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Adnan Sami ने पाकिस्तान की नागरिकता छोड़ने के मुद्दे पर की बात, कहा- 'सच्चाई जान चौक जाएंगे लोग'

Adnan Sami on Pakistan बॉलीवुड सिंगर अदनान सामी अक्सर अपने पूर्व देश पाकिस्तान की कई मंचों पर जमकर आलोचना कर चुके हैं। अब सिंगर ने एक पोस्ट में पाकिस्तान से अपने पयालन को लेकर बात की है और जमकर वहां की संस्था पर हमला बोला है।

By Jagran NewsEdited By: Nitin YadavUpdated: Mon, 14 Nov 2022 02:52 PM (IST)
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Adnan Sami speak on issue of give-up citizenship of Pakistan.
नई दिल्ली, जेएनएन। Adnan Sami on Pakistan: दिग्गज सिंगर अदनान सामी अपने पूर्व देश पाकिस्तान प्रशासन पर एक पोस्ट साझा कर तीखा हमला करते हुए जमकर आलोचना की है और सिंगर ने पाकिस्तान प्रशासन द्वारा उनके साथ किए व्यवहार की वास्तविकता को उजागर करने का वादा भी किया है।  

अदनान सामी ने सोमवार दोपहर अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल पर लंबा चौड़ा पोस्ट साझा किया है, जिसमें वो पाकिस्तान प्रशासन की भत्सना कर रहे हैं। सिंगर ने अपनी पोस्ट में लिखा, कई लोग मुझसे पूछते हैं कि मुझे पाकिस्तान के प्रति इतनी नफरत क्यों है। सच ये है कि मेरे मन में पाकिस्तान के उन लोगों के लिए कोई रोष नहीं है, जिन्होंने मेरे साथ अच्छा व्यवहार किया और मैं उन सभी से प्यार करता हूं जो मुझे से प्यार करते हैं। हालांकि, मेरे पास वहां के प्रशासन के साथ कई मुद्दे थे। जो लोग मुझे सही मायनों में जानते हैं, उन्हें ये भी पता होगा कि उन संस्थाओं ने कई सालों तक मेरे साथ क्या किया। जो आखिरकार मेरे पाकिस्तान छोड़ने के बड़े कारणों में से एक था।  

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सही वक्त करने पर करूंगा खुलासा  

उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा, जल्द ही एक दिन मैं इस सच्चाई से पर्दा उठाकर ही रहूंगा कि उन्होंने मेरे साथ कैसा व्यवहार किया, जिसके बारे में बहुत से लोग नहीं जानते और इन वजहों को जानकर बहुत से लोग तो चौंक जाएंगे। मैं इस सब के बारे ना बोलते हुए कई सालों से चुप हूं, लेकिन सही वक्त आने पर में इस बारे में सब कुछ बताऊंगा।

2016 से हैं भारत के नागरिक

आपको बता दें, अदनान सामी को साल 2016 में भारतीय नागरिकता दी गई थी, जिसके बाद उन्होंने पाकिस्तान की नागरिकता को छोड़ दिया था। उन्हे साल 2020 में भारत सरकार की ओर से म्यूजिक के क्षेत्र में दिए अपने योगदान के लिए देश का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। जिसका कई राजनीतिक पार्टियों ने विरोध किया था।