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हम सब बहुत स्वार्थी... खुद की बजाय किसी और को अहमियत देना आसान नहीं समझते Vijay Varma

विजय कहते हैं- निस्वार्थी बनने के लिए भी आपको कुछ अपनाना और कुछ छोड़ना पड़ता है। उसमें अपना स्वार्थ न देखना आसान नहीं होता है। खैर यह चीजें बहुत अलग होती हैं। जब आप खुद के लिए कुछ चुनते हैं तो जाने-अनजाने अपना ख्याल पहले आता ही है।

By Priyanka singhEdited By: Mohammad SameerUpdated: Tue, 17 Oct 2023 06:45 AM (IST)
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अपने आप को प्राथमिकता देना अहम मानते हैं विजय (file photo)

खुद का स्वार्थ न देखते हुए दूसरों के भले के लिए सोच पाना हर किसी के लिए आसान नहीं होता है। भले ही सितारे फिल्मों में एक परफेक्ट व्यक्ति की भूमिका निभाते हैं, लेकिन वास्तविक जिंदगी उससे बहुत अलग होती है। निस्वार्थ प्रेम हो या कोई ऐसा कदम, जिसमें अपने बारे में न सोचा जाए, इन चीजों से डार्लिंग्स फिल्म अभिनेता विजय वर्मा बहुत ज्यादा खुद को नहीं जोड़ पाते हैं।

दैनिक जागरण से की बात

दैनिक जागरण से बातचीत में विजय कहते हैं कि-

जब मैं अपने आसपास किसी को देखता हूं, जिसने अपने जीवन में किसी और के लिए कोई प्रेरणात्मक कदम उठाया है, जिसमें उसका कोई स्वार्थ नहीं, तो मैं उसके सामने छोटा महसूस करता हूं। इसकी वजह यह है कि किसी ने बहुत बड़ी च्वाइस की है, जहां उसने अपने सामने किसी और को ज्यादा अहमियत दी है। मैं वैसा बिल्कुल नहीं हूं, जो अपने लिए वैसी च्वाइसेस कर सकूं। खुद की बजाय किसी और को अहमियत देना आसान नहीं होता है। हम सब बहुत स्वार्थी होते हैं। निस्वार्थी बनने के लिए भी आपको कुछ अपनाना और कुछ छोड़ना पड़ता है। उसमें अपना स्वार्थ न देखना आसान नहीं होता है। खैर, यह चीजें बहुत अलग होती हैं। जब आप खुद के लिए कुछ चुनते हैं, तो जाने-अनजाने, अपना ख्याल पहले आता ही है।

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