Move to Jagran APP

'ढोंढू जस्ट चिल बे' कहने वाले Sanjay Mishra वध की शूटिंग के दौरान क्यों हुए थे डिप्रेशन का शिकार?

संजय मिश्रा जिस एफर्टलेस तरीके से कॉमेडी करते हैं वह फैंस का दिल जीत लेते हैं। बिहार में जन्मे संजय मिश्रा का हिंदी सिनेमा का सफर आसान नहीं रहा है। टेलीविजन से शुरुआत करने वाले कॉमेडियन अभिनेता ने लोगों को हंसाने में कभी कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वध के दौरान संजय मिश्रा डिप्रेशन में आ गए थे।

By Tanya Arora Edited By: Tanya Arora Updated: Fri, 19 Jul 2024 05:31 PM (IST)
Hero Image
क्यों डिप्रेशन में चले गए थे संजय मिश्रा/ Photo- Jagran Graphics
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। बिहार के दरभंगा में जन्मे संजय मिश्रा ने अपने शानदार अभिनय की छाप फैंस के दिलों पर छोड़ी है। सादगी से जीवन जीने वाले संजय मिश्रा के फिल्मों में भले ही छोटे किरदार हों, लेकिन उनका एक डायलॉग ही लोगों को हंसाने के लिए काफी होता है।

नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के छात्र रहे बहु प्रतिभाशाली अभिनेता ने टेलीविजन में भी खूब काम किया है। उनका 'गोलमाल अगेन में' ABCD (ए फॉर आत्मा, बी फॉर भूत, सी फॉर चुड़ैल, डी फॉर डायन')का डायलॉग हो या फिर 'पापा' बोलने का अंदाज, जिस तरह से वह अपने सीन्स में खुद को ढालते हैं, वह पर्दे पर देखकर फैंस खिलखिला उठते हैं।

सबको हंसाने और चिल करवाने वाले संजय मिश्रा (Sanjay Mishra) कभी डिप्रेशन का शिकार भी हो सकते हैं, ये बात किसी के दिमाग में शायद आई भी नहीं होगी। हालांकि, ऐसा हो चुका है, खुद संजय मिश्रा ने बताया था कि जब वह फिल्म 'वध' कर रहे थे, तो उस समय वह डिप्रेशन का शिकार हो गए थे।

इतना ही नहीं, उन्हें कई और फिल्मों में काम करने के दौरान बीमारियों ने जकड़ लिया था, ऐसा क्यों होता था एक्टर के साथ इसका कारण भी उन्होंने बताया।

'वध' के दौरान क्यों डिप्रेशन में चले गए थे एक्टर

संजय मिश्रा ने बताया कि कैसे वह किसी भी डायलॉग को बोलने के लिए जोर नहीं देते, वो उनके अंदर से नेचुरली आता है।

यह भी पढ़ें: मणिकर्णिका फ‍िल्‍म फेस्टिवल में संजय मिश्रा की 'अंडमान' का प्रदर्शन, निर्देशक स्मिता सिंह ने साझा किया अनुभव

अभिनेता ने सिद्धार्थ कनन को इस बातचीत में ये भी बताया कि वह मैथड एक्टर हैं या नहीं और अपने रोल में घुसने के चक्कर में वह किस तरह से डिप्रेशन का शिकार हो गए थे।

उन्होंने कहा,

"मुझे ये कभी समझ नहीं आया कि मैं एक मेथड एक्टर हूं या फिर नहीं, लेकिन मैं भी अपनी फिल्मों में घुसा हूं। आंखों देखी में जब मैं किरदार में घुस गया था, तो मुझे डायबिटीज हो गया। वध के दौरान मैं बहुत डिप्रेस हो गया था, क्योंकि मैं वैसा था ही नहीं। ग्वालियर की वो गलियां, किसी का खून करना, उसको काटना, उसके बॉडी को बोरे में भरना..अपने कैरेक्टर में घुसना पड़ता है, अब ये मेथड होता है या नहीं पता नहीं, लेकिन घुसना पड़ता है"।

हालांकि, डिप्रेशन से निकलने का तरीका बताते हुए कहा कि वह संगीत सुनते थे।

कड़वी हवा करने के बाद हुआ था स्किन डिजीज

जब उनसे ये पूछा कि क्या वह सच में एक रोल से डिप्रेशन में चले गए थे, तो उन्होंने कहा, "सच में मैं डिप्रेशन में चला गया था। कड़वी हवा करने के बाद मुझे पूरा स्किन डिजीज हो गया था। 45 डिग्री में चंबल में शूट कर रहा था, उस समय कोई एसी नहीं, चीटियां बॉडी पर चढ़ रही थीं, जिसकी वजह से मुझे दिक्कत हुई थी।

अगर मैं एसी से निकलकर सेट पर चला जाता तो ऑडियंस को उस गर्मी का एहसास नहीं होता जिस गर्मी पर वो फिल्म बनी है, तो ऑडियंस को सच में एहसास करवाने के लिए करना पड़ता है"।

किस फिल्म से बॉलीवुड में रखा था कदम

एक पत्रकार के घर में जन्मे संजय मिश्रा को इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि इंडस्ट्री उन्हें इतनी शोहरत और प्यार देगी। 1989 में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा ज्वाइन करने वाले संजय मिश्रा को उनकी पहली फिल्म साल 1995 में मिली थी। उन्होंने शाह रुख खान की फिल्म 'ओह डार्लिंग, ये है इंडिया' से अपनी शुरुआत की थी।

जिसमें उन्होंने हारमोनियम मैन का किरदार अदा किया था। इसके बाद उन्होंने राजकुमार, वजूद, दिल से, सत्या, फिर भी दिल है हिंदुस्तानी जैसी फिल्मों में काम किया।

टेलीविजन से की थी शुरुआत

बॉलीवुड में अपने अभिनय की छाप छोड़ने वाले संजय मिश्रा ने एक्टिंग करियर की शुरुआत टीवी से की थी। उनका पहला शो 'चाणक्य' था, जो डीडी नेशनल पर प्रसारित होता था। वह हॉरर शो 'आहट' का भी हिस्सा रह चुके हैं। इसके अलावा सोनी टीवी के शो सीआईडी में भी संजय मिश्रा काम कर चुके हैं।

संजय मिश्रा का काम नहीं, बल्कि उनकी आवाज भी उनकी पहचान बनी। उन्होंने अमेरिकन म्यूजिकल ड्रामा फिल्म 'द लायन किंग्स' में 'पुम्बा' के हिंदी वर्जन को डब किया था। आंखों देखी, वध और कामयाब के लिए उन्हें बेस्ट एक्टर (क्रिटिक्स) के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।

यह भी पढ़ें: बालीवुड एक्टर संजय मिश्रा बोले- अब कहानी ही असली हीरो, कंटेंट होगा तो फिल्म चलेगी ही