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Chiranjeevi Birthday: कभी अमिताभ बच्चन पर भी भारी पड़ा था चिरंजीवी का स्टारडम, एक्टर के बारे में अनजानी बातें

चिरंजीवी (Chiranjeevi) का जन्म 22 अगस्त 1955 को आंध्र प्रदेश के गोदावरी जिले में हुआ। उनके पिता का नाम कोनिडेला वेंकट राव और माता का नाम अंजना देवी था। एक्टर का भी असली नाम कोनिडेला शिव शंकर वर प्रसाद है। लेकिन उनकी मां हनुमान भक्त हैं और उन्हीं के कहने पर एक्टर ने अपना स्क्रीन नेम चिरंजीवी रखा। एक्टर कुल 150 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके हैं।

By Surabhi Shukla Edited By: Surabhi Shukla Updated: Wed, 21 Aug 2024 03:58 PM (IST)
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चिरंजीवी एक फिल्म के लिए चार्ज करते थे करोड़ों
एंटरटेनमेंट डेस्क,नई दिल्ली। दिग्गज अभिनेता और साउथ मेगास्टार चिरंजीवी आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। सबसे सफल भारतीय सितारों में से एक चिरंजीवी ने सालों से हिंदी,तेलुगु,तमिल और कन्नड़ फिल्मों में काम किया है। उन्होंने साल 1978 में 'पुनाधिरल्लू' से एक अभिनेता के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके अलावा उन्हें 'रघुपति वेंकैया' पुरस्कार से भी सम्मान किया जा चुका है,जो आंध्र प्रदेश में शीर्ष फिल्म सम्मान है। चिरंजीवी के पास तीन नंदी अवॉर्ड, नौ फिल्मफेयर अवॉर्ड साउथ और एक लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड भी है।

इसके अलावा उन्हें साल 2006 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। आज चिरंजीवी के बारे में कुछ ऐसी अनजानी बातों के बारे में जानेंगे जिसके बारे में बहुत कम ही लोगों को पता होगा।

चिरंजीवी कोई एक्सीडेंटल एक्टर नहीं हैं। उन्हें बचपन से ही अभिनेता बनने का शौक था और इसके लिए उन्होंने प्रॉपर ट्रेनिंग भी ली। शोबिज में एंट्री करने से पहले उन्होंने एशिया के पहले फिल्म और टेलीविजन ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, मद्रास फिल्म इंस्टीट्यूट से ट्रेनिंग ली।

ऑस्कर के लिए मिला इनविटेशन

चिरंजीवी पहले दक्षिण भारतीय अभिनेता थे जिन्हें ऑस्कर पुरस्कार समारोह में आमंत्रित किया गया था। एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज (AMPAS) ने उन्हें 1987 में प्रतिष्ठित समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था।

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चिरंजीवी भारतीय सिनेमा के उन अभिनेताओं में से एक हैं जिनके फैंस पूरी दुनिया में हैं। उनकी फिल्म 'कोडामा सिम्हम' (1990) अंग्रेजी भाषा में डब होने वाली पहली दक्षिण भारतीय फिल्म थी।

चिरंजीवी की इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाई

चिरंजीवी की फिल्म 'घराना मोगुडु'(Gharana Mogudu) जोकि साल 1992 में आई थी, ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया था। एक साल के भीतर फिल्म ने 10 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की थी। तेलुगु सिनेमा के इतिहास में यह पहली बार था कि किसी फिल्म ने एक साल में इतनी बड़ी कमाई की हो।

एक फिल्म के लिए चार्ज किए इतने करोड़

इस फिल्म के बाद से चिरंजीवी की डिमांड काफी ज्यादा बढ़ गई और वो प्रति फिल्म 1 करोड़ रुपये कमाने वाले पहले भारतीय अभिनेता बन गए। दक्षिण मेगास्टार जो मुख्य रूप से तेलुगु सिनेमा में काम करते हैं अब तक लगभग 150 से अधिक फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं।

हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, 1992 की नंदी पुरस्कार विजेता फिल्म आपदाबंधवुडु के लिए अभिनेता ने 1.25 करोड़ रुपये चार्ज किए थे। इसके बाद से एक्टर उस समय सबसे अधिक भुगतान पाने वाले अभिनेता बन गए। उस समय केवल अमिताभ बच्चन प्रति फिल्म 90 लाख रुपए चार्ज करते थे।

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