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Amjad Khan की इस फिल्म की वजह से Amitabh Bachchan से टूट गया था बरसों पुराना 'याराना'

Amjad Khan बेशक हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनसे जुड़े कई दिलचस्प किस्से हैं जिनके बारे में जितनी चर्चा की जाए उतनी कम है। शोले (Sholay) के गब्बर सिंह से लिए प्रसिद्ध अभिनेता ने बतौर डायरेक्टर भी सिनेमा जगत में अपना योगदान दिया। उनकी डेब्यू डायरेक्शन फिल्म और अमिताभ बच्चन को लेकर एक रोचक किस्सा हम आपको बताने जा रहे हैं।

By Ashish Rajendra Edited By: Ashish Rajendra Updated: Fri, 22 Mar 2024 06:38 PM (IST)
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इस वजह से खत्म हुई अमिताभ और अमजद की दोस्ती (Photo Credit-Jagran)
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। ''तेरे जैसा यार कहां, कहां ऐसा याराना।'' साल 1981, फिल्म याराना। अमिताभ बच्चन और दिवंगत अभिनेता अमजद खान (Amjad Khan) की इस मूवी का गाना दोनों की असल जिंदगी में काफी फिट बैठता था। डायरेक्टर रमेश सिप्पी की फिल्म शोले में एक दूसरे के जानी-दुश्मन बनने वाले अमजद और अमिताभ (Amitabh Bachchan)  रियल लाइफ में काफी अच्छे दोस्त हुआ करते थे। 

लेकिन फिर अमजद खान ने बतौर डायरेक्टर हिंदी सिनेमा में पर्दापण किया और फिल्म चोर पुलिस (Chor Police) बनाई। इस मूवी के बाद कुछ ऐसा हुआ दो जिगरी दोस्तों की दोस्ती हमेशा के लिए खत्म हो गई है। आइए जानते हैं कि इसके पीछे का कारण क्या था। 

1983 में रिलीज हुई चोर पुलिस

शोले (Sholay) में गब्बर सिंह की भूमिका को निभाने के बाद बतौर अभिनेता अमजद खान खुद को स्थापित कर चुके थे। इसके बाद उनके दिमाग में फिल्मों का निर्देशन करने का विचार आया और 1983 में उन्होंने अपने डायरेक्शन करियर की शुरूआत फिल्म चोर पुलिस की। 

इस मूवी में लीड रोल में अमजद खान, शत्रुघ्न सिन्हा और परवीन बॉबी जैसे कई कलाकार लीड रोल में मौजूद थे। ये एक प्रोपर एक्शन थ्रिलर मूवी थी। हालांकि बॉक्स ऑफिस पर फिल्म सौतन के साथ क्लैश की वजह से चोर पुलिस ज्यादा कुछ खास कामयाबी हासिल नहीं कर सकी। 

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डेढ़ साल तक लटकी रिलीज पर तलवार

बतौर डायरेक्टर हिंदी सिनेमा अमजद खान का सफर आसान नहीं रहा और उनकी पहली फिल्म चोर पुलिस की रिलीज पर करीब डेढ़ साल तक तलवार टलकी रही। कारण, सेंसर बोर्ड ने इस मूवी को पास नहीं किया। आईटीएमबी यूट्यूब चैनल मौजूद अमजद खान के एक पुराने इंटरव्यू में इस मामले को लेकर खुलकर बात की। 

एक्टर ने बताया था- मैं नहीं जानता की मेरी फिल्म को रिलीज होने के लिए डेढ़ साल तक समय क्यों लगा। सेंसर बोर्ड के पैनल में चोर पुलिस उलझ के रह गई। उनका मानना था कि फिल्म हिंसक सीन्स से भरी हुई है और उसमें कई आपत्तिजनक दृश्य भी मौजूद हैं। 

लेकिन सही मायनों में मेरी फिल्म में ऐसा कुछ भी नहीं था। मुझे इस बात का पछतावा होता है कि काश मेरी मूवी में और भी खून खराबा दिखाया होता तो शायद वो चल सकती थी। 

कैसे अमिताभ बच्चन से टूटी दोस्ती

अमिताभ बच्चन और अमजद खान की दोस्ती की मिसाल आज भी दी जाती है। आईएमडीबी की रिपोर्ट के अनुसार फिल्म चोर पुलिस की रिलीज को लेकर अमजद काफी परेशान थे। उस दौरान अमिताभ बच्चन राजनीति में काफी एक्टिव हो गए थे। ऐसे में अमजद खान अपने दोस्त अमिताभ के पास गए और उनसे कहा कि सेंसर बोर्ड उनकी फिल्म को रिलीज नहीं करने दे रहा है। 

अपने दोस्त की मदद करते हुए बिग बी ने सेंसर बोर्ड से गुहार लगाई और अमजद की फिल्म रिलीज हो गई। लेकिन कुछ दिन एक अखबार में अमजद और अमिताभ की इस बातचीत का किस्सा छप गया, जिससे अमिताभ खफा हो गए और उन्होंने अमजद को मिलने बुलाया। 

बताया जाता है कि अमिताभ चोर पुलिस की रिलीज का कोई क्रेडिट नहीं लेना चाहते थे। दीवार अभिनेता अमजद से इस खबर के लीक होने को लेकर सवाल पूछे। अमजद खान खुद इस मामले से पूरी तरह से अनजान और आश्चर्यचकित थे। कहा जाता है कि इसके बाद से अमिताभ और अमजद की दोस्ती में दरार आ गई।

दुबई में शूट होने वाली पहली फिल्म 

अमजद खान खान की चोर पुलिस को भले उतनी सफलता नहीं मिली, लेकिन इस फिल्म के नाम एक खास उपलब्धि दर्ज है। दरअसल चोर पुलिस हिंदी सिनेमा की पहली ऐसी मूवी है, जिसकी शूटिंग दुबई में हुई थी। 

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