Boney Kapoor और श्रीदेवी के अफेयर पर अर्जुन कपूर का बयान, 'मैं नहीं कह सकता मेरे पिता ने जो किया वो ठीक था'
फिल्म अभिनेता अर्जुन कपूर अपनी मां मोना शौरी के बहुत करीब थे ये बात सब जानते हैं। मोना शौरी के निधन को 9 साल बीत चुके हैं लेकिन अर्जुन अब भी उन्हें याद करते रहते हैं। अर्जुन अपनी मां से बहुत प्यार करते थे..
By Nazneen AhmedEdited By: Updated: Fri, 21 May 2021 03:06 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। फिल्म अभिनेता अर्जुन कपूर अपनी मां मोना शौरी के बहुत करीब थे ये बात सब जानते हैं। मोना शौरी के निधन को 9 साल बीत चुके हैं, लेकिन अर्जुन अब भी उन्हें याद करते रहते हैं। अर्जुन अपनी मां से बहुत प्यार करते थे, लेकिन पिता बोनी कपूर और श्रीदेवी के अफेयर के बाद उनके और बोनी के रिश्ते के बीच एक दरार आ गई थी। बोनी जब शादीशुदा थे उस दौरान ही वो श्रीदेवी से प्यार करने लगे थे, उसके मोना और बोनी कपूर एक दूसरे से अलग हो गए और प्रोड्यूसर ने श्रीदेवी से शीद कर ली।
श्रीदेवी को अर्जुन कपूर ने कभी नहीं अपनाया था, हां लेकिन उनके निधन के बाद अर्जुन ने पिता और परिवार को बखूबी संभाला। एक्टर को आज भी लगता है कि जो भी हुआ वो उनकी नज़रों में ठीक नहीं था। लेकिन अब वो इन चीज़ों को समझते हैं। श्रीदेवी के निधन के बाद ही अर्जुन और बोनी कपूर के बीच फिर से नज़दीकियां आ गईं और धीरे-धीरे सब ठीक हो गया है। इस बारे में Film Companion से बात करते हुए अर्जुन ने कहा, ‘उस वक्त मेरीं मां की परवरिश मेरे दिमाग में थी। उन्होंने मुझसे कहा था कि मैं हमेशा अपने पिता के साथ खड़ा रहा हूं चाहें उनके दोबारा प्यार में पड़ने की वजह से हमने कुछ भी परेशानियां झेली हों। मेरे पिता को दोबारा प्यार हुआ मैं उसकी इज्ज़त करता हूं, क्योंकि प्यार बहुत कॉम्प्लेक्स है, और लोग 2021 में बैठकर भी ये बात करते हैं कि प्यार एक बार होता है। ये सिर्फ बॉलीवुड लाइन्स हैं। प्यार असल में बहुत कॉम्प्लेक्स है, प्यार बहुत कॉम्प्लिकेटेड है’।
‘दुर्भाग्य से लोग लाइफ में अलग-अलग फेज़ से गुजरते है। आप किसी से प्यार कर सकते हैं और उसके बाद फिर से किसी के प्यार में पड़ सकते हैं, ऐसा भी होता है। मैं ये नहीं कह सकता कि मेरे पिता ने जो किया मैं उसे सही कह रहा हूं, मेरे लिए वो ठीक नहीं था।क्योंकि एक बच्चा होने के नाते मुझपर उसका बहुत प्रभाव पड़ा। लेकिन मैं समझता हूं। मैं ये नहीं कह सकता कि ठीक है, होता है...लेकिन अब जब बड़े होने के बाद मैं इन चीजों को उस नज़रियां से देखता हूं जो शख्स ख़ुद अपने रिश्ते में उतार-चढ़ाव देख रहा हो, तो आप समझते हैं। मैंने एक अच्छा बेटा बनने की कोशिश की क्योंकि मेरी मां भी यही चाहती थीं’।