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Chidiakhana: दो जून को रिलीज होगी फुटबॉल आधारित फिल्म 'चिड़ियाखाना', रवि किशन निभा रहे अहम किरदार

फिल्म का लीड एक्टर सूरज बिहार से मुंबई अपनी मां के साथ आता है और इस शहर की भूल-भुलैया में अपने पैर जमाता है। इस फिल्म का निर्माण राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) द्वारा किया गया है। फिल्म 2 जून 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है।

By Priti KushwahaEdited By: Priti KushwahaUpdated: Thu, 01 Jun 2023 05:34 PM (IST)
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Photo Credit: Ravi Kishan Chidiakhana 2 Instagram Photo Screenshot
नई दिल्ली, जेएनएन। ‘दिल दोस्ती एटसेट्रा' और ‘इस्सक' के बाद जाने-माने निर्देशक मनीष तिवारी इन दिनों अपनी नई फिल्म ‘चिड़ियाखाना 2' को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। मनीष की फुटबॉल पर आधारित यह फिल्म 2 जून को देश भर में रिलीज हो रही है।

राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) द्वारा निर्मित और भारती स्टूडियोज द्वारा प्रस्तुत यह फिल्म प्लाटून वन द्वारा रिलीज की जाएगी। इन दिनों फिल्म के सभी कलाकार जोर-शोर से प्रमोशन में जुटे हैं।

बाइचुंग भूटिया ने की फिल्म की सराहना

फुटबॉल पर आधारित होने के नाते ‘चिड़ियाखाना' की भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान और पद्मश्री सम्मान से सम्मानित बाइचुंग भूटिया ने भी इसकी सराहना की है। साथ ही उन्होंने दर्शकों से इस ‘चिड़ियाखाना' को देखने की अपील की। उन्होंने इसके लिए एक वीडियो जारी किया है।

रवि किशन के अलावा ये स्टार्स हैं लीड रोल में

‘चिड़ियाखाना' एक बिल्कुल अलग थीम पर बनी हैं। इस फिल्म में रवि किशन के आलवा एक्ट्रेस अवनीत कौर, एक्टर ऋत्विक सहोर, प्रशान्त नारायण, राजेश्वरी सचदेव, वेटेरन एक्टर अंजन श्रीवास्तव लीड रोल में नजर आ रहे हैं। फिल्म के डायरेक्टर मनीष तिवारी हैं।

रवि किशन टैक्स फ्री करने की मांग

वहीं, फिल्म में प्रमुख भूमिका में नजर आने वाले सांसद और अभिनेता रवि किशन ने इस फिल्म को बिहार में टैक्स फ्री करने की मांग की है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम ने बिहार सरकार में वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव को इसके लिए अनुरोध पत्र भेजा है।                                      

कुछ ऐसी है फिल्म की कहानी

‘चिड़ियाखाना' एक क्लासिक अंडरडॉग कहानी है। इस फिल्म के मुख्य किरदार में ऋत्विक सहोर हैं। उनका किरदार बिहार के एक लड़के का है, जो अपनी मां के साथ मुंबई के चॉल में रहता है। इस फिल्म की कहानी ऐसे शख्स की है, फुटबॉल और जुनून के लिए अपनी अमिट छाप छोड़ता है।

इस प्रक्रिया में ना केवल खुद को, बल्कि अपने दोस्तों और अपने स्कूल को भी सशक्त करता है। दुश्मनों को दोस्त बनने पर मजबूर करता है। फिल्म के निर्देशक मनीष तिवारी मानते हैं कि चिड़ियाखाना खेल भावना और एकजुटता की कहानी है।