जब मेकर्स ने मनीषा कोइराला से की थी Divya Dutta की तुलना, बोलीं- 'उस छवि को तोड़ना चुनौती...'
अभिनेत्री दिव्या दत्ता ने कई फिल्मों में काम किया है। उन्होंने 17 साल की उम्र से अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने अपने करियर में शाह रुख खान से लेकर सलमान खान समेत कई सितारों के साथ काम किया है । उनकी पहली फिल्म ‘सुरक्षा’ थी । हालांकि इंडस्ट्री में उन्हें मनीषा कोइराला से भी कंपेयर किया गया ।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। इस साल एक्ट्रेस दिव्या दत्ता ने अभिनय करियर के 30 वर्ष पूरे कर लिए हैं। जब दिव्या ने इंडस्ट्री में कदम रखा था तो उन्हें लग रहा था कि वह यहां आएंगी और छा जाएंगी। आज दिव्या व्यस्त रहने से ज्यादा अच्छी फिल्मों की विरासत छोड़कर जाना चाहती हैं। वो अपने सफर व आगामी फिल्मों पर दिव्या ने प्रियंका सिंह के साथ साझा की दिल की बातें...
फिल्म इंडस्ट्री में 30 साल का सफर तय करना कैसा रहा है?
मैं 17 वर्ष की थी, जब इंडस्ट्री में आई थी, पता नहीं था कि क्या करने वाली हूं। गलतियां कीं, उनसे सीखा। जब मैं आई थी, तो मुझे बताने वाला कोई नहीं था कि क्या सही है, क्या गलत या तुम्हारी लॉचिंग फलां फिल्म से होगी। सपना लेकर आई थी कि शाह रुख खान या सलमान खान के साथ काम करूंगी, फिर मुझे नए कलाकारों के साथ लव स्टोरी वाली फिल्में मिल गईं। फिर मल्टीस्टारर फिल्म ‘सुरक्षा’ की। वह फिल्म चली और मुझे वैसी ही फिल्में ऑफर होने लगीं। मेकर्स कहते थे कि वो लड़की जो मनीषा कोइराला जैसी दिखती है, उसे बुलाओ।
यह भी पढे़ं- Divya Dutta: ‘वीर जारा’ में काम नहीं करना चाहती थीं दिव्या दत्ता! बोलीं- ‘लोग कहते थे पाकिस्तान से आई है?’
यानी उस छवि को तोड़ना आसान नहीं था...
बिल्कुल। उस छवि को तोड़ना चुनौती बन गई। मैं पंजाब से बेस्ट एक्टर का अवार्ड लेकर आई थी। मुझे लगा था कि यहां तो सब लूट लूंगी, छा जाऊंगी, लेकिन मां के सिवाय किसी को नहीं पता था कि मैं प्रतिभाशाली हूं। तो जहां जो काम मिला, शिद्दत से करती गई। मां से सीखा है कि काम इतना अच्छा करो कि लोग तुम्हारे बारे में बात करें। धीरे-धीरे ऐसा होना शुरू हुआ। ‘वीर जारा’ हिट हुई, तो वैसे ही प्रस्ताव मिलने लगे। आपको लगातार स्वयं को ढूंढ़ना पड़ता है। जब आज लोग कहते हैं कि अगर तुम फिल्म में हो, तो काम करने में मजा आएगा, तो अच्छा लगता है।
शाह रुख खान और सलमान खान के साथ शुरुआत न होने का दुख रह गया?
उस वक्त बुरा लगा था, लेकिन जब मैंने कुछ सालों के बाद अपना करियरग्राफ देखा तो लगा कि कुछ अलग हुआ है। मैं केवल हीरोइन बनने के लिए इस इंडस्ट्री में नहीं आई थी। मुझे तो एक्टर बनना था। अब चाहे स्टार एक्टर कह लो, कोई अपरंपरागत हीरोइन कह लो। हाल ही मैं साउथ फिल्म इंडस्ट्री में काम करके आई हूं। मैं मजबूत पात्रों को ही निभाना चाहती हूं। मैं वहीं चुन रही हूं, जो मुझे बच्चे की तरह उत्सुक रखे। स्वयं को लोगों के नजरिये से अलग साबित करने की भूख हमेशा बरकरार रहेगी।