अभिनेता Ajay Devgn के पिता Veeru devgan का निधन, सोमवार को मुंबई में हुए पंचतत्व में विलीन
जागरण डॉट कॉम भी उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि देता हैl इस समय उनका पूरा परिवार शोकाकुल हैl मुंबई के विलेपार्ले में उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार हुआl
By Rupesh KumarEdited By: Updated: Tue, 28 May 2019 10:16 AM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएनl फिल्म अभिनेता अजय देवगन के पिता और स्टंट मास्टर वीरू देवगन का मुंबई में सोमवार को निधन हो गया थाl वीरू देवगन एक प्रसिद्ध स्टंट मास्टर थेl उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों के स्टंट कोरियोग्राफ किये थेl इसके लिए उन्हें कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गयाl जागरण डॉट कॉम भी उन्हें श्रद्धांजलि देता हैl इस समय उनका पूरा परिवार शोकाकुल हैl
Sad news. Veeru Devgan, a legend passed away. RIP Veeruji. Deepest condolences to the Devgan family @ajaydevgn @KajolAtUN
— Meena Iyer (@Meena_Iyer) May 27, 2019
फिल्म अभिनेता अजय देवगन के पिता वीरू देवगन ने सोमवार को मुंबई में अंतिम साँसे लीl उनकी तबियत बहुत समय से खराब चल रही थीl मुंबई में 27 मई 19 को उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कहाl वीरू मशहूर स्टंट और एक्शन कोरियोग्राफर और डायरेक्टर थेl उन्होंने करीब 80 से अधिक फिल्मों में एक्शन कोरियोग्राफ करने का काम किया थाl इसके अलावा उन्होंने ‘हिंदुस्तान की कसम’ नामक फिल्म का निर्देशन भी किया थाl
सन 1957 में 14 साल के वीरू देवगन बॉलीवुड में घुसने की चाह लिए अमृतसर में अपने घर से भाग गए, बिना टिकट लिए बंबई जाने के लिए फ्रंटियर मेल पकड़ ली और पकड़ें गये टिकट नहीं लेने के कारण दोस्तों के साथ हफ्ते भर जेल में रहे थेl बाहर निकलने पर बंबई शहर और भूख ने उनको तोड़ दिया थाl जहां उनके साथ आए कुछ दोस्त टूटकर अमृतसर वापिस लौट गए लेकिन वीरू देवगन नहीं गएl वह टैक्सियां धोने लगे और कारपेंटर का काम करने लगे, हौसला लौटने पर फिल्म स्टूडियोज़ के चक्कर काटने लगेl उन्हें हीरो बनना था लेकिन उन्हें जल्द ही समझ आ गया कि हिंदी फिल्मों में जो चॉकलेटी चेहरे हीरो और अभिनेता बने हुए हैं, उनके सामने उनका कोई चांस नहीं हैl
वीरू देवगन ने अपने बेटे अजय देवगन को हीरो बनाने के लिए बहुत कड़ी मेहनत की हैl उन्हें कम उम्र से ही फिल्ममेकिंग, और एक्शन से जोड़ाl ये सब अजय के हाथों ही करवाते थेl कॉलेज गए तो उनके लिए डांस क्लासेज शुरू करवाईं गईl घर में ही जिम बनावाया गयाl हॉर्स राइडिंग सिखाया और फिर उन्हें अपनी फिल्मों की एक्शन टीम का हिस्सा बनाने लगेl उन्हें बताने लगे कि सेट का माहौल कैसा होता हैl जिसके चलते आज अजय फिल्ममेकिंग को लेकर बहुत सक्षम हो पाए हैl
उन्होंने Inkaar (1977), Mr. Natwarlal (1979), Kranti (1981), Himmatwala (1983), Shahenshah (1988), Tridev (1989), Baap Numbri Beta Dus Numbri (1990), Phool Aur Kaante (1991) जैसी फिल्मों में एक्शन निर्देशन किया थाl