Indiana Jones के लिए जब अमरीश पुरी को कहा गया था 'एंटीनेशनल', हैरीसन फोर्ड ने 'मोला राम' को किया याद
Amrish Puri Birth Anniversary इंडियाना जोन्स एंड द टेम्पल ऑफ डूम 1984 में रिलीज हुई थी जिसे स्टीवन स्पीलबर्ग ने निर्देशित किया था। अमरीश ने फिल्म में एक तांत्रिक का किरदार निभाया था। फिल्म की रिलीज भी बाधित हुई थी वहीं अमरीश पुरी को किरदार के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। अब इस फ्रेंचाइजी की पांचवीं फिल्म रिलीज होने वाली है।
तांत्रिक के किरदार में थे अमरीश पुरी
टेम्पल ऑफ डूम में अमरीश पुरी ने मोला राम का किरदार निभाया था, जो एक तांत्रिक का था। हालांकि, शुरुआत में वो यह किरदार करने के लिए तैयार नहीं थे। फिल्म में जिस तरह से इंडियन कल्चर से जुड़ी चीजों को दिखाया गया था, उसके लिए इसे अस्थायी रूप से भारत में बैन कर दिया था।बायोग्राफी में अमरीश ने दिया था जवाब
जॉर्ज लूकस लिखित और स्टीवन स्पीलबर्ग निर्देशित फिल्म के बारे में अमरीश पुरी ने लिखा-अपने किरदार के बारे में बताते हुए अमरीश ने लिखा-यह स्पीलबर्ग के साथ काम करने का वो मौका था, जो जीवन में एक ही बार मिलता है। मुझे इसका बिल्कुल अफसोस नहीं है। मुझे नहीं लगता कि मैंने कोई एंटीनेशनल काम किया है। इसको गंभीरता से लेना मूर्खता है।
फिल्म में हैरीसन फोर्ड ने टाइटल रोल निभाया था। अमरीश पुरी के साथ बिताये वक्त को याद कर वो कहते हैं-यह एक प्राचीन कल्ट पर आधारित था, जो भारत में कभी हुआ करता था। इसे काल्पनिक तरीके से दिखाया गया था। अगर आप उन काल्पनिक जगहों को याद करें, मसलन पनकोट पैलेस, शंघाई से शुरू होकर, प्लेन टूटता है और यात्री एक राफ्ट का इस्तेमाल करके, एक पहाड़ी से फिसलते हुए भारत पहुंच जाते हैं।
क्या ऐसा कभी हो सकती है? लेकिन, कल्पनाएं तो कल्पनाएं हैं। जैसे हमारे पंचतंत्र और लोककथाएं। मैं जानता हूं कि हम अपनी सांस्कृतिक पहचान को लेकर संवेदनशील हैं, लेकिन ऐसा तो हम अपनी फिल्मों में भी दिखाते हैं। दिक्कत तब होती है, जब कोई विदेशी निर्देशक ऐसा करता है।
वो शानदार व्यक्ति थे, बहुत प्यारे शख्स थे। जिस तरह का चरित्र उन्होंने फिल्म में निभाया, वैसे तो बिल्कुल नहीं थे। बहुत सौम्य थे। मैं वाकई उनकी बहुत प्रशंसा करता हूं और उनके साथ काम करने में मजा भी आया। हम लोगों ने साथ में अच्छा वक्त गुजारा था। जब उनका निधन हुआ, मुझे वो याद है।