'ब्लैक एडम' स्टार ड्येन जॉनसन के डिप्रेशन पर दीपिका पादुकोण ने दिया रिएक्शन, जानें मेंटल हेल्थ पर क्या बोलीं
Deepika Padukone On Depression पठान फेम एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण ने हॉलीवुड स्टार ड्येन जॉनसन के डिप्रेशन वाले बयान पर रिएक्शन दिया है। हाल ही में ड्येन ने खुलासा किया कि वह कई बार मेंटल इश्यूज से गुजर चुके हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। Deepika Padukone On Dwayne Johnson Depression: ‘फास्ट एंड फ्यूरियस’ स्टार ड्येन जॉनसन कई बार डिप्रेशन से गुजर चुके हैं। हाल ही में, ड्येन ने अपने मेंटल हेल्थ पर खुलकर बात की, जिस पर बॉलीवुड हसीना दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) भी रिएक्ट करने से खुद को रोक नहीं पाईं।
कई बार डिप्रेशन का शिकार हो चुके ड्येन जॉनसन (Dwayne Johnson) ने एक पॉडकास्ट में अपने मेंटल हेल्थ पर बात की। सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाली दीपिका पादुकोण ने हॉलीवुड स्टार के मेंटल हेल्थ पर किए गए बयान से जुड़ा एक पोस्ट अपनी इंस्टा स्टोरी पर शेयर किया है।
दीपिका ने ड्येन के डिप्रेशन पर क्या कहा?
पोस्ट में लिखा हुआ है, “मैं नहीं जानता था कि मेंटल हेल्थ क्या है, मुझे नहीं पता था कि डिप्रेशन क्या है। मुझे बस ये पता था कि मैं वहां नहीं रहना चाहता।” दीपिका ने पोस्ट को रीशेयर कर लिखा, “मेंटल हेल्थ मैटर करती है।” यही नहीं, एक्ट्रेस ने अपने मेंटल हेल्थ फाउंडेशन ‘द लिव लव लॉफ फाउंडेशन’ को भी टैग किया है।
कब-कब डिप्रेशन से गुजरे ड्येन जॉनसन?
‘ब्लैक एडम’ (Black Adam) फेम ड्येन जॉनसन ने एक पॉडकास्ट में बताया कि पहले उन्होंने स्कूल छोड़ा, उनका कॉलेज फुटबॉल करियर खराब हुआ और फिर पत्नी से तलाक का दुख, इन चीजों ने ड्येन को अंदर से तोड़ दिया था। जॉनसन ने The Pivot संग बातचीत में कहा,
“मैंने स्कूल छोड़ दिया, लेकिन दिलचस्प बात ये थी कि उस समय मैं नहीं जानता था कि मेंटल हेल्थ क्या होता है, मुझे नहीं पता था डिप्रेशन क्या होता है, मैं बस इतना जानता था कि मुझे वहां नहीं रहना है। मैं टीम की किसी भी मीटिंग में नहीं जा रहा था। किसी भी चीज में पार्टिसिपेट नहीं कर रहा था। बतौर एथलीट में और कठिन दौर से गुजरा। सालों बाद जब मैंने तलाक लिया तो मैं फिर से इससे गुजरा।”
क्या दीपिका भी हो चुकी हैं डिप्रेशन का शिकार?
साल 2015 में दीपिका पादुकोण ने खुलासा किया था कि वह भी मेंटल इश्यू से गुजर चुकी हैं। एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में ‘पठान’ एक्ट्रेस ने कहा था,
“एक सुबह जब मैं उठी तो मैं खाली महसूस कर रही थी। मुझे कोई डायरेक्शन नजर नहीं आ रहा था। मुझे नहीं पता था कि मुझे कहां जाना है, क्या करना है, मुझे इतना लो फील होता था कि मैं छोटी-छोटी बातों पर रोना शुरू कर देती थी।”