बोमन ईरानी ‘रनवे 34’ और ‘ऊंचाई’ में आएंगे नजर, अमिताभ बच्चन संग काम करने को लेकर कही ऐसी बात
बोमन ईरानी ने युवाओं को निशुल्क स्क्रीनराइटिंग सिखाने के लिए ‘स्पाइरल बाउंड’ की शुरुआत की थी। जिस पर बोमन ने एक खास इंटरव्यू में बात की और साथ ही साथ अपनी पर्सनल लाइफ और फिल्मों को लेकर भी कई किस्से बताएं।
By Vaishali ChandraEdited By: Updated: Sun, 06 Feb 2022 04:02 PM (IST)
दीपेश पांडेय, जेएनएन। कोरोना महामारी की शुरुआत में बोमन ईरानी ने युवाओं को निशुल्क स्क्रीनराइटिंग सिखाने के लिए ‘स्पाइरल बाउंड’ की शुरुआत की थी। अब तक वह इसके 450 से ज्यादा सेशन कर चुके हैं। जागरण डॉट कॉम के साथ एक खास इंटरव्यू में बोमन ने अपनी पर्सनल से लेकर प्रोफेशनल लाइफ के बारे में कई अनसुने किस्से बताएं।
स्क्रीन राइटिंग सिखाने की योजना के बारे में बोमन बताते हैं, ‘इसकी शुरुआत मेरे मन में अपनी फिल्म बनाने के विचार आने के साथ हुई। मैंने एक कहानी को लिखा, लेकिन स्ट्रक्चर ठीक से तैयार नहीं कर सका। अमेरिका में मेरी मुलाकात लेखक एलेक्स गारलैंड से हुई। उन्होंने बताया कि मेरी कहानी में क्या कमी थी। मैंने उनसे दोस्ती की और गुरु बना लिया। उनसे सीखी चीजें अपनी स्क्रिप्ट में अप्लाई करता रहा। तब मुझे राइटिंग में टेक्निक की पावर का एहसास हुआ। पहले पांच-छह युवा घर आकर या फोन पर सीखते थें। कोरोना के बाद जूम के माध्यम से सेशन शुरू किया। धीरे-धीरे सिलसिला 400 बच्चों तक पहुंच गया। अब तक इसके 450 से अधिक सेशन हो चुके हैं।’
करियर के शुरुआती दिनों में बोमन को सिनेमा जगत की हस्तियों से अहम सुझाव मिले। वह बताते हैं, ‘ऐसा कभी नहीं हुआ कि मैंने किसी से सलाह मांगी हो और न मिली हो। नसीरुद्दीन शाह, अनुपम खेर और परेश रावल समेत कई कलाकारों ने मुझे मूल्यवान सलाह दी। मेरी खुशकिस्मती है कि एक बार अमरीश पुरी साहब ने मुझे सुझाव दिया था। उन्होंने सबसे पहले मुझे एक नाटक के दौरान देखा था, तब उन्होंने मेरी काफी तारीफ की थी और फिल्मों में काम करने की सलाह दी। फिल्म ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’ की रिलीज के बाद हम आइफा अवार्ड समारोह के लिए सिंगापुर जा रहे थे। तब प्लेन में उन्होंने मुझे बुलाया और मेरा हाथ पकड़कर कहा कि हर चीज करो, लेकिन वह काम जरूर करो, जिससे आपको खुशी मिलती हो। सिर्फ बिकने के लिए हर काम मत करो। मुझे तो ऐसा लगा कि जैसे पिता मुझे समझा रहे हों।’
बोमन अपनी आगामी दोनों फिल्मों ‘रनवे 34’ और ‘ऊंचाई’ में अमिताभ बच्चन के साथ काम कर रहे हैं। वह कहते हैं, ‘मैंने ‘रनवे 34’ को सिर्फ बच्चन साहब के लिए स्वीकार कर लिया था। इतने बेहतरीन कलाकार को देखना भी एक विशेषाधिकार है। ‘ऊंचाई’ के लिए खेर साहब (अनुपम खेर) ने मुझे फोन करके कहा कि भाई ‘ऊंचाई’ के लिए मना मत करो। यह बहुत कमाल की फिल्म है, सूरज बड़जात्या के साथ काम करके बहुत मजा आएगा। मैं मुस्कुराया और मान गया।’
सिनेमा जगत में करियर बनाने की चाह रखने वाले युवाओं को लेकर बोमन कहते हैं, ‘स्टार बनना आपके हाथ में नहीं होता। एक्टर बनना आपके हाथ में है। उसके लिए आप मेहनत कर सकते हैं। स्टार बनना (माथे की लकीरों को दिखाते हुए) किस्मत और जनता के हाथों में होता है।’