'चप्पल-बेल्ट से बुरी तरह पीटते थे,' Ayushmann Khurrana का छलका बचपन का दर्द, पिता का था खतरनाक रवैया
आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ पर खुलकर बात करते हैं। बड़े पर्दे पर उन्हें पहली ही फिल्म विक्की डोनर (Vicky Donor) ने स्टार बना दिया। अब बॉलीवुड के हैंडसम हंक ने अपने पिता के तानाशाह रवैये पर रिएक्ट किया है। चलिए जानते हैं कि उनके नजरिए में उनके परवरिश का तरीका पिता पी खुराना से कैसे अलग है।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। विक्की डोनर जैसी फिल्म से आयुष्मान खुराना ने फिल्मी करियर की शुरुआत की। पहली ही मूवी में शानदार अभिनय दिखाकर उन्होंने लोगों के दिलों में खास जगह बना ली। बड़े पर्दे पर धाक जमाने से पहले आयुष्मान ने साल 2004 में एमटीवी के शो रोडीज की ट्रॉफी अपने नाम की थी। एक्टर फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी बातों के अलावा, पर्सनल लाइफ को लेकर भी खुलकर बात करते हैं।
ऑनेस्टली सेइंग पॉडकास्ट को दिए इंटरव्यू में आयुष्मान खुराना ने अपनी पहली फिल्म से लेकर पिता के बारे में काफी रोचक जानकारी दी। चलिए जानते हैं कि उनकी और उनके पिता की परवरिश के तौर-तरीके में आखिर क्या बड़ा अंतर था।
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पिता को तानाशाह मानते हैं आयुष्मान
आयुष्मान से पूछा गया कि वह अपने पिता से किस तरह से अलग हैं। अभिनेता ने बताया, मैं बिल्कुल अलग पिता हूं। मेरे पिता तानाशाह थे। बचपन में मेरी चप्पल और बेल्ट से पिटाई होती थी, जो उनके लिए आम बात थी। आयुष्मान ने अपने पिता से जुड़ा एक किस्सा बताते हुए कहा, ‘एक बार मैं एक पार्टी से घर आ रहा था और मेरी शर्ट से सिगरेट की महक आ रही थी। मैंने पिता के डर से कभी सिगरेट को नहीं छुआ, लेकिन मुझे उस बात के लिए पिता से खूब मार पड़ी।’बेटी का पिता होना देता है अलग अनुभव
आयुष्मान खुराना और ताहिरा ने साल 2008 में शादी कर ली थी। अभिनेता की पहली फिल्म विक्की डोनर 2012 में आई और उस समय तक वह पिता बन चुके थे। अपनी बेटी को लेकर उन्होंने कहा, ‘एक बेटी का पिता होना अलग सा अनुभव देता है।’ आयुष्मान का मानना है कि उनकी बेटी ने उन्हें और ज्यादा अच्छा इंसान बनने में काफी हद तक मदद की है।