'आर्टिकल 370' के डायरेक्टर अब दिखाएंगे कश्मीर की सुपरनेचुरल कहानी, 'बारामूला' के साथ कुछ अलग करने की चाह
आर्टिकल 370 की निर्माता-निर्देशक जोड़ी आदित्य धर और आदित्य सुहास जांभले ने आर्टिकल 370 से पहले बारामुला फिल्म पर काम शुरू किया था। हालांकि पहले बनकर तैयार आर्टिकल 370 हो गई। अब मेकर्स बारमुला को लेकर आना चाहते हैं जिसके लिए दोनों ने पूरी तैयारी भी कर ली है। आर्टिकल 370 की तरह इस फिल्म की कहानी भी कश्मीर पर अधारित है लेकिन हॉरर है।
जागरण न्यूज नेटवर्क, मुंबई। हर फिल्म का अपना भाग्य होता है। कई बार फिल्म बनकर तैयार होती है, लेकिन रिलीज नहीं हो पाती। ऐसा ही कुछ हुआ फिल्म बारामूला के साथ। आर्टिकल 370 की निर्माता-निर्देशक जोड़ी आदित्य धर और आदित्य सुहास जांभले ने आर्टिकल 370 से पहले बारामूला फिल्म पर काम शुरू किया था।
वह फिल्म शूट भी हो चुकी थी, लेकिन फिर आर्टिकल 370 की कहानी आई और वह पहले बनकर रिलीज हो गई। अब बारामूला की बारी है। फिल्म के निर्देशक आदित्य सुहास जांभले कहते हैं, 'एक दो महीने में हम कश्मीर की पृष्ठभूमि पर बनी इस सुपरनेचुरल फिल्म की रिलीज की घोषणा करेंगे। फिलहाल विजुअल इफेक्ट्स पर काम चल रहा है।'
यह भी पढ़ें- 'नया बच्चा आया है तो नई आवाज ढूंढेगा', पुराने सिंगर्स को काम न देने पर बोले 'लगी आज सावन...' गायक सुरेश वाडकर
पहले बनी थी बारामूला
बारामूला बनाने को लेकर आदित्य सुहास बताते हैं, 'यह फिल्म मैंने खुद लिखी है। बस एक ख्याल था कि क्या सुपरनेचुरल फिल्म को कश्मीर में बनाया जा रहा है। मैंने आदित्य धर से कहा था कि इस कहानी को मैं लिखूंगा। उन्होंने स्वीकृति दी। मैं फिर गोवा चला गया। छह महीने तक रिसर्च की, कश्मीरी लोगों से मिला । आदित्य को स्क्रिप्ट पसंद आई। हमने शूटिंग शुरू कर दी। बारामूला फिल्म को देखकर ही आर्टिकल 370 का आइडिया आदित्य धर के दिमाग में आया और उन्होंने मुझसे कहा कि आप उस फिल्म के लिए सही निर्देशक होंगे। मुझे भी राजनीति से जुड़ी चीजों में रिसर्च करने में दिलचस्पी है। मैंने कहा कि फिल्म कर लेता हूं। सात-आठ दिनों में बारामूला की शूटिंग खत्म कर आर्टिकल 370 की शूटिंग भी एक साल में खत्म कर दी। दोनों फिल्मों की टीम एक ही थी तो बारामूला पर काम धीमा हो गया था।'
कुछ अलग दिखाने के लिए चुना कश्मीर
कश्मीर पर आधारित फिल्मों में आतंकवाद या वहां के मतभेद ही दिखाए जाते रहे हैं। ऐसे में इस फिल्म को सुपरनेचुरल बनाने को लेकर आदित्य कहते हैं, 'जो चीज नहीं बनी होती है, मेरा वही करने का मन होता है। मुझे हॉरर फिल्म बनाने का ऑफर आया था। मुझे इस जॉनर को भी अलग बनाना था। मैंने उसमें कश्मीर और सुपरनेचुरल को मिला दिया। बारामूला फिल्म में दर्शक डरेंगे, लेकिन जब फिल्म खत्म होगी, वह रोते-रोते थिएटर से बाहर निकलेंगे। कश्मीर में जब शाम होती है, तो वह डरावना-सा लगता है, वहां के मतभेदों की वजह से नहीं, बल्कि घने जंगल, पहाड़ों की वजह से। मुझे लगा वहां सुपरनेचुरल कहानी को बनाना बेहतरीन होगा। अब तक वहां फैले आतंकवाद की कहानियां दिखाई जाती रही हैं। बारामूला उस जगह को लेकर दर्शकों को नया नजरिया देगा। हमने माइनस 18 डिग्री में फिल्म की शूटिंग की है। 24 दिन में एक्शन, हॉरर, थ्रिलर हर तरह के शॉट के साथ फिल्म की शूटिंग खत्म हो गई थी।'यह भी पढ़ें- Salman Khan: नहीं थमेगी सलमान खान की 'दबंगई', इन प्रोजेक्ट्स के साथ भाईजान फिर बनेंगे बॉक्स ऑफिस के 'सिकंदर'