जब Akshay Kumar के लिए सिरदर्द बन गया था ये फोटो, कहीं नहीं मिलता था काम, देखते ही हो जाते थे रिजेक्ट
अक्षय कुमार कभी अपने हैंडसम लुक्स के कारण फिल्म इंडस्ट्री की कई एक्ट्रेस के दिलों पर राज करते थे। 90 के दशक में उनकी खूबसूरती का चार्म देखने लायक था। सिल्वर स्क्रीन पर उनकी परफॉर्मेंस के साथ ही लुक्स की भी काफी तारीफ होती थी। लेकिन इन्हीं लुक्स के कारण अक्षय को कभी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। बॉलीवुड में हैंडसम एक्टर्स की कमी नहीं है। 90 के दशक के हीरो सलमान खान (Salman Khan), आमिर खान के अलावा अगर किसी के लुक्स पर चर्चा होती थी, तो वो थे अक्षय कुमार (Akshay Kumar)।
फिल्मी दुनिया में 'खिलाड़ी कुमार' के नाम से फेमस अक्षय अपने तीन दशक के करियर में 100 से ज्यादा फिल्में कर चुके हैं और कई अवॉर्ड भी जीते हैं। आज एक-एक फिल्म के लिए करोड़ों चार्ज करने वाले अक्षय कुमार की जिंदगी में एक वक्त ऐसा भी था, जब उन्हें सपोर्टिंग एक्टर के रोल के लिए भी ऑडिशन देना पड़ता था। यहां तक कि उन्हें मॉडलिंग असाइंमेंट से तक बाहर कर दिया गया था।
जुनून में अक्षय ने किया था ये काम
इन दिनों 'बड़े मियां छोटे मियां' को लेकर चर्चा में बने अक्षय कुमार के सिर पर हमेशा से एक्टिंग का जुनून सवार था। इतना कि उन्होंने पैसे इकट्ठा कर लिए और बिना डैडी को बताए स्टूडियो में फोटो खिंचवाली। ये तस्वीर अक्षय के लिए कई मायनों में खास हो सकती है।
इस कारण रिजेक्ट हुए थे अक्षय
दुबले पतले से दिखने वाले अक्षय ने व्हाइट टी शर्ट, ब्लू जींस में और कुछ बिखरे बालों में अपनी फोटो खिंचवाई थी। इसी तस्वीर को वह मॉडलिंग एजेंसी में दिखाया करते थे। ये फोटो उन्हें जितनी पसंद थी, मॉडलिंग एजेंसी को उतनी ही खराब लगती थी। यही वजह है कि इस फोटो के कारण ही उन्हें कभी काम नहीं मिला।पहली बार जताई थी हीरो बनने की इच्छा
जीना इसी का नाम है में अक्षय ने इसका खुलासा किया था। उन्होंने बताया था कि वह सातवीं में थे, जब उन्होंने डैडी के सामने हीरो बनने की इच्छा जताई थी। तब उनके डैडी ने यह कहकर मना कर दिया था कि हीरो बनने के लिए इंग्लिश आनी चाहिए और इसके लिए उन्हें पढ़ाई करनी होगी।
अक्षय दिल्ली में पैदा हुए और मुंबई के डॉन बॉस्को स्कूल में पढ़ाई की। इस स्कूल में उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर ग्रुप बनाया था, जिसका नाम ब्लडी टेन था। अक्षय के मुताबिक, उनके ग्रुप से सभी स्कूल वाले डरते थे और सभी ग्रुप मेंबर्स को इस बात पर गर्व हुआ करता था।