Anupam Kher New Films: उड़िया फिल्म का हिंदी रीमेक प्रतिक्षा बनाएंगे अनुपम खेर, IFFI के मंच पर किया एलान
Anupam Kher New Films गोवा में आयोजित इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया में अनुपम खेर में अपनी आगामी फिल्म प्रतिक्षा का एलान कर दिया है। ये फिल्म एक उड़िया फिल्म का हिंदी रीमेक है जो पिता-पुत्र की मार्मिक कहानी पर आधारित है।
By Nitin YadavEdited By: Updated: Wed, 23 Nov 2022 07:45 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। Anupam Kher New Films: अनुपम खेर ने बुधवार को अपनी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, 2022 के मंच पर परफॉर्मिंग फॉर स्क्रीनिंग और थिएटर की मास्टर क्लास में युवाओं को एक्टिंग के गुर सिखाते वक्त अपनी नई फिल्म का एलान किया है, जो ओडिया फिल्म का रीमेक होगी।
समाचार एजेंसी आईएएनएस की खबर के अनुसार, अनुपम खेर ने अपनी इस फिल्म की घोषणा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया में उड़िया टीम की फिल्म के साथ मंच साझा कर बताया कि वो एक उड़िया का हिंदी रीमेक बनाएंगे। जिसका टाइटल प्रतीक्षा होगा। जो पिता-पुत्र के जटिल रिश्ते पर आधारित होगी।
ऐसी होगी फिल्म की कहानी
जानकारी के अनुसार इस फिल्म की कहानी गौर हरि दास की एक शॉर्ट कहानी से प्रेरित होगी। जो एक मध्यमवर्गीय परिवार के लड़के संजय पर बेस्ड होगी, जो अपने पिता के रिटायर्ड होने के कुछ महीने पहले सरकारी नौकरी की तलाश में है। जिससे वो अपने परिवार के कर्ज को चुका सके और अपने पिता की लाइलाज बीमारी का इलाज करा सके।वहीं, इस सबके इतर संजय को सरकार द्वारा शुरू की अनुकंपा नियुक्ति योजना के बारे में पता चलता है, जिसमें परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु हो जाती है जबकि सरकारी नौकरी करता हो तो परिवार के किसी सदस्य को नौकरी मिल जाती है और मौका न मिलने की वजह से संजय अपने पिता की मृत्यु का इंतजार करता है।
उत्साहित हैं अभिनेता
बताया जा रहा है कि इस मार्मिक कहानी फिल्म प्रतीक्षा में अनुपम खेर उस लाचार पिता की भूमिका में नजर आने वाले हैं। जबकि संजय की भूमिका में दीपान्विता दशमोपात्रा नजर आने वाले हैं। इस बारे में उन्होंने कहा, ये उनके लिए बहुत बड़ा क्षण है, क्योंकि मुख्य अभिनेता के रूप में ये मेरी पहली फिल्म होगी। इस फिल्म निर्देशक अनुपम पटनायक करने वाले हैं।वहीं, इस बारे में बात करते हुए अनुपम पटनायक ने उड़िया फिल्म उद्योग के बारे में बात करते हुए कहा, साल 1999 में चक्रवात से पहले उड़ीसा में 160 सिनेमाघर थे, लेकिन चक्रवात के बाद 100 और महामारी कोविड-19 के बाद केवल 60 सिनेमाघर बचे हैं।