ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan)
ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan) साल 2007 में शादी के बाद भी ऐश्वर्या का फिल्मी सफर तेजी से चलता रहा। शादी के बाद भी एक्ट्रेस की फिल्में जोधा अकबर सरकार राज रावण एक्शन रिप्ले और गुजारिश एक के बाद रिलीज होती रहीं।
नई दिल्ली, जेएनएन। अपनी गहरी नीली आखों और मनमोहक मुस्कान से करोड़ों लोगों को दीवाना बना देने वाली एक बच्ची का जन्म साल 1973 में 1 नवंबर को मंगलूरु में हुआ। कृष्णराज राय और वृंदा राय के घर जन्मी प्यारी सी बिटिया का नाम माता-पिता ने बड़े प्यार से ऐश्वर्या रखा। पिता पेशे से मरीन इंजीनियर थे और मां एक लेखिका। इनके घर में तुलु भाषा बोली जाती थी। बचपन में ऐश पांच साल तक क्लासिकल डांस और संगीत की ट्रेनिंग ली।
शिक्षा
ऐश्वर्या राय की प्रारंभिक शिक्षा (कक्षा 7 तक) हैदराबाद, आंध्र प्रदेश से हुई। बाद में उनका परिवार मुंबई शिफ्ट हो गया। मुंबई में उन्होने शांता-क्रूज स्थित आर्य विद्या मंदिर और बाद में डी जी रूपारेल कॉलेज, माटूंगा में पढ़ाई की। पढ़ाई के दौरान ही उन्हें मॉडलिंग के ऑफर आने लग गए थे। कई टेलीविजन विज्ञापनों में दिखाई देने के बाद उन्होंने मिस इंडिया पेजेंट में भाग लेने का मन बनाया।
1994 में बनी मिस इंडिया
ऐश्वर्या राय ने जब मिस इंडिया के लिए नॉमिनेशन दिया था, उनके नाम की गजब चर्चा थी। सुष्मिता सेन ने भी खुलासा किया था कि जब उन्होंने ये सुना कि ऐश्वर्या राय आ रही है इस बार मिस इंडिया पेजेंट में पार्ट लेने के लिए, पहली बार तो वो बिना फॉर्म भरे ही वापस लौट गईं थीं। हालांकि इस प्रतियोगिता में ऐश्वर्या दूसरे स्थान पर आई और सुष्मिता पहले नंबर पर।
शुरू हुआ एक्टिंग का सफर
1994 में ऐश्वर्या ने मिस वर्ल्ड का खिताब जीत कर देश का मान बढ़ाया। उनके पास फिल्मों के भी ऑफर आने लग गए। अभिनय की शुरुआत उन्होंने साल 1997 में तमिल फिल्म 'इरुवर' से की। उनकी पहली हिन्दी फिल्म 'और प्यार हो गया' थी। उनकी पहली कमर्शियल सफल फिल्म 'जींस' रही। 'और प्यार हो गया' में के लिए ऐश्वर्या राय को बेस्ट न्यूकमर का अवॉर्ड भी मिला।
इन फिल्मों से मिली पहचान
'हम दिल दे चुके सनम', मोहब्बतें, 'देवदास', "हमारा दिल आपके पास है" जैसी फिल्मों से ऐश्वर्या राय ने सफलता का स्वाद चखा। ऐश्वर्या ने बॉलीवुड में ऐसा नाम कमाया है जिसके लिए ज्यादातर अभिनेत्रियां मरती हैं। ऐश, कान्स फिल्म फेस्टिवल में जूरी की सदस्य बनने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री बनीं। साल 2004 में, उन्होंने गुरिंदर चड्ढा द्वारा निर्देशित अपनी पहली अंग्रेजी फिल्म "ब्राइड एंड प्रेजुडिस" की। ऐश्वर्या विश्व प्रसिद्ध मैडम तुसाद के मोम संग्रहालय में मोम में अमर होने वाली पहली भारतीय महिला भी बनीं।
अभिषेक बच्चन संग लिए सात फेरे
ऐश्वर्या राय ने साल 2007 में अमिताभ बच्चन और जया बच्चन के बेटे अभिषेक बच्चन संग सात फेरे लिए। उनका शादी की खबरों ने मीडिया में जमकर सुर्खियां बटोरीं थीं। इस तरह ऐश्वर्या, एक समृद्ध और प्यार करने वाले बच्चन परिवार का हिस्सा बन गईं। अभिषेक और ऐश्वर्या ने 16 नवंबर, 2011 को अपनी बेटी आराध्या बच्चन का स्वागत किया। साल 2015 में ऐश्वर्या राय ने फिल्म जज्बा से सिनेमाघरों में वापसी की, फिल्म फ्लॉप रही।
फिर से की फिल्मों में वापसी
साल 2016 की फिल्म सरबजीत ने उन्हें बेहतरीन अदाकारा के तौर पर फिर से स्थापित किया। इसी साल एक और फिल्म आई 'ऐ दिल है मुश्किल' इस फिल्म में ऐश्वर्या के साथ अनुष्का शर्मा और रणबीर कपूर भी थे। ऐश और रणबीर कपूर के बोल्ड सीन्स ने काफी सुर्खियां भी बटोरीं थीं। ऐश को लोगों ने ऐसे अंदाज में देखा, जो पहले कभी दिखाई नहीं दिया था। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सबसे बड़ी हिट भी साबित हुई थी।
पीएस-2 में दिखाया जलवा
ऐश्वर्या राय बच्चन साल 2022 में रत्नम की तमिल ऐतिहासिक ड्रामा पोन्नियिन सेलवन -1 में नजर आईं है। पोन्नियिन सेलवन: I, जिसे सन ऑफ पोन्नी के नाम से भी जाना जाता है, तमिल में एक भविष्य की महाकाव्य ऐतिहासिक ड्रामा फिल्म है, जिसका स्क्रीन प्ले मणिरत्नम, एलंगो कुमारवेल और बी. जयमोहन ने मिलकर लिखा। इसकी दूसरी किस्त पीएस-2 इसी साल 28 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
अवॉर्ड्स
ऐश्वर्या राय को भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए 2009 में पद्मश्री मिला। अप्रैल 2023 तक, वह तब्बू, काजोल और प्रियंका चोपड़ा के साथ इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाली बहुत कम भारतीय अभिनेत्रियों में से एक बनी हुई है। ऐश को 11 नामांकनों में से 'हम दिल दे चुके सनम' (1999) और 'देवदास' (2002) के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए दो फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिले हैं और कई बार स्क्रीन अवार्ड्स, और आईफा पुरस्कार समारोह और अन्य में उनके ऑनस्क्रीन प्रदर्शन के लिए अवॉर्ड मिल चुके हैं।
ऐश्वर्या को 2003 के कान फिल्म समारोह के ज्यूरी मेंबर के तौर पर नियुक्त किया गया, वह महोत्सव में जूरी सदस्य के रूप में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री थीं।