Doctor G: आयुष्मान खुराना की 'डॉक्टर जी' को CBFC ने दिया एडल्ट रेटिंग, सेंसर बोर्ड को नहीं लगी फैमिली फिल्म
Ayushmann Khurrana starrer Doctor G gets adult rating from CBFC आयुष्मान खुराना की फिल्म डॉक्टर जी बस कुछ ही दिनों में रिलीज होने वाली है। इस बीच फिल्म को केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड यानी सेंसर बोर्ड ने फैमिली फिल्म की कैटेगरी से अलग कर दिया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। Ayushmann Khurrana starrer Doctor G gets adult rating from CBFC: आयुष्मान खुराना की अपकमिंग फिल्म डॉक्टर जी अपने ट्रेलर रिलीज के साथ ही चर्चा में बनी हुई है। हमेशा की तरह इस बार भी आयुष्मान ने लीग से हटकर एक बोल्ड सब्जेक्ट पर फिल्म चुनी है। फिल्म का सब्जेक्ट चुभता जरूर है, लेकिन सही और गलत के बीच सवाल भी पूछता है। डॉक्टर जी पूरी तरह से तैयार है और बस कुछ ही दिनों बाद 14 अक्टूबर को रिलीज होने वाली है। इस बीच फिल्म के लेकर एक अपडेट सामने आई है। खबर के अनुसार डॉक्टर जी को भारतीय सेंसर बोर्ड की तरह से A सर्टिफिकेट मिला है।
यह भी पढ़ें- Ponniyin Selvan1 Box Office Day 9: बॉक्स ऑफिस पर आज कहर ढहाएगी ऐश्वर्या की पीएस1, वर्ल्डवाइड कमाएगी इतने करोड़
डॉक्टर जी को क्यों मिली एडल्ट रेटिंग
केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (Central Board of Film Certification) की रेटिंग के अनुसार A सर्टिफिकेट उन फिल्म को दिया जाता है, जो एडल्ट कॉन्टेंट के साथ होती हैं। वहीं, ज्यादातर फिल्मों को U सर्टिफिकेट दिया जाता है, जो फिल्म पर किसी भी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाती और कोई भी इसे देख सकता है। डॉक्टर जी के केस में बोर्ड को फिल्म फैमिली फ्रैंडली नहीं लगी। खबर के मुताबिक, फिल्म के कई डायलॉग और पंच लाइन ऐसे हैं जिन्हें परिवार के साथ बैठकर नहीं देखा जा सकता। ऐसे में फिल्म से कोई सीन काटना पड़े इससे बहेतर मेकर्स ने ए रेटिंग चुनने का फैसला किया।
क्या है डॉक्टर जी की कहानी
डॉक्टर जी एक कैंपस कॉमेडी ड्रामा फिल्म है, जो मेडिकल और उससे जुड़े हुए डॉक्टरों के इर्द-गिर्द घूमती है। फिल्म में आयुष्मान खुराना एक गायनेकोलॉजिस्ट (स्त्री रोग विशेषज्ञ) का रोल निभा रहे हैं और उनके किरदार का नाम 'उदय गुप्ता' है, जो हड्डियों का डॉक्टर बनना चाहता है, लेकिन किस्मत के चलते उसे गायनोकोलॉजी की फील्ड मिल जाती है, लेकिन एक पुरुष डॉक्टर होकर स्त्री रोग विशेषज्ञ बनना उदय गुप्ता के लिए मुश्किल हो जाता है। फिल्म की कहानी उनकी इसी उलझन और समाज में मेल डॉक्टर को लेकर महिलाओं के बीच झिझक को एक मजेदार अंदाज में बयां करती है।
यह भी पढ़ें- Vikram Vedha Day 9 Box Office:ऋतिक-सैफ का स्टारडम हुआ फुस्स, दूसरे शनिवार फिल्म की हालत खस्ता, कमाए इतने करोड़