Dulquer Salmaan ने खटखटाया केरल हाईकोर्ट का दरवाजा, लग्जरी कार Land Rover से जुड़ा है मामला
Dulquer Salmaan मलयालम एक्टर दुलकर सलमान ने कस्टम ऑफिशियल द्वारा छापेमारी के दौरान उनकी लग्जरी गाड़ी जब्त करने के बाद केरल हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। दुलकर ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को कार की रजिस्ट्री और जरूरी डॉक्यूमेंट्स भी दिखाए फिर वे नहीं माने और जल्दबाजी में कार ले गए।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। मलयालम स्टार दुलकर सलमान ने 26 सितंबर को केरल उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। दरअसल कस्टम ऑफिसर्स ने छापेमारी के दौरान उनकी लग्जरी गाड़ी जब्त कर ली। इस हफ्ते की शुरुआत में छापेमारी के दौरान उनकी गाड़ी जब्त कर ली गई थी, जिसके बाद उन्होंने राहत की गुहार लगाई।
इन एक्टर्स के आवासों पर भी मारा छापा
सीमा शुल्क निवारक शाखा द्वारा शुरू की गई एक बड़े पैमाने की जांच को ऑपरेशन नुमखोर नाम दिया गया है। नुमखोर एक भूटानी शब्द है जिसका अर्थ है वाहन। इस ऑपरेशन के तहत राज्य भर में लगभग 30 स्थानों को निशाना बनाया, जिनमें पृथ्वीराज सुकुमारन, दुलकर सलमान और अमित चक्कलक्कल जैसे जाने-माने सेलेब्रिटीज के आवास भी शामिल थे। छापेमारी के दौरान ऑफिसर्स ने कथित तौर पर 38 महंगी लग्जरी कारें जब्त कीं, जिनके जाली कागजों का इस्तेमाल करके भूटान से भारत में तस्करी करके लाए जाने का संदेह है।
फोटो क्रेडिट- सोशल मीडिया
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दुलकर ने दर्ज की याचिका
दुलकर के आवास पर अधिकारियों ने 2004 मॉडल की एक लैंड रोवर डिफेंडर जब्त की, जिसे एक्टर ने पिछले साल खरीदा था। हालांकि, दुलकर ने अपनी याचिका में जब्ती की वैधता को चुनौती देते हुए दावा किया कि गाड़ी भारतीय रेड क्रॉस से खरीदी गई थी। एक्टर ने कहा कि कार रजिस्टर्ड थी और लीगली खरीदी गई है थी।
उन्होंने आगे कहा कि कार का रजिस्ट्रेशन सही तरीके से किया गया था और उसके साथ जरूरी डॉक्यूमेंट भी थे। याचिका में आगे कहा गया है, 'हालांकि डॉक्यूमेंट अधिकारियों को सौंप दिए गए थे, लेकिन जल्दबाजी और मनमाने ढंग से जब्ती करते समय उन पर गौर करने से पूरी तरह इनकार कर दिया गया'।
दुलकर ने यह भी दलील दी कि उन्होंने 25 सितंबर को सीमा शुल्क विभाग को एक आवेदन देकर कार के बारे में पूरी जानकारी डॉक्यूमेंट समेत दी थी। हालांकि, गाड़ी वापस न करने पर उन्हें उच्च न्यायालय का रुख करना पड़ा। दुलकर ने तर्क दिया कि अगर कार लंबे समय तक बिना इस्तेमाल के बाहर रही तो उसे नुकसान पहुंच सकता है और अगर ज्यादा खराब हुई तो इसे रिपेयर भी नहीं किया जा सकता है। इसलिए उन्होंने अदालत से उसे वापस करने के निर्देश देने की मांग की।
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