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National Sports Day 2023: 'जो जीता वही सिकंदर' से 'घूमर' तक, कहीं इंसान तो कहीं किस्मत ने खेला 'खेल'

National Sports Day 2023 बॉलीवुड में स्पोर्ट्स फिल्मकारों का पसंदीदा टॉपिक रहा है। खेल में जो रोमांच होता है वो पर्दे पर भी अलग अनुभव देता है। जूझने का जज्बा हौसला और जीत की जिद इन फिल्मों की खासियत रही है। कई बार कहानियों को मनोरंजक बनाने के लिए दूसरे मसाले भी मिला दिये जाते हैं। इसी ही फिल्मों की बात।

By Jagran NewsEdited By: Manoj VashisthUpdated: Mon, 28 Aug 2023 05:52 PM (IST)
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बॉलीवुड में खेलों पर आधारित फिक्शनल फिल्में भी खूब बनी हैं। फोटो- एक्स, इंस्टाग्राम
नई दिल्ली, जेएनएन। खेलों से किसे प्यार नहीं होता। किसी को क्रिकेट तो किसी को फुटबॉल या स्विमिंग से लगाव होता है। कोई ना कोई खेल खेलते हुए बड़े होते हैं। बड़े होकर जब वक्त नहीं रहता तो खेल देखकर रोमांच का लुत्फ उठाते हैं। 

खेल फिल्मकारों का भी पसंदीदा विषय रहा है। खेल को केंद्र में रखकर कई फिल्में बनी हैं, जिनकी कहानी भले ही काल्पनिक हो, मगर इनमें भावनाओं के रंग असली थे। किसी फिल्म में खिलाड़ी के संघर्ष को दिखाया गया तो कहीं जीत के जज्बे ने रोमांच को आसमान में पहुंचा दिया।

कुछ फिल्मों में खिलाड़ियों की प्रतिद्वंद्विता को कहानी का आधार बनाया गया। सिस्टम से लड़ाई भी स्पोर्ट्स फिल्मों का हिस्सा रही। नेशनल स्पोर्ट्स डे के मौके पर ऐसी कुछ फिल्मों की बात, जिनमें खेल और खिलाड़ियों के अलग-अलग रंगे दिखे।

ऑल राउंडर (1984)

क्रिकेट ऐसा खेल है, जो कई पीढ़ियों को प्रभावित करता रहा है। साल 1984 में मोहन कुमार निर्देशित ऑल राउंडर इसकी मिसाल है। इस फिल्म की कहानी एक उभरते हुए क्रिकेटर की दूसरे क्रिकेटर से रंजिश पर आधारित थी। फिल्म कुमार गौरव, रति अग्निहोत्री और शक्ति कपूर ने मुख्य भूमिकाएं निभायी थीं। 

अव्वल नम्बर (1990)

देव आनंद निर्मित-निर्देशित अव्वल नम्बर में क्रिकेट की राइवलरी और आतंकवाद को एक साथ गूंथा गया था। फिल्म में आमिर खान, आदित्य पंचोली और खुद देव आनंद ने मुख्य भूमिकाएं निभायी थीं।

जो जीता वही सिंकदर (1992)

1992 में आयी आमिर खान की जो जीता वही सिकंदर बेहतरीन स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म मानी जाती है, इसका निर्देशन मंसूर खान और निर्माण नासिर हुसैन ने किया था। फिल्म की कहानी स्कूली विद्यार्थियों के बीच साइकल रेस को लेकर राइवलरी पर आधारित थी। आमिर के साथ फिल्म में आयशा जुल्का, दीपक तिजोरी, पूजा बेदी, मामिक सिंह और कुलभूषण खरबंदा ने अहम किरदार निभाये थे।

लगान (2001)

स्पोर्ट्स फिल्मों का हिस्सा रहे आमिर खान जब निर्माता बने तो पहली फिल्म क्रिकेट के खेल पर ही बनायी। 2001 में आयी लगान में ब्रिटिश हुकूमत के जुल्म की कहानी में क्रिकेट को खूबसूरती के साथ पिरोया गया।

लगान माफी के लिए ब्रिटिश अधिकारियों के साथ किसानों के मैच की कहानी खूब पसंद की गयी। इस फिल्म में आमिर खान के साथ ग्रेसी सिंह, रैचल शैली और पॉल ब्लैकथॉर्न ने अहम भूमिकाएं निभायी थीं। यह फिल्म लीडरशिप क्वालिटी के लिए केस स्टडी बनी।

इकबाल (2005)

नागेश कुकुनूर की इकबाल की कहानी एक ऐसे लड़के के इर्द-गिर्द घूमती है, जो ना बोल सकता है और ना सुन सकता है, लेकिन बेहतरीन बाउलर बनने की क्षमता है। हालांकि, पिता को क्रिकेट के लिए उसकी दीवानगी फिजूल लगती है। 2005 में आयी फिल्म में इकबाल का किरदार श्रेयस तलपड़े ने निभाया था और नसीरुद्दीन शाह  कोच का किरदार निभाते दिखे थे। फिल्म में कपिल देव ने कैमियो किया था।

