स्टार्स के नखरों की वजह से बिगड़ता है फिल्म का बजट? अनुराग कश्यप ने मारा ताना बोले- एक कार तो सिर्फ उनके...
आज के समय में फिल्में 600 करोड़ के बजट में भी बनती हैं। एक फिल्म को बनाने में निर्माता के कई करोड़ों खर्च हो जाते हैं। हाल ही में अनुराग कश्यप ने लोगों को रियलिटी चेक देते हुए बॉलीवुड सितारों पर निशाना साधा है। उन्होंने एक्टर्स पर निशाना साधते हुए कहा है कि फिल्ममेकिंग से ज्यादा पैसा स्टार्स के नखरों पर खर्च होता है।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। गैंग्स ऑफ वासेपुर, रमन राघव 2 और अगली जैसी फिल्मों का निर्देशन करने वाले अनुराग कश्यप अपने बेबाक बोल के लिए भी काफी मशहूर हैं। एक समय पर तो वह ट्विटर वॉर छेड़ देते थे। अनुराग कश्यप अपने दिल की बात जुबान पर लाने में जरा भी नहीं हिचकिचाते हैं।
हाल ही में एक बार फिर से निर्देशक चर्चा में आए हैं। इस बार उन्होंने एक्टर्स पर अपनी टिप्पणी की है। उन्होंने एक खास बातचीत में एक्टर्स पर ताना मारते हुए कहा है कि फिल्म बनाने पर इतना पैसा खर्च नहीं होता है, जितना की एक्टर्स के नखरे उठाने पर होता है। इसका उन्होंने एक उदाहरण भी दिया।
अनुराग कश्यप ने बताया क्यों बढ़ता है फिल्म का बजट
आज कल फिल्मों का बजट आसमान छूता है। कम से कम बजट की फिल्में भी 30-40 करोड़ से कम की नहीं बन पाती हैं। इतना ही नहीं,मूवी की शूटिंग शुरू होने से पहले फिल्म का एक बजट तय होता है, जोकि कभी-कभी शूट के दौरान बढ़ जाता है।यह भी पढ़ें: Anurag Kashyap ने बताया अब तक शाहरुख खान के साथ क्यों नहीं की कोई फिल्म? बोले- मैं उनके फैंस से डरा हुआ हूं...
हाल ही में निर्देशक अनुराग कश्यप ने हयूमन ऑफ सिनेमा से बातचीत करते हुए कहा, "वह फिल्म पर पैसा खर्च नहीं करते हैं। लोगों को रियलिटी चेक देने की बहुत जरूरत है। एक बात जो हर किसी को समझने की जरूरत है, वो ये कि जब एक फिल्म बनती है, तो इसका मतलब है हम कुछ क्रिएट कर रहे हैं, ना कि छुट्टियां मनाते हैं, ये कोई पिकनिक नहीं होता"।
फिल्म से ज्यादा बड़े होते हैं स्टार्स के नखरे?
अनुराग कश्यप ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा,उन्होंने इस बातचीत में ये भी बताया कि आज के समय में सितारे मेकर्स के साथ इस शर्त पर काम करते हैं कि फिल्म हिट होगी या नहीं।यह भी पढ़ें: 'मेरा करियर गिर रहा था और उसे...', Gangs of Wasseypur के बाद अनुराग कश्यप संग काम न करने पर बोले मनोज बाजपेयी"बहुत सारा पैसा तो फिल्ममेकिंग में खर्च ही नहीं होता है। ज्यादा मनी तो साज-सजावट जैसी बनावटी चीजों में खर्च होती है। आप एक जंगल के बीच में शूटिंग कर रहे हैं, लेकिन एक कार को तीन घंटे दूर शहर में भेजा जाता है, क्योंकि उन्हें फाइव स्टार होटल का एक खास बर्गर खाना है। वह खुद को इस प्रक्रिया में शामिल नहीं करते हैं"।