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Dilip Kumar Death: दिलीप कुमार की तरह पाकिस्तान में मौजूद उनका पुश्तैनी घर भी रहा चर्चा में, तस्वीरों में देखें दिग्गज एक्टर का घर

बॉलीवुड के मशहूर और दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार अब इस दुनिया में नहीं रहे। वह जब तक जिंदा रहे तब तक उनका पुश्तैनी घर भी हमेशा चर्चा में रहा। दिलीप कुमार का जन्म पाकिस्तानी के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हुआ था

By Anand KashyapEdited By: Updated: Wed, 07 Jul 2021 10:50 AM (IST)
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बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार, तस्वीर, Twitter: @akshaykumar/@Enzimam

नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड के मशहूर और दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार अब इस दुनिया में नहीं रहे। वह जब तक जिंदा रहे, तब तक उनका पुश्तैनी घर भी हमेशा चर्चा में रहा। दिलीप कुमार का जन्म पाकिस्तानी के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हुआ था, लेकिन 30 के दशक में उनका परिवार अपना पुश्तैनी घर छोड़कर मुंबई आकर बस गया था। दिग्गज अभिनेता जब तक जिंदगी रहे उनका यह घर भी उनकी तरह चर्चा में बना रहा।

इसके पीछे की वजह खैबर पख्तूनख्वा की प्रांतीय सरकार की ओर से दिलीप कुमार के घर को म्यूजियम बनाने का फैसला था। साल 2018 में खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने बंटवारे से पहले बनीं 25 इमारतों को खरीदकर म्यूजियम बनाने का फैसला किया था। इनमें बॉलीवुड के शोमैन राज कपूर और ट्रेजडी किंग दिलीप कुमार का पुश्तैनी घर भी शामिल था। पहले ही इन दोनों कलाकारों के घरों को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया जा चुका है।

— Abdul Qayum Afridi (@abdulqayum6) October 1, 2020

दिलीप कुमार का 100 साल से भी ज्यादा पुराना पुश्तैनी घर भी प्रांत के ख्वानी बाजार क्षेत्र में स्थित है। साल 2014 में नवाज शरीफ सरकार के समय उनके घर को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया गया था। अपने पुश्तैनी घर से दिलीप कुमार की ढेर सारी यादें जुड़ी थीं, जिसका जिक्र उन्होंने अपने आत्मकथा 'द सबस्टांस एंड द शैडो' में किया था। उनके पिता मोहम्मद सरवर खान ने ख्वानी बाजार ने शानदार घर बनाया था। दिलीप कुमार के पिता के कारोबारी थे।

— Nomadict (@Enzimam) October 1, 2020

कहा जाता है कि जब साल 1988 में एक बार दिलीप कुमार भारत से पाकिस्तान अपने पुश्तैनी घर पहुंचे तो उन्होंने वहीं की मिट्टी को चूमा था। अब इसी साल मई में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की सरकार ने बॉलीवुड के महान अभिनेता राजकपूर और दिलीप कुमार की पेशावर में मौजूद पुश्तैनी हवेलियों को खरीद उन्हें संग्रहालय बनाने के लिए 2.30 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। यह राशि पुरातत्व विभाग ने पेशावर के उपायुक्त को सौंपी है। यह फैसला दोनों हवेलियों के मौजूदा मालिकों को खरीद के लिए अंतिम नोटिस जारी करने के बाद लिया गया।

इससे पहले सरकार ने राज कपूर और दिलीप कुमार के घर को 1.50 करोड़ और 80 लाख में खरीदकर इन्हें ग्रहालयों में परिवर्तित करने का प्रस्ताव दिया था। पर संपत्ती के मौजूदा मालिक अली कादिर ने हवेली के लिए 20 करोड़ की मांग की थी जबकि दिलीप कुमार की हवेली के मालिक गुल रहमान मोहम्मद ने कहा था सरकार को इसे मार्केट रेट यानि करीब 3.50 करोड़ रुपए लेने की बात कही थी। हालांकि अब सरकार और घर के मालिकों के बीच विवाद खत्म हो गया है।