Teacher's Day 2023: ये हैं बॉलीवुड के असली टीचर, कोई पढ़ाता था अंग्रेजी तो किसी ने बनाये इंजीनियर
Teachers Day 2023 बॉलीवुड में आप कई कलाकारों को एक्टिंग करते हुए देखते हैं। इनमें से कुछ कलाकार ऐसे हैं जिन्होंने शायद अपनी पढ़ाई भी सही से पूरी नहीं की होगी। वहीं कुछ ऐसे भी कलाकार हैं जो अभिनय में आने से पहले किसी स्कूल या कॉलेज इंग्लिश और इंजीनियर के स्टूडेंट्स को पढ़ाते थे। चलिए जानते हैं उन स्टार्स के बारे में।
By Jagran NewsEdited By: Rajshree VermaUpdated: Mon, 04 Sep 2023 03:50 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। सिनेमा एक ऐसी इंडस्ट्री है, जिसमें तमाम तरह के कलाकार मिलते हैं। कुछ ऐसे हैं, जिन्होंने स्कूली पढ़ाई ही पूरी नहीं की तो कुछ ऐसे भी हैं, जिन्होंने ग्रेजुएशन, पोस्टग्रेएशन से लेकर प्रोफेशनल पढ़ाई तक की। इनमें कुछ ऐसे भी हैं, जिन्होंने खुद पढ़ने के साथ किसी स्कूल या कॉलेज में पढ़ाया।
पढ़ाई का साथ अभिनय के बाद भी नहीं छूटा और कुछ सेलिब्रिटीज ने अभिनय क्लासेज के जरिए पढ़ाने का सिलसिला शुरू किया। टीचर्स डे के मौके पर ऐसे ही कलाकारों की बात, जो जिंदगी के किसी पड़ाव पर असली शिक्षक बने।
बलराज साहनी
बलराज साहनी को हिंदी सिनेमा का जीनियस एक्टर माना जाता है, साथ ही वो पढ़े-लिखे एक्टर्स में शामिल थे। फिल्मों में आने से पहले वो साहनी विश्वभारती विश्वविद्यालय में अंग्रेजी और हिंदी के टीचर थे। 1946 में उन्होंने इंसाफ के साथ अभिनय की पारी शुरू की थी। बलराज साहनी की ज्यादातर फिल्मों में सामाजिक विषयों को उठाया गया था। 'दो बीघा जमीन', 'काबुलीवाला', 'हकीकत', 'भाभी की चूड़ियां', 'नीलकमल', 'वक्त', 'हमराज' और 'गरम हवा' उनकी यादगार फिल्में हैं।Photo Credit: Mid Day
कादर खान
दिग्गज संवाद लेखक और अभिनेता कादर खान फिल्मों में आने से पहले मुंबई के भायखला इलाके में स्थित एमएच साबू सिद्दीकी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में सिविल इंजीनियरिंग पढ़ाते थे। उन्होंने 1970 से 1975 के बीच अध्यापन किया था। उन्हें फिल्मों में लाने का श्रेय दिलीप कुमार को जाता है, जिन्होंने उस वक्त के कॉमेडी एक्टर आगा की सलाह पर कादर का नाटक ताश के पत्ते देखा और प्रभावित होकर फिल्म के लिए साइन कर लिया।
Photo Credit: Mid Day