Anupam Kher ने दी एक्टर्स को सलाह, अभिनेताओं को सक्रिय राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए
Anupam Kher अभिनेता अनुपम खेर की फिल्म कागज 2 (Kaagaz 2) 1 मार्च को रिलीज होने जा रही है। ये फिल्म कई माइनों में खास है। इन दिनों एक्टर अपनी फिल्म का प्रमोशन करते नजर आ रहे हैं । हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू में फिल्म कागज 2 और अपने दोस्त सतीश कौशिक को लेकर कई बातें की ।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Anupam Kher: दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता-निर्देशक सतीश कौशिक (Satish Kaushik) और अभिनेता अनुपम खेर की फिल्म 'कागज 2' (Kaagaz 2) 1 मार्च को रिलीज होने जा रही है। ये फिल्म कई माइनों में खास है।
पहला दो जिगरी यार पर्दे पर साथ नजर आएंगे। तो वहीं दूसरी ये फिल्म अभिनेता सतीश कौशिक की आखिरी फिल्म है। इन दिनों एक्टर अपनी फिल्म का प्रमोशन करते नजर आ रहे हैं। हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू में फिल्म 'कागज 2' और अपने दोस्त सतीश कौशिक को लेकर कई बातें की।
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कलाकार को क्रिय राजनीति में नहीं पड़ना चाहिए
इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अभिनेता अनुपम खेर ने कहा है कि उन्होंने व्यक्तिगत क्षमता से विरोध प्रदर्शनों में भाग लिया है, लेकिन उनका मानना है कि कलाकारों को कार्यकर्ता के रूप में काम नहीं करना चाहिए। प्रदर्शनों और रैलियों का नकारात्मक प्रभाव उनकी अगली फिल्म "कागज़ 2" का विषय है।
एक्टर ने आगे कहा, "अभिनेताओं और मनोरंजनकर्ताओं को धर्मयुद्ध करने वाला नहीं माना जाता है। व्यक्तिगत क्षमता में, मैंने उस चीज के बारे में आवाज उठाई है, जिसने मुझे परेशान किया है और इसके परिणाम भुगते हैं। मैं बहुत सारे लोगों के बीच अलोकप्रिय हो गया, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। अंत में उस दिन मुझे अपने विचारों के साथ शांति से सोना है।
मुद्दों को हल करने का आदर्श तरीका बातचीत है
साल 2011 में इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन में भाग लेने वाले अभिनेता ने कहा, मुद्दों को हल करने का आदर्श तरीका "बातचीत" है। "हम एक स्वतंत्र देश हैं, (महात्मा) गांधी जी द्वारा किए गए 'आंदोलन' के लिए धन्यवाद। हम भारत छोड़ो आंदोलन, असहयोग आंदोलन का परिणाम हैं, लेकिन भारत के लोग एक साथ थे, यह कुछ ऐसा नहीं था जो सिर्फ हो आपकी मदद कर रहा हूं, दूसरों की नहीं।"
किसान विरोध पर क्या बोले अभिनेता
इस दौरान एक्टर ने देश में चल रहे किसान विरोध प्रदर्शन पर भी बात की। उन्होंने कहा, हर किसी को विरोध करने का अधिकार है, लेकिन इसका असर आम लोगों के जीवन पर नहीं पड़ना चाहिए। "हर किसी को घूमने-फिरने की आजादी, अभिव्यक्ति की आजादी का अधिकार है, लेकिन दूसरे लोगों को असुविधा पहुंचाने का अधिकार नहीं है। यह हमारे देश में वर्तमान परिदृश्य है, विरोध प्रदर्शन, सिर्फ इसलिए कि इसे किसान विरोध कहा जाता है, मुझे नहीं लगता कि किसान पूरे देश में ऐसा लगता है, किसान अन्नदाता हैं।
कल रिलीज हो रही है कागज 2
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सिनेमाघरों में 1 मार्च को रिलीज होने जा रही है। ये फिल्म वीके प्रकाश के निर्देशन, सतीश कौशिक, रतन जैन और गणेश जैन द्वारा निर्मित, यह फिल्म सतीश कौशिक एंटरटेनमेंट एलएलपी और वीनस वर्ल्डवाइड एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड का संयुक्त उत्पादन है।