों से मेरी बातचीत हुई, तो कुछ तो प्रॉब्लम है इसमें। मैं ये फिल्म देखना भी नहीं चाहता। रावण बहुत ज्ञानी था और आप उनकी सोने की लंका को काला कर रहे हो।
उनके पांच सिर ऊपर, पांच सिर नीचे हैं। मुझे बस इस बात की खुशी है कि उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ। अपनी गलती मान लेना ही खुद में एक बड़ा स्टेप है। इस बार पता नहीं क्या हुआ है। कभी-कभी प्रकृति ऐसा कुछ कर देती है, जिससे लोगों की बुद्धि विचलित हो जाती है।
आपको बता दें कि मनोज मुंतशिर द्वारा 'हनुमान जी' के लिखे गए डायलॉग को लेकर लिरिसिस्ट राइटर की खूब आलोचना हुई थी, यहां तक कि उन्होंने ये दावा भी किया था कि उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही है और मुंबई पुलिस से सुरक्षा की गुजारिश की थी।