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Animal: डेढ़ महीने बाद भी बहस गर्म! फिल्म के दृश्यों पर बंटा बॉलीवुड, जवाब देने में पीछे नहीं 'एनिमल' मेकर्स

Animal movie Controversy रणबीर कपूर की फिल्म एनिमल ने बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के मामले के मामले में गदर मचाया है। लेकिन इस मूवी को लेकर सिनेमा जगत के फिल्ममेकर्स को विचारधारणों के आधार पर बांट दिया है। ऐसे में आइए इस लेख में जानते हैं कि कौन सा वो तबका है जो एनिमल फिल्म का समर्थन करता है और उनके इसके खिलाफ है।

By Ashish RajendraEdited By: Ashish RajendraUpdated: Wed, 17 Jan 2024 01:55 PM (IST)
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एनिमल को लेकर विचारों के आधार पर बंटे निर्माता (Photo Credit-Jagran)

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Ranbir Kapoor Animal Controversy: फिल्में समाज का आइना होती हैं या फिल्मों को देखकर समाज प्रभावित होता है, ये बहस हमेशा से चलती रही है। अलग-अलग दौर में फिल्मकार ऐसे विषय उठाते रहे हैं, जो सामाजिक सरोकार रखते हैं।

मगर, सच्चाई ये भी है कि युवा आबादी का बड़ा हिस्सा सिनेमाई नायकों को अपना आदर्श या हीरो मानता रहा है और उनके अंदाज को अपने जीवन में उतारता है।

बात अगर राजेश खन्ना के कुर्ते और अमिताभ बच्चन के हेयरस्टाइल से प्रेरणा लेने की हो तो ज्यादा फर्क नहीं पड़ता, लेकिन प्रेरणा अगर नायक का चरित्र बन जाए तो कई विसंगतियों को हवा मिल सकती है... और इसी डर ने एनिमल को बहस के दायरे में घसीट लिया है।

यह बहस फिल्म की रिलीज के डेढ़ महीने  बाद तक जारी है। जरूरी बात यह है कि इस बहस को उठाने वाले भी फिल्म इंडस्ट्री के ही लोग हैं और एनिमल का समर्थन करने वाले भी।

फिल्म के विषय, किरदार और दृश्यों को लेकर बॉलीवुड में विचारधाराएं टकरा रही हैं। हालांकि, फिल्म का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन ऐसी बहसों पर सवालिया निशान भी लगाता है?

'एनिमल' के पक्ष में रहे ये फिल्ममेकर्स

फिल्म 'एनिमल' के पक्ष में अपने-अपने मत रखने वाले फिल्ममेकर्स की कतार काफी लंबी है। इस मामले में अब तक अनुराग कश्यप, विक्रम भट्ट और राम गोपाल वर्मा जैसे दिग्गज फिल्ममेकर्स के बयान सामने आ चुके हैं। इसकी शुरुआत आग और सत्या जैसी मूवीज बनाने वाले डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा ने की थी।

निर्देशक ने अपने ट्वीट में लिखा था- इस तरह की फिल्में सिनेमा के एक नया युग का आरंभ हैं। जिस तरह से संदीप रेड्डी वांगा ने फिल्म में नैतिक पाखंड को आइना दिखाया है, उससे फिल्मी दुनिया में बदलाव आता हुआ नजर आएगा।

राम गोपाल वर्मा के अलावा हाल ही में गैंग्स ऑफ वासेपुर के डायरेक्टर अनुराग कश्यप ने भी एनिमल और उसके निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा की जमकर तारीफ की है। इंस्टाग्राम पर अनुराग ने इस मामले को लेकर लंबा चौढ़ा पोस्ट लिखा, जिसमें उन्होंने बताया- 40 दिन में मैं इस फिल्म को दो बार देख चुका है।

लंबे समय बाद हिंदी सिनेमा के लिए कोई ऐसी फिल्म आई है, जो गेम चेंजर साबित हो सकती है। इसके फिल्म के प्रभाव से इनकार नहीं किया जा सकता चाहें वो अच्चे हो या बुरे, लेकिन निर्माता के तौर पर संदीप इसका जिम्मा लेने के लिए तैयार हैं।

इस कड़ी में अगला नाम निर्देशम विक्रम भट्ट भी शामिल होता है। राज और 1920 जैसी हॉरर फिल्मों के लिए मशहूर विक्रम भट्ट ने एनिमल के समर्थन में अपनी बात रखते हुए सिद्धार्थ कनन से खास बातचीत में कहा है- फिल्म की कहानी मनोरंजन का एक जरिया होती हैं और हमें इन्हें इसी आधार पर देखना चाहिए।

एनिमल भी एक किरदार की कहानी है। फिल्म में ये दिखाने का प्रयास किया गया है कि समाज में इस तरह के लोग भी मौजूद हैं। अगर ये आपकी समझ से परे है तो इसे मत देखिए। साफ तौर पर कहूं तो फिल्मों पर समाज का प्रभाव अधिक रहता है, न की समाज पर फिल्मों का।

FAQ:-

कौन हैं 'एनिमल' के निर्देशक?

