Move to Jagran APP

फिल्मों के चक्कर में Emraan Hashmi नहीं करते किरदार से समझौता, बोले- 'मेरा रोल अलग और अनोखा...'

बॉलीवुड अभिनेता इमरान हाशमी अपनी जबरदस्त एक्टिंग के जरिए फैंस के दिलों में एक अलग जगह बनाते हैं। अब हाल ही उन्होंने अपनी प्रोफेशनल लाइफ को लेकर कई बातें शेयर की हैं। अभिनेता ने बताया है कि वह करियर के शुरुआती दौर से लोकप्रिय सिनेमा का हिस्सा जरूर बनते आए हैं लेकिन उन्होंने कभी अपने किरदार के साथ समझौता नहीं किया।

By Jagran News Edited By: Rajshree Verma Updated: Sun, 05 May 2024 07:00 AM (IST)
Hero Image
बॉलीवुड अभिनेता इमरान हाशमी (Photo Credit: Instagram)
प्रियंका सिंह, मुंबई। सिनेमा की समझ हर कलाकार को हो, यह जरूरी नहीं है। कई बार मसाला फिल्में करने के चक्कर में कलाकार अपने किरदार से समझौता कर बैठते हैं। बड़े बजट की फिल्में उन्हें आकर्षित करती हैं, तो कई बार किसी खास किरदार के लिए कलाकार स्वीकृति दे देते हैं।

हालांकि, अभिनेता इमरान हाशमी इससे अलग सोचते हैं। वह करियर के शुरुआती दौर से लोकप्रिय सिनेमा का हिस्सा जरूर बनते आए हैं, लेकिन उन्होंने कभी अपने किरदार के साथ समझौता नहीं किया।

यह भी पढ़ें: जब इमरान हाशमी ने Mallika Sherawat को बताया था बैड Kisser, 10 साल पहले 'मर्डर' एक्ट्रेस पर ऐसा दिया था बयान

इमरान कहते हैं, "मास अपील वाली फिल्में करने को लेकर मेरी एक सोच रही है। मेरी पहले की जितनी भी फिल्में रही हैं, उन्हें मनोरंजन के नजरिए से बनाया गया था। नाच-गाना जानबूझकर रखा गया था, लेकिन हर फिल्म में मेरा रोल अलग था, अनोखा था, शायद उसे कोई और हीरो न करना चाहे।

मुझे लगता है कि मैं लोकप्रिय सिनेमा को समझता हूं। दर्शकों की पसंद को पहचानता हूं कि उन्हें मुझे किस तरह के जॉनर या रोल में देखना पसंद है। यही कारण भी है कि मैं प्रयोगात्मक रोल कर पा रहा हूं। मैंने पिछली दोनों फिल्मों 'टाइगर 3' और 'ऐ वतन मेरे वतन' में एक-दूसरे से बहुत अलग काम किया था। मेरे लिए जरूरी है कि फिल्म में मेरा किरदार दर्शकों के लिए अनोखा हो।"

आपको कैसे पता चल जाता है कि दर्शकों को आपसे क्या चाहिए। इस पर इमरान कहते हैं, "वेब सीरीज हो या फिल्में, उन्हें बनाने में बहुत मेहनत लगती है। दर्शकों की सराहना के लिए ही तो हम जीते हैं। शुक्रवार को फिल्म प्रदर्शित होती है, तो उसका सीधा कनेक्शन बॉक्स ऑफिस कलेक्शन से होता है। उसके साथ ही फिल्म समीक्षकों की समीक्षा भी आ जाती है।

दर्शकों की प्रतिक्रिया भी अब इंटरनेट मीडिया पर मिल जाती है। वह अपनी पसंद-नापसंद सब जाहिर कर देते हैं। तो इंटरनेट मीडिया पर मेरे काम के लिए जो लिखते-कहते हैं, मैं वह सब पढ़ता हूं। जब सराहना होती है, तो वह केवल एक माध्यम तक सीमित नहीं रहती है। जब मैं कहीं बाहर निकलता हूं, रेस्त्रां जाता हूं, तो लोग मिलते हैं, वह बताते हैं कि मेरी किस परफार्मेंस से उन्हें खुशी हुई। तब अंदाजा लग जाता है कि दर्शक मुझे किस तरह के किरदारों में देखना पसंद कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें: इमरान हाशमी ने राजनीति में जाने की ओर किया इशारा! कहा- 'अपने दर्शकों के लिए कुछ करना चाहूंगा'