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Nitin Desai Case में आरोपों पर फाइनेंस कम्पनी ने जारी किया अपना स्टेटमेंट, कहा- 'हमने कोई दबाव नहीं डाला'

Nitin Desai Suicide Case आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई के सुसाइड ने हर किसी को हैरान कर दिया था। नितिन के सुसाइड की वजह उन पर करोड़ों के कर्ज को बताया जा रहा है। उनकी बेटी मानसी देसाई का कहना था कि लोन देने वाली कंपनी ने उनके पिता पर इस कदर दबाव डाला कि उन्हें सुसाइड करना पड़ा अब कंपनी ने स्टेटमेंट जारी कर आरोपों को खारिज किया है।

By Rinki TiwariEdited By: Rinki TiwariUpdated: Mon, 07 Aug 2023 01:01 PM (IST)
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Edelweiss ने नितिन देसाई केस में जारी किया स्टेटमेंट। Photo-Instagram

 नई दिल्ली, जेएनएन। Nitin Desai Suicide Case: 2 अगस्त 2023 को आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई ने कर्जत स्थित अपने एनडी स्टूडियो में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उन पर करोड़ों का कर्ज था। उनकी कंपनी भी दिवालिया हो गई थी। नितिन देसाई की बेटी मानसी देसाई (Mansi Desai) का आरोप था कि लोन देने वाली कंपनी एडलवाइस ग्रुप ने उनके पिता को झूठा आश्वासन दिया और फिर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की थी, जबकि उनके पिता ने पैसे चुकाने का वादा भी किया था।

यही नहीं, नितिन देसाई की पत्नी नेहा देसाई (Neha Desai) ने एडलवाइस ग्रुप के पांच कर्मचारियों के खिलाफ FIR भी दर्ज करवाया था और नितिन को सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। कंपनी के एमडी को समन भी भेजा गया है। अब एडलवाइस ग्रुप ने एक स्टेटमेंट जारी कर इन आरोपों को खारिज किया है।

एडलवाइस ग्रुप ने आरोपों पर तोड़ी

एडलवाइस ग्रुप की तरफ से स्टेटमेंट में कहा गया,

"कुछ गलतफहमियों को दूर करने के लिए हम बताना चाहेंगे कि श्री नितिन देसाई की कंपनी को थीम पार्क और वर्किंग कैपिटल बनाने के लिए 2016 और 2018 में वित्तीय सहायता दी गई थी। कंपनी को 2020 से वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। वित्तीय हालत सुधारने की सारी कोशिशें भी फेल हुईं। इसकी वजह से 2022 में कंपनी को एनसीएलटी में भेजा गया और जुलाई 2023 में एनसीएलटी में भर्ती कराया गया।"

नितिन देसाई पर दबाव डालने वाले आरोप पर बोली कंपनी

कंपनी पर आरोप था कि नितिन देसाई पर बार-बार पैसे चुकाने का दबाव दिया जा रहा था। इस पर कंपनी ने कहा- 

"एडलवाइस एआरसी ने आरबीआई द्वारा अनिवार्य सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया और कोई भी गैर-कानूनी काम नहीं किया। न ज्यादा ब्याज वसूला और ना ही वसूली के लिए उधारकर्ता पर किसी तरह का दबाव डाला गया। हमने कानून के दायरे में रहकर बहुत ज्यादा पैसे और समय खर्च करके सारी प्रक्रियाओं का पालन किया है।"

"हम अधिकारियों द्वारा ऐसी दुखद घटनाओं की जांच करने की आवश्यकता का सम्मान करते हैं और जांच प्रक्रिया में पूरा सहयोग करेंगे। हमें विश्वास है कि आखिरी में निष्कर्ष निकालेंगे कि हमने कानून का पालन किया है।"

एडलवाइस ग्रुप ने नितिन देसाई के निधन पर शोक जताया और उनकी फैमिली के लिए संवेदना जताया। बता दें कि नितिन देसाई की बेटी ने महाराष्ट्र सरकार से पिता को न्याय दिलाने की अपील की थी। नितिन पर 181 करोड़ का कर्ज था, जिसमें से नितिन ने 86.31 करोड़ रुपये चुका दिये थे।