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कोलकाता डॉक्टर दरिंदगी मामले में पीड़ित परिवार के समर्थन में उतरा बॉलीवुड, ऋतिक रोशन-करीना ने की कड़ी सजा की मांग

कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में महिला डाक्टरी के साथ हुई दरिंदगी पर गुस्सा और चिंता व्यक्त करते हुए बॉलीवुड भी पीड़ित परिवार के समर्थन में आ खड़ा हुआ है।अभिनेता ऋतिक रोशन ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि हमें एक ऐसा समाज विकसित करने जरूरत है जहां हम सभी समान रूप से सुरक्षित महसूस करें। लेकिन इसमें दशकों लगने वाले हैं।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Fri, 16 Aug 2024 06:36 AM (IST)
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कोलकाता डॉक्टर दरिंदगी मामले में पीड़ित परिवार के समर्थन में उतरा बॉलीवुड
एएनआई, मुंबई। कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में महिला डाक्टरी के साथ हुई दरिंदगी पर गुस्सा और चिंता व्यक्त करते हुए बॉलीवुड भी पीड़ित परिवार के समर्थन में आ खड़ा हुआ है। ऋतिक रोशन,करीना कपूर, आलिया भट्ट आदि ने दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है कि ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह का अपराध करने से पहले बार-बार सोचे।

ऋतिक रोशन बोले- मैं सभी डॉक्टरों के साथ भी खड़ा हूं

अभिनेता ऋतिक रोशन ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि हमें एक ऐसा समाज विकसित करने जरूरत है जहां हम सभी समान रूप से सुरक्षित महसूस करें। लेकिन इसमें दशकों लगने वाले हैं। उम्मीद है कि ऐसा हमारे बेटे और बेटियों को संवेदनशील और सशक्त बनाने से होगा। अगली पीढि़यां बेहतर होंगी। फिलहाल ऐसे अत्याचारों पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाने ही होंगे। एकमात्र तरीका अपराधी को ऐसी कठोर सजा है जिससे उसमें डर पैदा हो। मैं पीड़ित परिवार के साथ खड़ा हूं और न्याय मिलना चाहिए। मैं उन सभी डॉक्टरों के साथ भी खड़ा हूं, जिन पर बीती रात हमला हुआ।

हम अभी भी बदलाव का इंतजार कर रहे हैं- करीना

उधर, अभिनेत्री करीना कपूर ने प्रशिक्षु डाक्टर के साथ हुई दुष्कर्म-हत्या की घटना की कड़ी निंदा की। इंस्टाग्राम पर लिखा- 12 साल बाद फिर वही कहानी और उसी तरह के विरोध प्रदर्शन। लेकिन हम अभी भी बदलाव का इंतजार कर रहे हैं।

अभिनेत्री आलिया भट्ट ने पोस्ट किया- एक और दुष्कर्म। यह एहसास कराता है कि महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। इसने फिर से निर्भया कांड याद दिला दिया, जिसे एक दशक से अधिक समय हो गया है। अभी भी कुछ खास नहीं बदला है।

ट्विंकल खन्ना ने कही ये बात

अभिनेत्री ट्विंकल खन्ना ने भी महिला चिकित्सक से दरिंदगी पर नाराजगी और निराशा जताई। कहा-वह अपनी बेटी को वही सुरक्षा सावधानियां बरतने को कहेंगी जो उन्हें बचपन में सिखाई गई थीं। मसलन: पार्क, स्कूल या समुद्र तट जैसे सार्वजनिक स्थानों पर कभी भी अकेले न जाना, पुरुषों के साथ अकेले जाने से बचना भले ही वे रिश्तेदार या दोस्त क्यों ने हों और हर वक्त, खासकर रात में सतर्क रहना।

जेनेलिया देशमुख बोली- राक्षसों को फाँसी होनी चाहिए

जेनेलिया देशमुख ने भी जिम्मेदार लोगों के लिए मृत्युदंड की वकालत की है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि राक्षसों को फाँसी होनी चाहिए! आगे लिखा कि मौमिता देबनाथ जिस दौर से गुजरीं उसे पढ़कर ही मेरी रूह कांप गई। ड्यूटी पर तैनात एक जीवन रक्षक महिला को सेमिनार हॉल में इस भयावहता का सामना करना पड़ा। मेरा दिल उनके परिवार और उनके प्रियजनों के साथ है - मैं कल्पना भी नहीं कर सकता कि वे इस त्रासदी का सामना कैसे कर रहे हैं। मेरे लिए आजादी का मतलब तब होगा जब हमारे देश में महिलाएं वास्तव में सुरक्षित महसूस कर सकें।