Bollywood News: दक्षिण सिनेमा की ओर बढ़े नीना गुप्ता के कदम, बोलीं- मुझे अपनी लाइनें हमेशा याद रहती हैं
नीना गुप्ता ने कहा कि मैं बहुत अनुशासित हूं। सेहत और एक्सरसाइज के मामले। सेट पर समय से पहुंचना मेरी आदत में शामिल है। मुझे अपनी लाइनें हमेशा याद होती हैं। आगे नीना ने कहा कि स्क्रिप्ट पढ़कर आती हूं। कभी-कभी खाने-पीने को लेकर गलतियां हो जाती हैं। मुझे यह आदतें अपनी मां से मिली और मेरी बेटी मसाबा को मुझसे। वह भी समय की बहुत पाबंद हैं।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। सेट पर पूरी तैयारी के साथ जाना कलाकारों की जिम्मेदारी होती है। अभिनेत्री नीना गुप्ता भी उन्हीं कलाकारों में से हैं, जो अपनी तैयारी करके जाना पसंद करती हैं। बीता साल नीना के लिए काफी अच्छा रहा। वह फिल्म मस्त में रहने का, वेब सीरीज चार्ली चोपड़ा एंड द मिस्ट्री आफ सोलांग वैली में नजर आई थीं।
पंचायत 3 में नजर आएंगी नीना गुप्ता
आगामी दिनों में वह वह पंचायत 3 में नजर आएंगी। अपनी व्यस्तता के बावजूद नीना को अनुशासित जीवन जीना पसंद है। इसी वजह से वह अपने हर काम को समय दे पाती हैं। पूरी तैयारी क साथ सेट पर पहुंचती हैं। जीवन में अनुशासन को लेकर दैनिक जागरण साथ बातचीत में नीना कहती हैं कि मैं बहुत अनुशासित हूं। सेहत और एक्सरसाइज के मामले। सेट पर समय से पहुंचना मेरी आदत में शामिल है। मुझे अपनी लाइनें हमेशा याद होती हैं।
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मैंने हिंदी में अपनी किताब भी खुद लिखी है- नीना गुप्ता
आगे नीना ने कहा कि स्क्रिप्ट पढ़कर आती हूं। कभी-कभी खाने-पीने को लेकर गलतियां हो जाती हैं। मुझे यह आदतें अपनी मां से मिली और मेरी बेटी मसाबा को मुझसे। वह भी समय की बहुत पाबंद हैं। वहीं हिंदी अच्छी होने को लेकर नीना कहती है मैंने हिंदी में अपनी किताब भी खुद लिखी है उसका अनुवाद नहीं कराया है। मैं हिंदी बोलने वालों के आसपास पली-बढ़ी हूं, तो मुझे उसकी आदत है। हिंदी मीडियम में पढ़ी हूं।
उन्होंने कहा कि मुझे हिंदी में पढ़ना अच्छा लगता है। मैं अनुवाद करवाने की कोशिश की तो वह सही से हुआ नहीं, तो फिर मैंने खुद ही लिखने की सोची। उसे लिखने में दो महीने का समय लगा। नीना आगामी दिनों में साउथ सिनेमा में भी पदार्पण की तैयारी में हैं।