अनन्या पांडे ने फिल्मों के बाद अब वेब सीरीज में भी डेब्यू कर लिया है। उनकी कॉल मी बे बीते दिन 5 सितंबर को ही अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई है जिसमें उन्होंने एक अमीर शहजादी के स्ट्रगल पीरियड को दर्शाया है। हाल ही में दैनिक जागरण से खास बातचीत करते हुए अनन्या ने बताया कि अगर वह एक्ट्रेस नहीं होती तो उनका दूसरा करियर ऑप्शन क्या होता।
दीपेश पांडे, मुंबई। ग्लैमरस छवि वाली अनन्या पांडे अब ओटीटी प्लेटफॉर्म ‘कॉल मी बे’ से वेब सीरीज की दुनिया में कदम रख रही हैं ।अमेजन प्राइम वीडियो पर प्रदर्शित इस शो के बारे में और जीवन में बदलती प्राथमिकताओं व अन्य पहलुओं पर अनन्या ने दैनिक जागरण से खास बातचीत की।
उसकी जिंदगी मेरे से बहुत अलग है - अनन्या पांडे
वेब सीरीज ‘कॉल मी बे’ में अपने पात्र को लेकर
अनन्या बताती हैं, "वह एक सर्व सुविधा संपन्न पृष्ठभूमि से आती है। एक बार को लगेगा कि उसकी जिंदगी बिल्कुल मेरी तरह है, लेकिन असल में ऐसा नहीं है।उसकी जिंदगी और सफर दोनों मुझसे बहुत अलग रहा है। मेरे लिए उसकी बैक स्टोरी बनाना और उसे वास्तविकता के करीब रखना दिलचस्प रहा। इसके अलावा मेरे लिए कॉमेडी जॉनर में काम करना भी काफी दिलचस्प रहा। इससे पहले मैंने कभी इस तरह की कामेडी में काम नहीं किया है।’
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‘गहराइयां’, ‘खो गए हम कहां’ फिल्मों के बाद अनन्या की पसंद बदली नजर आ रही है?
बतौर कलाकार मैं खुद को धीरे-धीरे समझ रही हूं और लगातार आगे बढ़ने का प्रयास कर रही हूं। आप तभी आगे बढ़ सकते हैं, जब कुछ अलग कर रहे हों। मैं खुशकिस्मत हूं कि ‘खो गए हम कहां’ के बाद मुझे ऐसे मौके मिल रहे हैं। मुझे बतौर कलाकार खुद को बढ़ाना और चुनौतियां देना पसंद है।
अब अनन्या ग्लैमरस छवि छोड़कर ‘गहराइयां’ और ‘कंट्रोल’ जैसी फिल्मों से स्वयं को साबित करने में भी जुटी हैं?
मैं दोनों तरह के काम कर सकती हूं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि मैं कौन सी फिल्म कर रही हूं। मुझे कमर्शियल मसाला फिल्में भी करनी हैं, इसके साथ ही मुझे वो फिल्में भी करनी हैं, जहां मुझे अच्छी भूमिकाएं निभाने, कुछ अलग अभिनय करने का मौका मिले। दोनों के बीच संतुलन बनाना सबसे जरूरी है।
आप खुद पत्रकार की भूमिका निभा रही हैं, ऐसे में जो चलन आप देख रही हैं उसके बारे में क्या राय है?
शो में नवोदित पत्रकार की भूमिका निभाने वाली अनन्या आदर्श पत्रकारिता पर कहती हैं, मुझे लगता है कि सच्ची पत्रकारिता सबसे जरूरी है। सवाल पूछ सकते हैं, लेकिन उसके पीछे ईमानदारी होनी चाहिए। कुछ सनसनीखेज निकालने की भावना से वह ईमानदारी नहीं आ पाती है। मुझे नहीं लगता कि सिर्फ हेडलाइंस बनाना या लोगों को मुसीबत में डालना कहीं से भी अच्छी पत्रकारिता है।
एक रईस परिवार की लड़की दिल्ली से मुंबई आकर बिना किसी पारिवारिक सहयोग के अपनी जिंदगी नए सिरे से शुरू करती है। ऐसी परिस्थितियों में अनन्या किस क्षेत्र में नई जिंदगी शुरू करतीं?
मैं हर काम में बहुत जुगाड़ू है। ऐसी परिस्थितियों में मैं भी वही काम चुनूंगी, जिसमें मैं अच्छी हूं। मैं पालतू जानवरों की एक दुकान खोलना पसंद करूंगी, क्योंकि मुझे जानवर बहुत पसंद हैं या फिर कोई ऐसा काम करना पसंद
करूंगी, जिसमें बच्चे शामिल हों।
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