दिवंगत लता मंगेशकर ने ठुकरा दिया था शादी में गाने के लिए ऑफर हुए करोड़ों डॉलर को, स्वर कोकिला को लेकर बहन आशा भोंसले ने किया खुलासा
हिंदी सिनेमा और संगीत की दिग्गज गायिका लता मंगेशकर गानों के अलावा उसूलों के लिए भी जानी जाती थीं। उनके गाने के दीवाने दुनिया भर में रहे हैं लेकिन लता मंगेशकर कभी भी शादियों में गाना नहीं गाती थीं।
नई दिल्ली, जेएनएन। हिंदी सिनेमा और संगीत की दिग्गज गायिका लता मंगेशकर अब इस दुनिया में नहीं रहीं, लेकिन उनसे जुड़ी ढेर सारी यादें अक्सर चर्चा में बनी रहती हैं। दिवंगत गायिका के परिवार वाले भी उनसे जुडी यादों को हमेशा शेयर करते रहते हैं। अब लता मंगेशकर की बहन दिग्गज गायिका आशा भोंसले ने उनसे जुड़ी बेहद खास बात का खुलासा किया है।
रविवार को पहली बार मुंबई में लता दीनानाथ मंगेशकर अवॉर्ड का आयोजन हुआ। इस इवेंट में लता मंगेशकर के करीबियों ने उनसे जुड़े ढेर सारी यादों को शेयर किया। उनके बारे में बात करते हुए आशा भोंसले ने बताया कि लता मंगेशकर को शादियों में गाना गाना बिल्कुल पसंद नहीं था। चाहे उन्हें उसके लिए कोई कितने भी रुपये देता हो लेकिन वह कभी भी शादी में गाना गाने नहीं गईं।
आशा भोंसले ने कहा, 'किसी ने हमें शादी के लिए आमंत्रित किया था। उनके पास मिलियन डॉलर या पाउंड के टिकट थे। उसने कहा कि वे आशा भोंसले और लता मंगेशकर को गाना गवाने चाहता है। और दीदी (लता मंगेशकर) मुझसे पूछती थीं कि क्या तुम शादी में गाओगे?' मैंने कहा कि मैं नहीं करूंगी और उसके बाद उन्होंने इस शख्स से कहा कि अगर आप 10 करोड़ डॉलर की पेशकश भी करते हैं तो भी हम नहीं गाएंगे, क्योंकि हम शादियों में नहीं गाते हैं'। वह इंसान यह जानकर बहुत निराश हो गया था।'
इसके अलावा आशा भोंसले ने लता मंगेशकर को लेकर और भी ढेर सारी बातें कीं। आपको बता दें कि रविवार 24 अप्रैल को पहला लता दीनानाथ मंगेशकर अवॉर्ड हुआ। इस अवॉर्ड से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्मानित किया गया है। पीएम मोदी ने उषा मंगेशकर, आशा भोंसले, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस सहित अन्य की उपस्थिति में पुरस्कार हासिल किया।
गौरतलब है कि लता दीनानाथ मंगेशकर अवॉर्ड उन शख्सियतों को देने के लिए शुरू हुआ है जिसने देश, उसके लोगों और हमारे समाज के लिए पथप्रदर्शक, शानदार और अनुकरणीय योगदान दिया हो। यह पुरस्कार हर साल दिया जाएगा। इस बात की जानकारी मास्टर दीनानाथ मंगेशकर स्मृति प्रतिष्ठान चैरिटेबल ट्रस्ट ने हाल ही में एक बयान जारी करके दी है।