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श्रीदेवी के निधन के बाद बोनी कपूर ने पहली बार बयां किया अपना दर्द, लिखा जज़्बाती ख़त

बोनी ने आगे लिखा है कि वो दुनिया के लिए उनकी चांदनी थीं... श्रेष्ठ एक्टर थीं... उनकी श्रीदेवी थीं... लेकिन मेरे लिए मेरा प्यार, मेरी दोस्त और मेरी दोनों बेटियों की मां थीं... ।

By Manoj VashisthEdited By: Updated: Sat, 03 Mar 2018 11:04 AM (IST)
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श्रीदेवी के निधन के बाद बोनी कपूर ने पहली बार बयां किया अपना दर्द, लिखा जज़्बाती ख़त
मुंबई। हिंदी सिनेमा की दिग्गज अदाकारा श्रीदेवी का 28 फरवरी को मुंबई के विले पार्ले इलाक़े में स्थित श्मशान घाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। पति बोनी कपूर ने मुखाग्नि दी। श्री की अंतिम विदाई के बाद बोनी ने एक बेहद भावुक ख़त सोशल मीडिया में शेयर किया है।

श्रीदेवी की मृत्यु के बाद बोनी कपूर की ओर से पहली बार फ़ैंस और मीडिया के लोगों से संवाद कायम किया गया है। ख़ास बात ये है कि इस ख़त को बोनी ने श्रीदेवी के ट्विटर एकाउंट से शेयर किया है। बोनी ने ख़त में अपने परिवार, दोस्तों, सहकर्मियों और फ़ैंस का आभार जताया है, जिन्होंने अपार दु:ख की घड़ी में उनका साथ दिया।  बोनी ने अपनी पहली पत्नी स्वर्गीय मोना कपूर के बेटे अर्जुन कपूर और बेटी अंशुला के जज़्बे की तारीफ़ भी की है, जो श्रीदेवी और उनकी बेटियों खुशी और जाह्नवी के साथ लगातार खड़े रहे।

  

बोनी ने आगे लिखा है कि वो दुनिया के लिए उनकी चांदनी थीं... श्रेष्ठ एक्टर थीं... उनकी श्रीदेवी थीं... लेकिन मेरे लिए मेरा प्यार, मेरी दोस्त और मेरी दोनों बेटियों की मां थीं... मेरी हमसफ़र थीं... । मेरी बेटियों के लिए वो सब कुछ थीं... उनकी ज़िंदगी थीं। वो हमारे परिवार की धुरी थीं। इसके साथ बोनी ने सभी से एक बेहद जज़्बाती गुज़ारिश की है कि उन्हें और उनके परिवार को अफ़सोस मनाने के लिए अकेला छोड़ दें। बोनी ने लिखा है कि अगर आप श्रीदेवी के बारे में बात ही करना चाहते हैं तो उनसे जुड़ी उन यादों की चर्चा कीजिए, जिनसे आप सब जुड़े हुए हैं। वो ऐसी अभिनेत्री थीं और रहेंगी, जिसकी कमी पूरी नहीं की जा सकेगी। इसके लिए उनका सम्मान कीजिए। किसी कलाकार के जीवन का पर्दा कभी नहीं गिरता, क्योंकि वो सिल्वर स्क्रीन पर जगमगाता रहता है।

बोनी ने इसके बाद लिखा है कि फिलहाल उनकी सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी उनकी बेटियों का ख्याल रखना है। साथ ही कहा है कि अब उनकी ज़िंदगी पहले जैसी नहीं रहेगी।

श्रीदेवी, बोनी कपूर के भांजे मोहित मारवाह की शादी में शामिल होने परिवार के साथ दुबई गयी थीं। 20 फरवरी को शादी के बाद वो निजी कारणों से वहीं रुकी रहीं। 24 फरवरी को श्रीदेवी का दुबई में उनके होटल के कमरे में निधन हो गया था। पहले उनकी मृत्यु का कारण कार्डिएक अरेस्ट बताया गया था, मगर बाद में पोस्टमॉर्टम और फॉरेंसिक जांच रिपोर्टों में इसकी वजह बाथटब में दुर्घटनावश डूबना बतायी गयी थी। श्रीदेवी के रक्त में एल्कोहल के अवशेष भी पाये गये थे।

 

ज़रूरी काग़ज़ी प्रक्रियाएं पूरी होने के श्रीदेवी का पार्थिव शरीर 27 फरवरी की रात एक स्पेशल विमान में मुंबई पहुंचा था। नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित होने की वजह से 28 फरवरी को पूरे राजकीय सम्मान के साथ श्रीदेवी का अंतिम संस्कार किया गया था। इस दौरान हज़ारों की संख्या में फ़ैंस और इंडस्ट्री के लोगों ने श्रीदेवी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।