Throwback Thursday: दिलीप कुमार की 'राम और श्याम' थी अपने वक्त की सबसे महंगी फिल्म, यूं कास्ट हुई थीं मुमताज
Throwback Thursday साल 1967 में रिलीज हुई फिल्म राम और श्याम ने उस दौर में बॉक्स ऑफिस पर दमदार बिजनेस किया। दिलीप कुमार और मुमताज स्टारर कॉमेडी ड्रामा फिल्म में न सिर्फ दर्शकों को एंटरटेनमेंट का डबल डोज दिया बल्कि फिल्म पर डबल खर्चा भी हुआ। राम और श्याम उस दौर की सबसे महंगी फिल्मों में से एक थी। चलिए जानते हैं फिल्म से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। साल 1967 में रिलीज हुई फिल्म 'राम और श्याम' हिंदी सिनेमा की यादगार फिल्मों में से एक है। इस फिल्म में दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार ने डबल रोल अदा किया था, जिसमें वह राम और श्याम दोनों बने थे। इस कॉमेडी ड्रामा फिल्म के निर्देशन की कमान तापी चाणक्य ने संभाली थी।
ये फिल्म चाणक्य की 1964 में रिलीज हुई तेलुगु फिल्म 'रामुडु-भीमुडू' का हिंदी रीमेक है। इस फिल्म में दिलीप कुमार के साथ फैंस को मुमताज की जोड़ी देखने को मिली थी। जब वेटरन अभिनेत्री मुमताज ने फिल्म 'राम और श्याम' में काम किया था, तो उनकी उम्र बेहद कम थी।
इतना ही नहीं, राम और श्याम उस दौर में न सिर्फ सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म की, बल्कि 60 के दौर में फिल्म का बजट लाखों में था। कैसे मुमताज को ये फिल्म मिली और मेकर्स ने फिल्म पर कितना पैसा बहाया, चलिए जानते हैं।
कैसे मुमताज बनीं दिलीप कुमार की 'शांता'
मुमताज ने दिलीप कुमार के अपोजिट जब 'राम और श्याम' में काम किया था, तब उनकी उम्र महज 18 साल की थी। दरअसल महबूब साहब ने दिलीप कुमार को मुमताज की मूवी का एक सीन दिखाया था और उनसे ये सवाल पूछा था कि क्या वो उन्हें अपनी फिल्म 'राम और श्याम' में कास्ट करना चाहेंगे।
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दिलीप कुमार भी मुमताज के सीन से इतने इम्प्रेस हुए कि उन्होंने तुरंत महबूब साहब की बातों में हामी भर दी। राम और श्याम में मुमताज ने शांता का किरदार अदा किया था।