Adipurush: प्रभास-कृति ने ट्रेलर लॉन्च पर 'जय श्रीराम' के लगाए नारे, रामलीला के कलाकारों को डेडिकेट की फिल्म
Adipurush प्रभास और कृति सेनन स्टारर फिल्म आदिपुरुष का फैंस को बेसब्री से इंतजार है। हाल ही में जब फिल्म का मुंबई में ट्रेलर लॉन्च किया गया तो इस दौरान प्रभास और पूरी कास्ट ने मंच पर जय श्रीराम के नारे लगाए।
By Tanya AroraEdited By: Tanya AroraUpdated: Wed, 10 May 2023 12:43 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। Adipurush: प्रभास और कृति सेनन की फिल्म 'आदिपुरुष' को लेकर फैंस में एक अलग दीवानगी देखने को मिल रही है। इस फिल्म के पहले पोस्टर ने ही लोगों की एक्साइटमेंट को दोगुना कर दिया था, लेकिन अपने पोस्टर्स और टीजर को लेकर फिल्म काफी विवादों में भी घिर गई थी।
अब हाल ही में फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया गया, जिसे देखने के बाद फैंस खुशी से झूम उठे और रिलीज से पहले ही फिल्म को ब्लॉकबस्टर बता दिया। प्रभास ने जहां श्रीराम के किरदार के लिए निर्देशक का शुक्रिया अदा किया, तो वहीं ओम राउत ने ये फिल्म रामलीला के कलाकारों को डेडिकेट की।
आदिपुरुष के ट्रेलर लॉन्च पर लगाए 'जय श्रीराम' के नारे
हैदराबाद में फैंस के लिए स्क्रीनिंग रखने के बाद बीते सोमवार को मुंबई में फिल्म 'आदिपुरुष' का ग्रैंड ट्रेलर लॉन्च किया गया, जहां सभी सितारों और पूरी क्रू ने मंच पर 'जय श्रीराम' और 'जय सियाराम' के नारे लगाए। इस इवेंट पर प्रभास ने अपने किरदार के बारे में बात करते हुए कहा, ''मैं ओम का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा, क्योंकि उन्होंने मुझे ये अवसर दिया।हमने ये फिल्म बेहद ही प्यार और आदर से बनाई है, उम्मीद करते हैं, आप सबको फिल्म अच्छी लगे''। आपको बता दें कि 3 मिनट 19 सेकंड के इस दमदार ट्रेलर में भगवान राम के राघव से लेकर आदिपुरुष के किरदार और रावण के साथ उनके युद्ध को बड़ी ही खूबसूरती से उतारा गया है।
ओम राउत ने रामलीला के कलाकारों को डेडीकेट की फिल्म
तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर जैसी सुपरहिट फिल्म देने वाले निर्देशक ओम राउत ने आदिपुरुष के बारे में बात करते हुए कहा, "मेरी ये फिल्म उन सभी कलाकारों को डेडिकेट है, जो रामलीला का हिस्सा हैं। मुझे लगता है कि रामायण की कहानी सालों से चलती आ रही है, ये एक बस की तरह है।
हम इस बस में सवार हुए है और आगे कई सालों तक हम इसे जारी रखेंगे। हमारे बाद कोई और इस कहानी को लेकर आएगा, लेकिन रामलीला का ये सफर चलता रहेगा। हम रामलीला को अलग-अलग रूप में तब तक देखेंगे, जब तक इंडिया में थिएटर हैं"।