जब जीनत अमान के प्यार में पड़ गए थे देव आनंद, एक्ट्रेस को राज कपूर संग इस हाल में देख टूटा था दिल
Dev Anand Birth Anniversary पंजाब के गुरदासपुर जिले में जन्मे इस कलाकार का छह दशक लंबा करियर रहा। उन्होंने गाइड टैक्सी ड्राइवर ज्वैल थीफ और सीआईडी जैसी फिल्मों में काम किया। देव आनंद को 2002 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
By Ruchi VajpayeeEdited By: Updated: Mon, 26 Sep 2022 11:25 AM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। Dev Anand Birth Anniversary: फिल्म इंडस्ट्री के सबसे रोमांटिक हीरो में से एक देव आनंद की आज 99 वीं बर्थ एनिवर्सरी है। उन्होंने एक बार एक इंटरव्यू में कहा था कि, 'वो हमेशा प्यार में रहते' थे। आज हम आपको उनकी बायोग्राफी से रोमांस के कुछ ऐसे ही किस्से बताने जा रहे हैं।
मैं हमेशा प्यार में रहता हूं
हिन्दी फिल्मों के रोमांस गुरु देव आनंद साहब ने 2008 में रॉयटर्स से कहा था, 'रोमांस खूबसूरत है। मैं हमेशा प्यार में हूं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप हर समय महिलाओं के साथ सो रहे हैं। यहां तक कि एक खूबसूरत लड़की के बारे में सोचना या कविता पढ़ना भी रोमांटिक होता है।
सुरैया से हुई थी पहली मोहब्बत
देव साहब को अपने करियर की शुरुआत में ही उस जमाने की टॉप एक्ट्रेस सुरैया से मोहब्बत हो गई थी। सुरैया, देव आनंद का पहला प्यार थीं। 1948 का वो साल जब सुरैया और देव साहब मिले। पहली नजर का ये प्यार जल्द ही बेचैनी में बदल गया। दोनों मिल नहीं पाते तो फोन पर घंटों बातें होती थी। उन दिनों सुरैया बड़ी स्टार थीं। उनकी शोहरत आसमान की बुलंदियां छू रही थी और देव आपने लिए कामयाबी की जमीन तलाश रहे थे।अधूरी रह गई यह दास्तां
देव और सुरैया का प्यार एक्ट्रेस की नानी को सख्त नापसंद था। देव ने अपना सारा प्यार समेट कर एक अंगूठी खरीदी। नानी की पाबंदियों से तंग आ चुकी सुरैया ने देव के सामने उसे समुंदर में फेंक दिया। वो आखिरी दिन था जब दोनों की आंखों में मोहब्बत, जुदाई और दर्द, आंसू बन एक साथ निकले। फिर कभी देव ने सुरैया को पलट कर नहीं देखा। सुरैया ने अपना पूरा जीवन देव की याद में गुज़ारा और देव ने प्यार की तलाश में।जीनत अमान पर आया दिल
देव आनंद ने अपनी आत्मकथा 'रोमांसिंग विद लाइफ' में जीनत अमान के प्रति अपने आकर्षण के बारे में भी बात की। उन्होंने बताया कि, 'जीनत अमान से मेरा गहरा जुड़ाव हो गया था। वो जब भी बात करती, मुझे बहुत अच्छा लगता। अवचेतन में, हम भावनात्मक रूप से एक-दूसरे से जुड़ गए थे। अचानक, एक दिन मुझे लगा कि मैं जीनत से बेहद प्यार करता हूं'।