Amitabh Bachchan Birthday: 'हां, मैं साइन करूंगा...', आज भी रोंगटे खड़े कर देते हैं अमिताभ के ये 10 संवाद
Amitabh Bachchan Birthday अमिताभ बच्चन की बेरीटोन में बोले गये ये संवाद आइकॉनिक माने जाते हैं जो कलाकारों की यंग जनरेशन के लिए प्रेरणा और पाठशाला से कम नहीं। बिग बी की ये संवाद आज भी उनके फैंस के बीच बेहद लोकप्रिय हैं।
सरकारराम गोपाल वर्मा निर्देशित फिल्म 2005 में आयी थी। महाराष्ट्र की राजनीति से प्रेरित फिल्म में बिग बी ने सुभाष नागरे का किरदार निभाया था। अभिषेक बच्चन और कटरीना कैफ मुख्य स्टार कास्ट में शामिल थे।''परंपरा, प्रतिष्ठा, अनुशासन... ये इस गुरुकुल के तीन स्तंभ हैं। ये वो आदर्श हैं, जिनसे हम आपका आने वाला कल बनाते हैं।''
अग्निपथ1990 में रिलीज हुई अग्निपथ बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली थी, मगर इस फिल्म में डॉन बने अमिताभ के अंदाज ने सनसनी मचा दी थी। संवाद अदायगी का खास अंदाज बिग बी काफी लोकप्रिय हुआ था।''मुझे जो सही लगता है, मैं करता हूं... फिर चाहे वो भगवान के खिलाफ हो, कानून के खिलाफ हो या पूरे सिस्टम के खिलाफ!''
कालिया1980 की इस फिल्म में अमिताभ के किरदार को सीधे-सादे कल्लू से शातिर कालिया बनते हुए देखा गया था। जेलर बने प्राण के साथ बिग बी के संवाद इस फिल्म की एक हाइलाइट हैं।''विजय दीनानाथ चौहान पूरा नाम, बाप का नाम दीनानाथ चौहान, मां का नाम सुहासिनी चौहान, गांव मांडवा, उमर 36 साल, नौ महीना आठ दिन सोलहवां घंटा चालू है।''
दीवार''हम भी वो हैं, जो कभी किसी के पीछे खड़े नहीं होते। जहां खड़े हो जाते हैं, लाइन वहीं शुरू होती है।''
1975 अमिताभ बच्चन के करियर का स्वर्णिम साल है, जब उनकी शोले, दीवार, चुपके-चुपके और मिली जैसी फिल्में रिलीज हुई थीं। शोले और दीवार हिंदी सिनेमा की ऑल टाइम क्लासिक फिल्मों में शुमार हैं। यश चोपड़ा निर्देशित दीवार अमिताभ के करियर की वो फिल्म है, जिसका हर सीन और संवाद आइकॉनिक है। इसके कुछ संवाद काफी लोकप्रिय रहे।
View this post on Instagram
Bachchan Sahab in his glory! @SrBachchan 👏🏽❤️ #Deewar #AmitabhBachchan pic.twitter.com/hkFHFcfgSj
— ashay nikam (@ashay_nikam) October 9, 2022
''तुम लोग मुझे ढूंढ रहे हो और मैं तुम्हारा यहां इंतजार कर रहा हूं... इसे अपनी जेब में रख ले पीटर, अब ये ताला मैं तेरी जेब से चाबी निकाल कर ही खोलूंगा।''
1982 में आयी नमक हलाल अमिताभ के कॉमिक स्किल्स का बेहतरीन नमूना है। इस फिल्म के फनी संवाद काफी पसंद किये गये थे।''हां, मैं साइन करूंगा, लेकिन... जाओ पहले उस आदमी का साइन लेकर आओ, जिसने मेरे हाथ में ये लिख दिया था, उसके बाद...''
''मैं आज भी फेंके हुए पैसे नहीं उठाता...''
नमक हलाल
डॉन''दैट आई कैन अंग्रेज लीव बिहाइंड, आई कैन टॉक इंग्लिश, आई कैन वॉक इंग्लिश, आई कैन लॉफ इंग्लिश, बिकोज इंग्लिश इज ए वैरी फन्नी लैंग्वेज!''
1978 की डॉन अमिताभ की सबसे अधिक एंटरटेनिंग फिल्मों की लिस्ट में शामिल मानी जाती है। इस फिल्म में उन्होंने डबल रोल निभाया था। फिल्म के गाने और डायलॉग काफी फेमस रहे।Watched @SrBachchan sir film DON at PVR Juhu on Big screen directed by Chandra barot 🙌Remembering as a kid in 1978 watching in Gaiety Bandra, After 44 Years.A Great Nostalgic Moment reliving for me..People were dancing with huge enthusiasm on all songs...Long Live Cinema.🙌🎬 pic.twitter.com/OVZobEt9NO
— Madhur Bhandarkar (@imbhandarkar) October 10, 2022
जंजीर''डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।''
जंजीर वो फिल्म है, जिसने अमिताभ बच्चन को इंडस्ट्री में बतौर एंग्री यंग मैन स्थापित किया था। इस फिल्म में उन्होंने ईमानदार और उसूलों पर चलने वाले पुलिस अफसर का किरदार निभाया था। प्रकाश मेहरा निर्देशित इस फिल्म के संवाद भी आइकॉनिक रहे। प्राण ने फिल्म में पठान और उनके दोस्त का रोल निभाया था।Take a look at the movies where #AmitabhBachchan used the iconic screen name Vijay and left us flabbergasted - https://t.co/Q1944VU53U pic.twitter.com/T905aQYFcC
— IIFA (@IIFA) October 9, 2022
यह भी पढ़ें: Amitabh Bachchan Birthday: इंस्टाग्राम पर अपनी बहू को फॉलो नहीं करते अमिताभ बच्चन, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान''जब तक बैठने का ना कहा जाए शराफत से खड़े रहो, ये पुलिस स्टेशन है, तुम्हारे बाप का घर नहीं, इसीलिए सीधी तरह खड़े रहो।''