Farhan Akhtar Birthday: धमकी से शुरू हुई थी 'दिल चाहता है' बनने की कहानी, फरहान को मां ने दी थी ये चेतावनी
Farhan Akhtar Birthday फरहान अख्तर की इमेज फिल्म इंडस्ट्री में ऑलराउंडर की है। एक्टिंग हो या डायरेक्शन ग्लैमर की हर फील्ड में उन्होंने खुद का परचम लहराया है। 49 की उम्र में भी फरहान ने साबित किया है कि वह किसी से कम से नहीं हैं। उन्होंने दिल चाहता है से अपने करियर की शुरुआत की लेकिन इस फिल्म की स्टोरी निकालने के पीछे अनोखी कहानी छिपी है।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Farhan Akhtar Birthday: बॉलीवुड की मशहूर शख्सियत फरहान अख्तर (Farhan Akhtar) ने शोबिज से जुड़े हर क्षेत्र में महारत हासिल की है। निर्देशन, अभिनय, गायकी और लेखन तक में उन्होंने अपना हुनर साबित किया है।
हिंदी सिनेमा के नामी फिल्मी परिवार में जन्म लेने के बावजूद फरहान अख्तर ने खुद के बलबूते इंडस्ट्री में अपने लिए जगह बनाई है। 9 जनवरी को एक्टर-फिल्ममेकर का 50 वां जन्मदिन है। इस मौके पर उनसे जुड़ी कुछ खास बातों के बारे में जानेंगे।
17 की उम्र में बने असिस्टेंट डायरेक्टर
फरहान अख्तर दिग्गज गीतकार और लेखक जावेद अख्तर व हनी ईरानी के बेटे हैं। स्टार किड होने की वजह वह हमेशा लाइमलाइट में रहते थे, लेकिन फिल्म इंडस्ट्री में पांव जमाने के लिए उन्हें कड़ी मेहनत करनी पड़ी थी। महज 17 साल की उम्र में फरहान ने असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में काम करना शुरू कर दिया था।1991 में उन्होंने फिल्म 'लम्हे' में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया। इसके बाद 1997 में डायरेक्टर पंकज पाराशर की फिल्म 'हिमालय पुत्र' में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया। इस फिल्म से अक्षय खन्ना ने बॉलीवुड में डेब्यू किया था। हालांकि, फरहान का असली संघर्ष इसके बाद शुरू हुआ।
घर से निकालने की मिली थी धमकी
फरहान अख्तर कॉलेज ड्रॉपआउट हैं। इसके बाद वह सालों तक घर बैठे रहे। ये बात उनकी मां को पसंद नहीं आया। बेकारी और घर में बैठे रहने की आदत पर मां ने घर से निकालने की धमकी दे डाली। इसी डर से फरहान ने अपने पिता की तरह कहानियां लिखना शुरू किया और यहीं से 'दिल चाहता है' की स्क्रिप्ट निकलकर सामने आई।यह उनके डायरेक्शन और प्रोडक्शन में बनी पहली फिल्म है, जो सिनेमाघरों में सुपरहिट रही। यह अपने समय की कल्ट मूवी मानी जाती है, जिसने बदलती सदी में हवा का बदलता रुख पहचान लिया था। फिल्म को राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला।
इसके बाद उन्होंने 'लक्ष्य' फिल्म का भी निर्देशन किया। इस मूवी में उनके काम की काफी सराहना हुई। मगर, फरहान यहीं नहीं रुके। इसके बाद उन्होंने एक्टिंग में हाथ आजमाया और यहां भी उन्होंने सफलता का जबरदस्त स्वाद चखा।