- संदीप रेड्डी वांगा

एनिमल से पहले संदीप की इस मूवी पर हुआ विवाद?

- कबीर सिंह

फिल्म की बॉक्स ऑफिस और वर्ल्डवाइड कमाई?

- इंडिया: 552 करोड़, वर्ल्डवाइड: 912 करोड़

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इन फिल्ममेकर्स को नहीं रास आई 'एनिमल'

जिस तरह से कई फिल्ममेकर्स 'एनिमल' की तारीफ कर रहे हैं और उसका समर्थन कर रहे हैं तो वहीं जावेद अख्तर जैसे फिल्म लेखक इस फिल्म के खिलाफ हैं और उन्होंने साफ और सीधे शब्दों में इस मूवी की सफलता को खतरनाक बता दिया है। हाल ही में औरंगाबाद में आयोजित हुए अंजता एलोरा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में जावेद ने एनिमल पर निशाना साधा, उन्होंने कहा-

''फिल्म में एक किरदार एक महिला को जूते चाटने के लिए बोलता है (एनिमल) और किसी फिल्म में एक शख्स महिला किरदार का थप्पड़ जड़ता (कबीर सिंह) है। इस तरह की फिल्में अगर सफल होती हैं तो यकीनन तौर पर ये बेहद खतरनाक है।'' अपने इस बयान में साफतौर पर जावेद अख्तर ने निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा पर निशाना साथा है।

संदीप रेड्डी वांगा और फिल्म 'एनिमल' की तारीफ करना अनुराग कश्यप को भारी पड़ता नजर आया है। इस मामले पर उनको किसी और ने नहीं बल्कि 'मसान' मूवी के डायरेक्टर और 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' में अनुराग के साथ काम करने वाले नीरज घेवान ने घेरा है। नीरज ने अनुराग के पोस्ट पर कमेंट कर क्रिंज लिखा है, जिसका मतलब ''चापलूसी'' करना होता है।

यानी कि नीरज ने अनुराग कश्यप के बयान को संदीप रेड्डी वांगा की चापलूसी करना करार दिया है। इसके अलावा स्वानंद किरकिरे और वरुण ग्रोवर जैसे लेखकों ने भी इस फिल्म पर आपत्ति जताई है। किरकिरे ने बयान में कहा है-

इंगलिश विंगलिश, क्वीन और पीकू जैसी कई ऐसी मूवीज हैं, जो महिलाओं के अधिकार के बारे में बात करती हैं, ये हिंदुस्तानी सिनेमा है।

मेकर्स ने दिए आलोचकों को जवाब

एनिमल की रिलीज के बाद एक और अहम बदलाव इंडस्ट्री में देखने को मिला। अब मेकर्स आलोचनाओं का जवाब देने को लेकर मुखर हो रहे हैं। एनिमल की टीम से शुरू हुआ ये चलन धीरे-धीरे जोर पकड़ेगा।

रिलीज के बाद एनिमल के विभिन्न दृश्यों और संवादों को लेकर जब आलोचनाएं आनी शुरू हुईं तो इंटरव्यूज के जरिए निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा और उनके भाई प्रणय रेड्डी वांगा ने खुलकर जवाब दिया। जब इंटरव्यूज बंद हो गये तो फिल्म के सोशल मीडिया एकाउंट्स के जरिए आलाचनाओं के जवाब दिये जाने लगे। फिल्म की टीम ने साफ जता दिया कि वो किसी बहस या किसी को बख्शने के मूड में नहीं हैं।

इस ट्वीट में लिखा है- ''अगर लेखक के तौर पर आपकी क्षमता एक प्रेमी की तरफ से प्रेमिका को धोखे देने की भावना को नहीं पहचान पा रही है तो आपके सारे आर्ट फॉर्म बेबुनियाद हैं। अगर फिल्म के डायलॉग एक्टर की बजाय एक्ट्रेस के होती तो आप ही उसे फेजिनिज्म का हवाला देते हुए बढ़ाई करते।'' इस तरह से एनिमल के मेकर्स पूरी तरह से अपनी फिल्म का बचाव करते हुए आगे आ रहे हैं।

फिल्म के इन दृश्यों पर छिड़ी बहस

'एनिमल' फिल्म में कई ऐसे सीन हैं, जिनको लेकर विवाद उत्पत्न हुआ है।

  • इस मूवी के एक सीन में रणविजय (रणबीर कपूर) अपनी गर्लफ्रेंड जोया (तृप्ति डिमरी) से जूते चाटने के लिए कहता है।
  • एक अन्य सीन में रणविजय अपनी पत्नी गीताजंलि (रश्मिका मंदाना) के साथ हिंसक बर्ताव करता है, जिसमें वह गीतांजलि का गला भी पकड़ता है।
  • अबरार हक किरदार का शादी के मौके पर अपनी पत्नी के साथ हिंसक यौन व्यवहार। 
  • रणविजय के संवादों का खुलापन भी कई लोगों को रास नहीं आया।

इसके अतिरिक्त फिल्म में कई ऐसे सीन्स और डायलॉग्स हैं, जो अश्लीलता और हिंसक रूप दर्शाते हैं।

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