चेन कुली की मेन कुली (2007)

चेन कुली की मेन कुली साल 2007 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म की कहानी में क्रिकेट के लिए जुनून को कॉमेडी के साथ पिरोया गया था। करनजीत सलूजा निर्देशित फिल्म में जैन खान दुर्रानी और राहुल बोस ने अहम किरदार निभाये थे। फिल्म में क्रिकेटर कपिल देव भी एक छोटी सी भूमिका में नजर आये थे।

दिल बोले हड़िप्पा (2009)

दिल बोले हड़िप्पा 2009 की स्पोर्ट्स कॉमेडी फिल्म है, जिसे अनुराग सिंह ने निर्देशित किया था, जबकि निर्माता आदित्य चोपड़ा थे। फिल्म में क्रिकेट की दीवानी (रानी मुखर्जी) एक पंजाबी लड़की विश्व कप में खेलने के लिए पुरुषों की टीम में शामिल होना चाहती है। इसके लिए वह एक लड़के का रूप धर लेती है और उसे टीम के कोच (शाहिद कपूर) से प्यार हो जाता है।

काय पो चे (2013)

अभिषेक कपूर निर्देशित काय पो चे में क्रिकेट और पॉलिटिक्स को पिरोया गया था। 2013 में आयी फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत ने जिला स्तर के पूर्व क्रिकेटर का रोल निभाया था, जो अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट एकेडमी खोलना चाहता है, मगर राज्य में चल रही सियासत का शिकार हो जाता है। फिल्म में राजकुमार राव और अमित साध भी मेन लीड में नजर आए थे।

सुल्तान (2016)

सलमान खान की सुल्तान एक ऐसे पहलवान के बारे में है, जो कुश्ती छोड़ चुका है। मगर, कुश्ती ने उसे नहीं छोड़ा है और उम्र के ढलान पर इंटरनेशनल अखाड़े में उतरता है। रणदीप हुड्डा ने कोच का किरदार निभाया था। अनुष्का शर्मा भी फिल्म में नजर आयी थीं। बता दें, यह भारतीय सिनेमा की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक थी। फिल्म 2016 में रिलीज हुई थी।

पंगा (2020)

2020 में आयी अश्विनी अय्यर तिवारी निर्देशित पंगा के लिए कंगना रनोट ने अपने करियर का चौथा नेशनल अवॉर्ड जीता था। इस फिल्म में कंगना ने पूर्व कबड्डी चैम्पियन का किरदार निभाया था, मगर परिवार में बिजी होकर वो अपने खेल से दूर हो जाती है। फिर जीवन में एक मोड़ ऐसा आता है कि वो वापस अपने खेल की ओर जाना चाहती है और तमाम चुनौतियां का सामना करती है।

तूफान (2021)

2021 में आयी राकेश ओमप्रकाश मेहरा निर्देशित तूफान एक उभरते हुए स्ट्रीट बॉक्सर की कहानी है, जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से आता है। परेश रावल ने कोच का रोल निभाया और मृणाल ठाकुर फीमेल लीड में थी। 

रश्मि राकेट (2021)

2021 की तापसी पन्नू की फिल्म रश्मि रॉकेट एक एथलीट की कहानी है, जो स्पोर्ट्स में जेंडर टेस्टिंग के खिलाफ आवाज उठाती है। फिल्म में प्रियांशु पेन्युली ने रश्मि के मंगेतर का किरदार निभाया था। अभिषेक बनर्जी वकील के किरदार में थे, जो रश्मि का केस लड़ता है। यह फिल्म जी5 पर स्ट्रीम हुई थी।

जर्सी (2022)

2022 में आयी शाहिद कपूर की फिल्म जर्सी एक ऐसे बेहतरीन क्रिकेटर की कहानी है, जो नेशनल टीम में जगह बनाने का इंतजार कर रहा है और इस क्रम में रिटायरमेंट की उम्र के करीब पहुंच जाता है। गौतम तिन्नौरी निर्देशित फिल्म में मृणाल ठाकुर ने उनकी पत्नी का रोल निभाया था। इस फिल्म में शाहिद के पिता पंकज कपूर ने उनके कोच का किरदार निभाया था।

घूमर (2023)

खेलों की भावना दिखाने वाली सबसे ताजा फिल्म घूमर है, जो 18 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। इस फिल्म में संयमी खेर ने ऐसी खिलाड़ी का रोल निभाया, जो महिला क्रिकेट टीम का हिस्सा बनना चाहती है, मगर एक हादसे में उसका एक हाथ चला जाता है। तब कोच बने अभिषेक बच्चन की मदद से वो लगभग असम्भव दिखने वाला सफर तय करती है। इस स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म का लेखन और निर्देशन आर बाल्की ने किया।