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Divya Agarwal: वरुण सूद संग ब्रेकअप पर पछता रही हैं दिव्या अग्रवाल, कहा- 'अपनी उलझनों के कारण तोड़ा उसका दिल'

Divya Agarwal On Breakup With Varun Sood बीते साल दिव्या अग्रवाल और वरुण सूद ने ब्रेकअप किया था। दोनों की अलग होने की खबर ने इनके फैंस को परेशान कर दिया था। वहीं अब महीनों की चुप्पी के बाद दिव्या ने ब्रेकअप के कारण का खुलासा किया है।

By Vaishali ChandraEdited By: Vaishali ChandraUpdated: Wed, 07 Jun 2023 01:23 PM (IST)
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Divya Agarwal On Breakup With Varun Sood, Instagram
नई दिल्ली, जेएनएन। Divya Agarwal On Breakup With Varun Sood: वरुण सूद और दिव्या अग्रवाल के ब्रेकअप ने उनके फैंस को बेहद निराश किया। बीते साल दोनों ने अपने ब्रेकअप का खुलासा किया था। इसके कुछ महीनों बाद दिव्या ने अपूर्व पड़गांवकर संग अपनी सगाई का एलान कर दिया।

ब्रेकअप पर तोड़ी चुप्पी

ब्रेकअप और शादी के बीच फैंस ये जानने के लिए परेशान थे कि आखिर वरुण सूद और दिव्या अग्रवाल का ब्रेकअप क्यों हुआ? हालांकि, दोनों ने कभी इस पर कोई बात नहीं की। वहीं, अब दिव्या ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि वरुण संग ब्रेकअप उनकी वजह से हुआ था और उन्हें इस बात का पछतावा भी है। दिव्या ने ये भी बताया कि उन्होंने वरुण और अपूर्व की मुलाकात भी करवाई थी।

किसकी वजह से हुआ ब्रेकअप ?

दिव्या अग्रवाल ने अमृता राव और आरजे अनमोल के शो कपल ऑफ थिंग्स में बात करते हुए कहा कि वो अपूर्व के साथ ज्यादा स्थिर और शांत महसूस करती हैं। वहीं, वरुण के साथ रिश्ते में उन्होंने कई उलझनों का सामना किया।

वरुण को छोड़ने पर क्या बोलीं दिव्या ?

दिव्या अग्रवाल ने कहा, "जब भी मैं अपूर्व के पास होती थी तो मैं एक महिला के तौर पर मेच्योर महसूस करती थी। वहीं, वरुण के साथ मेरी एनर्जी अलग थी...मैंने वरुण को अपूर्व से मिलवाया। मैं उसे साफ-साफ बता दिया कि देखो मुझे दिक्कत है। मैं उलझन में थी। जो कुछ भी हुआ वो गलत था और ये सब मेरी वजह से हुआ। मुझे कहीं रुकने की जरुरत थी। और इसलिए अचानक एकदम से ब्रेकअप हो गया। मैंने कार को एक खतरनाक मोड़ पर रोक दिया।"

अपूर्व को क्यों चुना हमसफर ?

दिव्या ने अपूर्व पड़गांवकर के बारे में बात करते हुए आगे बताया कि वरुण के साथ ब्रेकअप के बाद वो उन्हें गोवा लेकर गए थे। दिव्या ने कहा, "हमने पहले कभी पूरी रात साथ ट्रेवेल नहीं किया था। वो मुझे गोवा ले गया और मुझे कोई अंदाजा नहीं था, वो मुझे अपने कुलदेवी के मंदिर ले गया। उसने कहा, 'कुछ मत पूछो, कुछ मत सोचो। बस शांति से बैठो।' उसने मुझे मेरे पिता की याद दिलाई, क्योंकि वो मुझे सभी धार्मिक जगहों पर लेकर जाया करते थे।"